रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के बजट पर प्रदेश भर के हजारों अनियमित कर्मचारियों की निगाहें टिकी हुई थीं। लेकिन उनके लिए कोई घोषणा नहीं होने से मोर्चा नाराज है। अब सरकार को घेरने और मांगों को लेकर रणनीति बनाने छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों के हित के लिए संघर्ष शुरू करने का ऐलान कर दिया है। इस क्रम में 12 मार्च रविवार को धरनास्थल तूता नवा रायपुर में “अनियमित सभा” का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आगामी रणनीति पर समग्र चर्चा किया जाएगा।
दरसअल, प्रदेश सरकार के कार्यकाल के अंतिम बजट प्रदेश से लाखों अनियमित कर्मचारियों संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक और ठेकाकर्मियों को बजट से निराशा हुई है। केवल कुछ वर्गों के अनियमित कर्मचारियों जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता-सहायिका, रसोइया, स्कूल सफाई कर्मचारियों के मानदेय में न्यूनतम वृद्धि करने एवं मितानिनों को अतिरिक्त 2200 रु. देने की घोषणा की गई है, शेष अनियमित कर्मचारियों के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं रखा गया है।