आईपीएल सट्टा: चुनाव प्रभारी बने नेता सट्टा खिलाने का कर रहे हैं काम
कल गिरफ्तार कांग्रेसी नेता भूपत महोबिया का बॉस कौन
पुलिस गुर्गों को पकडक़र खुद की पीठ थपथपा रही, सरगना को कब पकड़ोगे साहब ?
पुलिस और छुटभैये नेताओं के हाथों में सट्टा की बागडोर, फिर कौन कसेगा डोर
आरोपी अन्ना रेड्डी आनलाइन बेटिंग एप से चला रहे थे सट्टा
पुलिस ने दबिश देकर आरोपितों को पकड़ लिया
रायपुर। सरकार बदलने के साथ पुलिस के अधिकारी छोटे-मोटे सटोरिए गिरोह के गुर्गों को पकड़ कर खुद की पीठ थपथपा रही है। जबकि बडे-बड़ेे मगरमच्छ आज भी बैंकौक, पटाया, दुबई और सऊदी अरब की तफरीह कर रहे हंै। आईपीएल सट्टा इस समय पूरे देश में सिर चढक़र बोल रहा है तो राजधानी कैसे पीछे रह सकती है। प्रदेश के तमाम छुटभैये कांग्रेसी नेता तत्कालीन कांग्रेस सरकार में पुलिस अधिकारियों और बड़े नेताओं और मंत्रियों के साथ फोटो खिंचवा कर समर्थक होने का स्वांग रचा और क्रिकेट सट्टा का लाइसेंस ले लिया। कांग्रेस सरकार के पतन के बाद भी वो ही कांग्रेस नेता सट्टा को कारोबार को संचालित कर रहे है। इस धंधे में खास बात यह है कि ये छुटभैये नेता भाजपा सरकार में भी उस लाइसेंस के विहाफ में आईडी-पासवर्ड बेच कर सट्टा का इतना बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया है कि उसका बंद होना अब मुश्किल ही नहीं नामुमकिन लग रहा है। पुलिस संशय की स्थिति में दिखाई दे रही है। कांग्रेस सरकार में उनके साथ मिलबांटकर काम करने वाली पुलिस एकाएक उन पर कैसे हाथ डाल सकती है। कही पोल दिया तो लेने के देने पड़ जाएँगे। इसलिए पुलिस सट्टा के नाम पर नए-नए गुर्गों को पकड़ कर पुलिस ताना और कोर्ट में पेश कर रही है। जिससे उनके कां करने की शैली पर कोई सवाल नहीं उठा सके। और उनका काम आसानी से निपट जाए। जिसके चलते मार्केट में यह खबर उड़ गई कि सटोरियों और पुलिस में कंप्रोमाइज हो चुकी है। जिसके कारण पुलिस सीधे अटैक करने से बच रही है।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव प्रभारी बने कांग्रेस नेता आईपीएल सट्टा खिलाने में व्यस्त हैं। पिछले दिनों राजधानी के टिकरापारा थाना पुलिस ने कांग्रेसी नेता भूपत महोबिया सहित तीन सटोरियों को गिरफ्तार किया था। जो एक कांग्रेस नेता का खास आदमी बताया जा रहा है। आरोपी अन्ना रेड्डी आनलाइन बेटिंग एप से सट्टा चला रहे थे। भूपत काफी लंबे समय से सट्टे खिलाने और खेलने का काम कर रहा था। तीनों आरोपितों के पास से तीन मोबाइल फोन सहित लेनेदेन के हिसाब जब्त किए गए हैं। पुलिस अभी सिर्फ छोटे कांग्रेस नेताओं को ही गिरफ्तार कर पाई है, जबकि इनके बॉस कांग्रेस के नेता जो अभी लोकसभा चुनाव में विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों के चुनाव प्रभारी बनाये गए हैं वे आईपीएल सट्टा में ही किस्मत आजमा रहे हैं। रायपुर के एक कांग्रेस नेता के खिलाफ पुलिस में शिकायत की गई है की उसके द्वारा शहर के एक होटल को किराये पर लेकर अपने चेले चपाटों और गुर्गो द्वारा सट्टा खिलाने और खेलने का काम जोरशोर से कर रहा है। सूत्रों से यह भी सूचना मिली है की उसके कुछ गुर्गे दुबई भी शिफ्ट हो गए है जहां से वे आन लाइन आईपीएल सट्टा खिलाने का काम कर रहे हैं। पुख्ता सबुत के आभाव में पुलिस अभी खामोश बैठी हुई है क्लू मिलने पर जल्द से जल्द उक्त नेता के गुर्गो को दबोच लिया जायेगा। गौरतलब है कि पुलिस ने पिछले दिनों भूपत के साथ शुभम केवलानी और अभिषेक गुप्ता को गिरफ्तार कर जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है। एसएसपी संतोष सिंग के निर्देश में रायपुर पुलिस द्वारा लगातार आनलाइन सट्टा पर कार्रवाई की जा रही है। गत रविवार को टिकरापारा पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि क्षेत्रांतर्गत सिमरन सिटी, तरुण बाजार और संतोषी नगर के पास कुछ लोग क्रिकेट मैच पर आनलाइन सट्टा खेल रहे हैं।
पुलिस ने दबिश देकर तीनों आरोपियों को पकड़ा
इसके बाद थाना टिकरापारा एवं एंटी क्राइम और साइबर यूनिट की विशेष टीम ने वहां दबिश देकर आरोपितों को पकड़ लिया। सिमरन सिटी से पकड़े हुए संदेही व्यक्ति ने पूछताछ में अपना नाम भूपत महोबिया निवासी शहीद भगत सिंह चौक टिकरापारा रायपुर बताया। भूपत महोबिया कांग्रेस पार्टी का सक्रीय कार्यकर्ता है जो महापौर का खास आदमी बताया जा रहा है। उसके पास रखे मोबाइल को चेक करने पर आनलाइन क्रिकेट पर सट्टा मिला। इसी तरह तरुण बाजार से पकड़ा गया शुभम केवलानी निवासी साईं सिमरन सिटी मठपुरैना और अभिषेक गुप्ता निवासी शिव नगर मठपुरैना टिकरापारा के मोबाइल पर भी आनलाइन सट्टा मिला।
महादेव सट्टा ऐप: फर्जी कंपनियों से शेयर मार्केट में निवेश
महादेव सट्टा ऐप मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को रायपुर की स्पेशल क्करूरु्र कोर्ट में 2000 से अधिक पन्नों की तीसरी सप्लीमेंट्री (पूरक) चार्जशीट फाइल कर दी है। चार्जशीट में 8 आरोपियों और सट्टेबाजी हवाला लेन-देन से जुड़ी 17 कंपनियों के नाम शामिल हैं। इसके अलावा चार्जशीट में ईडी ने हरिशकंर टिबरेवाल, संदीप मोदी, कमल किशोर, प्रशांत बागरी और दो अन्य आरोपी फरार घोषित किया गया है। यह भी बताया गया है कि सूरज चोखानी और गिरीश तलरेजा पहले से ही गिरफ्तार हैं। सूत्रों के हवाले से यह भी बताया गया है कि आरोपी टिबरेवाल ने महादेव ऐप प्रमोटर की सट्टेबाजी ऐप स्काई एक्सचेंज का प्रमुख साझेदार है।
आरोप है कि उसने स्काई एक्सचेंज से अर्जित राशि को 17 भारतीय डमी कंपनियों और ऑफशोर कंपनियों के माध्यम से शेयर बाजार में इन्वेस्ट किया। ये डमी कंपनियां, टिबरेवाल के करीबी सहयोगी और गिरफ्तार आरोपी सूरज चोखानी के निर्देशन में काम करती थीं।
ईडी की जांच के दौरान पता चला है कि कथित तौर पर टिबरेवाल के निर्देश पर स्टॉक पोर्टफोलियो में 423 करोड़ रुपए 29 फरवरी तक डायवर्ट किए गए। श्वष्ठ के मुताबिक, इनमें से ज्यादातर निवेश स्मॉल और मिडकैप शेयरों में थे। ईडी ने टिबरेवाल और उनके सहयोगियों के नियंत्रण में स्टॉक पोर्टफोलियो में 580 करोड़ रुपए की प्रतिभूतियां रखने वाली भारतीय कंपनियों की पहचान की है और उन्हें जब्त कर लिया है। यह भी पता चला है कि विदेशी संस्थाओं ने भी एफपीआई के जरिए भारत में निवेश किया। की जांच में सट्टेबाजी के कारोबार से हुई इनकम को इन कंपनियों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शेयर बाजार में निवेश करने के सबूत भी मिले हैं। एक एक्सेल शीट भी बरामद हुई है। इसमें इन कंपनियों ने पेशेवर एंट्री ऑपरेटरों की मदद से सट्टेबाजी फंड को बैंक प्रविष्टियों में बदल दिया। ऐसा बैंक खातों में बैंक बैलेंस प्राप्त करने के लिए किया गया था।
ईडी ने तीसरा आरोप पत्र दाखिल किया, इसमें 8 आरोपियों सहित 17 कंपनियों के नाम
आरोप पत्र में इन कंपनी का नाम शामिल
ईडी ने आरोप पत्र में 17 कंपनियों के नाम शामिल है । ये कंपनी ने स्काई एक्सचेंज के जिरए सट्टेबाजी के ब्लैक मनी को शेयर बाजार में वाइट करने में शामिल है ।
मेसर्स एबिलिटी गेम्स प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स एबिलिटी स्मार्टटेक प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स एबिलिटी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स ब्रिलिनेंट इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स डिस्कवरी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स फॉरेस्ट विनकॉम प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स स्वर्ण भूमि वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स ड्रीम अचीवर्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स इकोटेक जेनरल ट्रेडिंग एलएलसी
मेसर्स कैटरफील्ड ग्लोबल डीएमसीसी--(दुबई स्थित कंपनी)
मेसर्स प्लस कमोडिटीज डीएमसीसी--(दुबई स्थित कंपनी)
मेसर्स जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी - (दुबई स्थित कंपनी)
डमी कंपनियों के साथ 423 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया
ईओडब्ल्यू को मिली जेल में बंद आरोपियों की रिमांड
ईओडब्ल्यू को जेल में बंद आरोपी भीम सिंह यादव और अमित अग्रवाल की रिमांड मिल गई है। 4 मई तक कोर्ट ने दोनों आरोपितो को ईओडब्ल्यू को सौंपा। ईओडब्ल्यू ने दोनों आरोपितो की 14 दिन की रिमांड मांगी थी। महादेव सट्टा मामले में जेल में बंद आरोपित नीतीश दीवान को प्रोडक्शन वारंट पर पेश करने के लिए ईओडब्ल्यू ने आवेदन लगाया। विशेष कोर्ट ने ईओडब्ल्यू के आवेदन को स्वीकार किया है। 2 मई को नीतीश दीवान को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईओडब्ल्यू नीतीश दीवान की भी रिमांड मांगेगा।