छत्तीसगढ़

नींबू वाले बाबा का जांच टीम ने लिया बयान, करता है गर्भधारण का दावा

Nilmani Pal
30 July 2024 8:16 AM GMT
नींबू वाले बाबा का जांच टीम ने लिया बयान, करता है गर्भधारण का दावा
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महासमुंद mahasamund news । जिले के बसना विकासखंड के ग्राम बूटीपाली में एक बाबा द्वारा नि:संतान दंपतियों को चमत्कारिक उपचार, जड़ी-बूटी और माता रानी के आशीर्वाद से 5 महीने में स्वस्थ बच्चा होने का दावा , लोगों की जुट रही भीड़ को देखते हुए कल जांच टीम ग्राम बुटीपाली पहुंची। वहां अधिकारियों ने देखा कि बाबा के उक्त दावे चिकित्सा विज्ञान के विपरीत होने बाद भी बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए कैंप में पहुंचे थे। mahasamund

chhattisgarh news मामले की जानकारी होने के बाद नेत्र विशेषज्ञ एवं अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ.दिनेश मिश्र ने महासमुंद कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की थी। खबर प्रकाशन के बाद राजस्व, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम में भंवरपुर नायब तहसीलदार अर्पण कुर्रे, बीएमओ नारायण साहू सहित पुलिस की टीम ग्राम बूटीपाली पहुंची और बाबा पीताम्बर सिदार के अलावा गांव की महिलाओं का बयान दर्ज कर पंचनामा बनाया। नायब तहसीलदार अर्पण कुर्रे ने बताया कि बाबा पीताम्बर सिदार ने अपने बयान में कबूल किया है कि बहुत लंबे समय से नि:संतान महिलाओं का इलाज करता है। गत शारदीय नवरात्रि से यहां इलाज कराने लोगों की भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ गयी है, जबकि हम नहीं चाहते कि यहां लोगों की भीड़ हो। chhattisgarh

जांच अधिकारियों द्वारा गांव की एक-दो महिलाओं का भी बयान लेकर पंचनामा बनाया गया है। अभी बाबा पीताम्बर सिदार के सहयोगियों सहित अन्य लोगों का बयान लेना शेष है। मामले में नेत्र विशेषज्ञ एवं अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने अपनी शिकायत में बाबा पीताम्बर सिदार पर हर मंगलवार और शनिवार को दरबार लगाकर निसंतान दंपतियों को संतान दिलाने के नाम पर गुमराह करने, भ्रम में डालने, अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। उक्त बाबा द्वारा प्राकृतिक एवं चिकित्सा विज्ञान के विपरीत ग्रामीणों को धोखे में रखकर अपनी चमत्कारिक शक्तियों से नींबू खिलाकर, झाड़ फूंक कर नि:संतान दंपत्ति को संतान दिलाने और बीमारियों को ठीक करने का दावा किया जा रहा है। मामले में कलेक्टर, जिला चिकित्सा अधिकारी और अधिकारियों से जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई थी। जांच जारी है।

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