अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस प्रत्येक वर्ष 12 मई को मनाया जाता है| अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस नर्सो के अथक प्रयास एवं उनके समर्पित सेवाओं के योगदान के लिए मनाया जाता है| फ्लोरेंस नाईटिंगल को समर्पित करते हुए नर्सो के अमूल्य सेवा के लिए धन्यवाद् ज्ञापित किया जाता है| पहली बार इसे 1965 को अंतर्राष्ट्रीय काउंसिल ऑफ़ नर्स द्वारा मनाया गया था| 1974 में फ्लोरेंस नाईटिंगल के जन्म दिवस 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मानाने के लिए घोषित किया गया जो आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक हैं|
इस बार अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2021 का विषय (थीम) " नेतृत्व के लिए एक आवाज- भविष्य के स्वास्थ्य सेवा के लिये एक दृष्टिकोण (A Voice to lead- A vision for future Healthcare) है| वर्त्तमान वैश्विक महामारी को देखते हुए भविष्य में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा की उपल्ब्भता के लिए एक स्रुद्रिध दृष्टिकोण का होना अति आवश्यक है| दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से जो हालात बने हुए हैं और ऐसी परिस्थिति में जिस तरह से नर्सें आज की तारीख में निस्वार्थ भाव से मरीजों की देखभाल कर रही हैं, ऐसे में उनकी भूमिका इस महामारी के दौर में और भी महत्वपूर्ण हो जाती हैं| संक्रमण की अत्यधिक प्रबलता एवं घंटो मरीजों की सेवा के प्रति तत्परता साक्ष्य है की नर्सें स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं| कोरोना के इस वैश्विक परिदृश्य में जिस तरह ऑक्सीजन की महत्ता अमूल्य है उसी तरह आज नर्स मरीज़ों के लिए वास्तविक ऑक्सीजन (रियल O2) की तरह काम कर रहीं हैं| वही इसके सापेक्ष पर्यावरण संतुलन एवं प्राणियों के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए ऑक्सीजन की मात्रा नियंत्रण के लिए वृक्षारोपण एवं इनका संरक्षण अति आवश्यक है| इस पहल के कदम से कदम मिलाते हुए अंतररास्ट्रीय नर्स दिवस पर वृक्षारोपण के प्रण के साथ एक छोटी सी शुरुआत की जा रही है| एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल रायपुर के नर्सों द्वारा अंतररास्ट्रीय नर्स दिवस पर 200 पौधों का रोपण किया गया| इस कार्यक्रम में एनएच एमएमआई अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर नवीन शर्मा, वरिष्ठ स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ अलोक स्वाइन, उप महाप्रबंधक धर्मा राव, नर्सिंग अधीक्षक रूपा दास वर्मन, डिप्टी नर्सिंग अधीक्षक मिनी वर्गिस, एच आर प्रमुख शंकर गौड़ा के अलावा सभी विभाग के प्रमुख मौजूद थे| वृक्षारोपण समारोह की शुरुआत सुबह 8:30 अस्पताल प्रांगण में किया गया जिसमे भाई टीनू, अखिल, नैतिक, अनीश, मनोज, नल्लू, अमित, जोन, रघु, जोबिश, और सिस्टर वसुंधरा, वंदना, विशाखा, उषा, सिंधु, आस्थाशिला, अर्चना, अरुणज्योति, शाइनी, सरिता, शांति, सविता, संजुक्ता, लिसुता , ग्लोरिया, प्रणिता, दलजीत, लिया, शामिनी, खिलेश्वरी, मंजुला, विजया, मेरी, अनीशा, प्रियंका, सनमिया, अंजली आदि नर्सिंग स्टाफ मौजूद थे| आगामी पुरे वर्ष वृक्षारोपण की मुहीम को जारी रखने समेत आम नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढावा देने के उद्देश्य से एवं सामाजिक सरोकार के तर्ज पर अस्पताल से प्रतिदिन सामान्य रूप से डिस्चार्ज होने वाले सभी मरीजों व उनके परिजनों को पौधा प्रदान किया जायेगा| "जब होंगे पेड़ सुरक्षित, तब होगा हमारा कल सुरक्षित" "वृक्षों की जब करोगे रक्षा तभी बनेगा जीवन अच्छा" जैसे कई सन्देश नर्सो द्वारा दिए गये|
एन एच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के बारे में:
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर अगस्त 2011 में तब अस्तित्व में आया जब पहले से स्थापित 56 बेड हॉस्पिटल को अत्याधुनिक उपकरण, सुविधओं, नवीनतम ऑपरेशन थिएटर और चिकित्सकीय कौशल से संयुक्त 157 बेड क्षमता वाले हॉस्पिटल में रूपान्तरित किया गया।
आज यह हॉस्पिटल 250 बेड की क्षमता के साथ मध्यभारत का अग्रणी चिकित्सकीय संस्थान बन गया है जो हृदयरोग, मष्तिस्क विज्ञान, गुर्दारोग और हड्डीरोग जैसे क्षेत्रों में विस्तृत एवं उत्कृष्ट सेवाएं दे रहा है।
हॉस्पिटल का लगभग 1.26 लाख वर्ग फुट इमारती क्षेत्र 3 एकड के परिसर में फैला है। रायपुर शहर के सबसे शांत इलाके में बसा यह हॉस्पिटल मरीजों शीघ्र स्वस्थ्यलाभ के लिए सबसे उपयुक्त जगह है।