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बालोद। इंटरनेशनल डॉग डे है। यानी एक दिनए जो पूरी तरह से कुत्तों को समर्पित है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां श्रद्धालु एक स्वामी भक्त कुत्ते की पूजा करते हैं। बालोद के कुकुर देव मंदिर की मान्यता है कि इस मंदिर में मत्था टेकने और सच्चे मन से जो भी मुरादे मांगी जाती हैए वो जरूरी पूरी होती है।
मंदिर के गर्भगृह में एक शिवलिंग स्थापित हैए जिसके ठीक सामने एक स्वामी भक्त कुत्ते की प्रतिमा है। जिसकी श्रद्धालु पूजा करते हैं। खैरए यहां कुत्ते की क्यों पूजा होती है। इस मंदिर के प्रति लोगों की अटूट आस्था है। यही कारण है कि आज इस मंदिर में प्रदेश ही नहींए बल्कि देश.दुनिया से भक्त आते हैं।
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