प्रदेश के विभिन्न जिलों में सुराजी गांव योजना के तहत संचालित किए जा रहे गौठानों का भ्रमण महिला स्व-सहायता समूहों और गौठान समिति के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। भ्रमण कार्यक्रम के तहत एक जिला से दूसरे जिले में पहुंचकर गौठानों में संचालित गतिविधियों की जानकारी साझा की जा रही है। इसी कड़ी में बस्तर एवं बीजापुर जिले के गौठानों से संबंधित महिला स्व-सहायता समूहों के अध्यक्ष व सदस्यों ने आज कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर तथा नरहरपुर विकासखण्ड के श्री गुहान और चारामा विकासखण्ड के आंवरी गौठान का भ्रमण कर वहॉ संचालित गतिविधियों की जानकारी ली एवं गौठानों में किये जा रहे नवाचार की जानकारी ली। उनके द्वारा गौठानों में खरीदे गये गोबर से निर्मित वर्मीकंपोस्ट का अवलोकन किया गया एवं उसे बनाने की विधि के संबंध में पूछताछ की।
गौठानों में साग-भाजी की खेती, मुर्गी पालन, बकरी पालन, बत्तख पालन, मछली पालन, मशरूम उत्पादन इत्यादि गतिविधियों का अवलोकन भी उनके द्वारा किया गया एवं उसे अपने जिले के गौठानों में भी अपनाने की बात कही। तुमनार गौठान के महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य कुमारी सरिता तेलाम, श्रीमती तुलसी कुड़ियम, ईटपाल के श्रीमती ज्योति मांझी, एरामंगी के कुमारी सुकली ताती, जैवारम के श्रीमती हेमा अटामी ने गौठानों में संचालित विभिन्न गतिविधियों को देखकर खुश होते हुए कहा कि हम भी ऐसा ही गतिविधि अपने गौठानों में संचालित करेंगे।
गौठान में कड़कनाथ मुर्गी पालन एवं साग-सब्जी उत्पादन की उनके द्वारा विशेषरूप से प्रशंसा किया गया। उनके साथ कोयाईटपाल से लेकाम, जैवारम से सुनीता लेकाम, पुसनार से कमलबती, अनिता नाग, कोतापल्ली से सुमनलता कुरसम, राजेश्वरी कुरसम, दम्पाया से संगता मरपल्ली, लक्ष्मी मरपल्ली, अर्जुनल्ली से शिवराज्यम दुब्बा, दुगईगुड़ा से रिता बा, सुनिता तेलम, आवापल्ली से सम्मी ककेम, सरिता पोट्टम, मुरदण्डा से राधा तेलम और अन्नपूर्णा सोड़ी ने भी कृषि विभाग के एटीएम गंगालूर नोहरलाल सिन्हा, बिहान के यंग प्रोफेशनल प्रभारी डीपीएम दिनेश कुमार मण्डावी, जनपद पंचायत भैरमगढ़ के पीआरपी श्रीमती कुसुमलता प्रधान और जनपद पंचायत आवापल्ली के पीआरपी कुमारी गुनमनी बघेल के साथ गौठानों एवं कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण किया तथा वहां संचालित गतिविधियों की तारीफ किया। उनके निरीक्षण के दौरान संयुक्त संचालक कृषि जगदलपुर श्री महादेव ध्रुव, उप संचालक कांकेर एन.के.नागेश, अनुविभागीय अधिकारी एस.आर. शोरी एवं सहायक संचालक जितेन्द्र कोमरा, उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक व्ही.के गौतम और गौठन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यगण उपस्थित थे।
गौठानों को बहुउद्देशीय गतिविधि केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। गौठानों में खरीदे गये गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा रहा है, इसके अलावा अन्य आर्थिक गतिविधियां जैसे-साग-भाजी की खेती, मुर्गी पालन, बकरी पालन, बत्तख पालन, मछली पालन, मशरूम उत्पादन इत्यादि गतिविधियां भी संचालित की जा रही है, जिसकी तारीफ बीजापुर एवं बस्तर जिले के गौठानों से जुड़े महिला स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष व सदस्यों द्वारा की गई।