छत्तीसगढ़

ड्रग्स, चरस और गांजा की बढ़ रही खपत, तस्करी पर लगाम नहीं

Nilmani Pal
16 Feb 2023 5:24 AM GMT
ड्रग्स, चरस और गांजा की बढ़ रही खपत, तस्करी पर लगाम नहीं
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शहर में प्रतिबंधित नशीली टेबलेट की मांग बढ़ी, नशे के अवैध कारोबारियों की चांदी

ओडिशा और नागपुर से नशे की गोलियां रायपुर पहुंच रही

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। प्रदेश में लोकल तस्करों की मदद से उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना, पंजाब, हरियणा, महाराष्ट्र और गोवा से नशे की खेप पहुंच रही है। शहर में तेजी से सूखे नशे का कारोबार बढ़ा है। यह राजफाश पुलिस की कार्रवाई से हुई है। राजधानी पुलिस ने वर्ष-2022 में 220 कार्रवाई कर 60 लाख रुपये से ज्यादा का सूखा नशा पकड़ा है। जबकि, 364 लोगों को पकड़ा गया है। राज्य में हुक्का बंद होने के बाद नाइट पार्टियों का ट्रेंड रायपुर में बढ़ा है। इन पार्टियों में अधिकांश युवा शामिल होते हैं, जहां जमकर नशा खोरी होती है। कुछ क्लबों में तो युवक-युवतियां ब्राउन सुगर के साथ ही गांजा और शराब का सेवन करते हैं।

पुलिस की कार्रवाई बताती है कि शहर में प्रतिबंधित नशीली टेबलेट की मांग बढ़ी है। ओडिशा और नागपुर से नशे की गोलियां यहां पहुंच रही हैं। युवाओं में ड्रग्स, चरस और गांजा की लत भी तेजी से बढ़ रही है। जानकारी के मुताबिक शहर के युवक-युवतियों का वाट्सएप ग्रुप बना हुआ है। इस ग्रुप में नाइट पार्टियों में शामिल होने वाले युवक-युवतियां जुड़े हुए हैं। जिन्हें वाट्सएप के माध्यम से पार्टियों की जानकारी दी जाती है। कुछ पार्टियां शहर से दूर अंदरूनी इलाके में स्थित फार्म हाउस में होती है, ताकि पुलिस को इन पार्टियों की भनक न लगे, पुलिस सूत्रों की मानें तो इस तरह की पार्टियों में रायपुर, दुर्ग-भिलाई, बिलासुपर जैसे इलाकों के ज्यादा युवा शामिल होते हैं।

मेडिकल स्टोर संचालक और कई बड़े रसूखदार लिप्त

प्रदेश में गांजा, प्रतिबंधित नशीली टेबलेट, सिरप, अफीम, ब्राउन शुगर, हेरोइन, चरस, कोकिन और अन्य नशे की बिक्री हो रही है। बाहरी राज्यों के तस्कर अलग-अलग माध्यमों से तस्करी कर रहे हैं। वे यहां के युवाओं को नशे की खेप पहुंचाते हैं। नारकोटिक्स सेल ने ओडिशा, मध्यप्रदेश, दिल्ली समेत अनेक राज्यों से तस्करों को पकड़ा है। इनमें नशीली सामग्री बेचने वालों के अलावा मेडिकल स्टोर संचालक और कई बड़े रसूखदार शामिल हैं।

प्रदेश में एनसीबी का नहीं है दफ्तर

प्रदेश में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) का कार्यालय नहीं है। इंदौर में इसका कार्यालय स्थित है। कुछ माह पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी यहां आए थे और पुलिस मुख्यालय के अफसरों के साथ गांजा तस्करी रोकने पर मंथन किया था। पुलिस विभाग का नारकोटिक्स सेल नशे के कारोबार पर पर अंकुश लगाने सक्रिय है।

राजधानी में चलाया जा रहा अभियान

राजधानी में तेजी से नशे का व्यापार फैल रहा है। ऐसे में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (एससीसीयू) का गठन किया गया है। इस यूनिट में कई थानेदार समेत साइबर के जानकार अफसरों को शामिल किया गया। एक जनवरी 2022 में गठित एसीसीयू के अंतर्गत नारकोटिक्स सेल भी है। इस सेल ने लगातार नशे के खिलाफ अभियान चलाकर कई तस्करों को गिरफ्तार किया है। दूसरे राज्यों में भी नारकोटिक्स की टीम ने दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा है।

बस स्टैंड से 50 किलो गांजा के साथ तीन गिरफ्तार

अंबिकापुर में पुलिस ने अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पास तीन गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से 50 किलो गांजा बरामद हुआ। आरोपी गांजा लेकर उत्तरप्रदेश जाने की कोशिश कर रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ओडिशा से लेकर आए थे। शिवरात्रि पर ज्यादा मांग होने के कारण यूपी बेचने के लिए जा रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया है। एसपी भावना गुप्ता ने बातया कि, सूचना मिली थी कि अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पीछे कबीर आश्रम के पास तीन युवक बड़ी मात्रा में गांजा लेकर पहुंचे हें। इस पर सीएसपी स्मृतिक राजनाला व एसडीओपी ग्रामीण अभिषेक पांडेय और बस स्टैंड पुलिस सहायता केंद प्रभारी अभिषेक पांडेय की टीम ने कबीर आश्रम के पास पहुंचकर तीनों युवकों को धर दबोचा। युवकों के बैगों की तलाशी लेने पर उसमें 50 किलो गांजा बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपियों में लैलूंगा रायगढ़ निवासी प्रमोद प्रधान और भदोही, यूपी निवासी बबलू पटेल व क्लेक्टर विंद शामिल है। जब्त गांजे की कीमत करीब 7.50 लाख रुपये बताई जा रही है। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उत्तरप्रदेश में शिवरात्री पर गांजे की खासी मांग रहती है। अच्छी कीमत मिलती है। इस मांग को देखते हुए बबलू पटेल एवं कलेक्टर विंद ने प्रमोद से संपर्क किया। प्रमोद ओडिशा से गांजा पहुंचा था।

जीआरपी ने गांजा तस्करी के मामले में आरक्षक को भेजा जेल

रायपुर जीआरपी ने गांजा तस्करी करने के मामले में आज आरपीएफ के एक स्टाफ को जेल भेज दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जीआरपी ने आरपीएफ स्टॉफ राजेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. है. जानकारी के मुताबिक ये आरोपी 6-7 महीने से फरार था. उक्त आरपीएफ स्टॉफ पर आरोप है कि उसने महासमुंद के रेलवे स्टेशन स्थित कैंटीन में शंकर पंडित नाम के मुख्य आरोपी को करीब 7 किलो गांजा सप्लाई किया था. मिली जानकारी के मुताबिक उक्त आरपीएफ स्टॉफ 2017 से महासमुंद में पदस्थ था और एफआईआर दिनांक तक संबलपुर रेल मंडल के मुनीगुढ़ा में पदस्थ था. आरोपी आरपीएफ स्टाफ को जीआरपी ने कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद जेल दाखिल कर दिया है.

कोटपा एक्ट 2003

पर हुई विशेष चर्चा

राष्ट्रीय तंबाखू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन से कोटपा अधिनियम 2003 के समस्त धाराओं के उल्लंघन पर किए जाने वाले कार्यवाही के विषय में प्रशिक्षण रायपुर जिले के समस्त थाना के (उप निरीक्षक व सहायक उप निरीक्षक ) को प्रदान किया गया। साथ ही समस्त तंबाखू मुक्त किए जाने हेतु प्रदर्शित किए जाने वाले बोर्ड भी प्रदान किया गया। साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय से उप पुलिस अधीक्षक डॉ चित्रा वर्मा द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सहयोग प्रदान किए जाने पर चर्चा किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष कुमार मेजरवार द्वारा सभी कार्यक्रम के साथ समन्वय करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने का आग्रह किया। प्रशिक्षण के दौरान जिला सलाहकार डॉ श्रृष्टि यदु द्वारा कार्यक्रम का उद्देश्य और नशा मुक्ति केंद्र के विषय में चर्चा किया गया। द यूनियन से संजय नामदेव संभागीय समन्वयक द्वारा कोटपा एक्ट 2003 पर विस्तार से समझाया गया।

वर्ष 2022 में पुलिस की कार्रवाई, पदार्थ प्रकरण गिरफ्तारी जब्त मात्रा कीमत

गांजा 172 257 1263.314 किग्रा 1,26,33,140

अफीम 1 1 96 ग्राम 10, 000

ब्राउन शुगर 3 5 34 ग्राम 1,23, 000

हेरोईन 4 8 72.00 मिग्रा 3,60,000

चरस 2 11 252.00 ग्राम 2,20, 000

कोकीन 1 3 10 मिग्रा 50, 000

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