कोरिया। बैकुण्ठपुर स्थित जिला अस्पताल सहित प्राथमिक, सामुदायिक अस्पताल को लेकर बैकुण्ठपुर के विधायक भइया लाल राजवाड़े एवं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह बहुत ही गंभीर हैं। मरीजों के बेहतर इलाज हो, इसके लिए लगातार जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर निरीक्षण कर रहे हैं।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.एस. सेंगर ने जानकारी दी कि जिला अस्पताल स्थित सीटी स्कैन में अब तक 1 हजार 420 मरीजों का सीटी स्कैन हुआ है, इनमें से 870 मरीजों के आयुष्मान कार्ड से निःशुल्क जांच की गई है। जिला अस्पताल में डायलिसिस मशीन होने से करीब 1 हजार 641 मरीजों का डायलिसिस किया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मरीजों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जा रही है, जिसके तहत गर्भावस्था माताएं और बच्चे के जन्म के समय, नवजात एवं शिशुओं के स्वास्थ्य, बाल एवं किशोरावस्था स्वास्थ्य, गैर संचारी रोगों की जांच, बुजुर्गों और प्रशामन स्वास्थ्य देखभाल, आंख, कान, नाक एवं गला से संबंधित रोगों के देखभाल के लिए आपातकालीन चिकित्सकीय सेवाएं के अलावा मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं भी दी जा रही है। जिला अस्पताल में निश्चेतना विशेषज्ञ एवं रेडियोलॉजिस्ट की पदस्थापना होने से अंचल के मरीजों को लाभ मिलेगा।
सोनोग्राफी मशीन लगने से सोनहतवासियों की तकलीफ दूर हुई है। सोनहत विकासखण्ड के रामगढ़ क्षेत्र के गर्भवती माताओं को इलाज एवं सोनोग्राफी के लिए 80 किलोमीटर का सफर करते हुए बैकुण्ठपुर जिला अस्पताल आना होता था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सोनहत में सोनोग्राफी मशीन स्थापित होने से 413 गर्भवती माताओं को निःशुल्क जांच की गई और इस तरह आर्थिक, मानसिक व शारीरिक समस्याओं से छुटकारा भी मिलने लगी है।
बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के सरईगहना स्थित हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर की व्यवस्थाओं को लेकर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत राष्ट्रीय प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 तक 17 हाट बाजारों में करीब 74 हजार मरीजों की जांच, दवाई दिए गए हैं। इन हाट बाजारों में शिविरों के माध्यम से हीमोग्लोबिन, खून, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, मलेरया व अन्य रोगों की जांच की जाती है। बता दें वर्ष 2022-23 हेतु प्रदेश में कोरिया जिले को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जिले के सभी स्वास्थ्य अमले में समुचित डॉक्टरों, स्टॉफ, दवाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों को दूरस्थ अंचल के अस्पतालों में लगातार दौरा करने के आदेश भी दिए हैं।