छत्तीसगढ़

इनकम टैक्स को टाइल्स कारोबारी के पास बेनामी संपत्ति का अनुमान

Nilmani Pal
12 Aug 2022 6:02 AM GMT
इनकम टैक्स को टाइल्स कारोबारी के पास बेनामी संपत्ति का अनुमान
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जसेरि रिपोर्टर

रायपुर । गुजरात के आयकर अधिकारियों द्वारा रायपुर के टाइल्स कारोबारी के ठिकानों पर जांच जारी रही। बताया जा रहा है कि बुधवार देर रात तक यह जांच पूरी कर आयकर की टीम गुरुवार को लौट गई। सूत्रों के अनुसार आयकर अधिकारियों द्वारा अपने साथ आवश्यक दस्तावेज भी जब्त किए गए। इसके साथ ही कारोबारी के लैपटाप, डेस्कटाप की भी जांच की गई। सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि लेन-देन में काफी गड़बड़ी होने के साथ ही बेनामी संपत्ति पाए जाने की भी आशंका है। इसके आधार पर ही गुजरात की टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई।

बताया जा रहा है कि आयकर के निशाने पर अभी और भी कारोबारी समूह हैं, जिनके द्वारा टैक्स चोरी करने के साथ ही लेन-देन में गड़बड़ी की संभावना है। पिछले दिनों ही आयकर की 250 सदस्यीय टीम द्वारा स्टील व पावर प्लांट कारोबारियों पर कार्रवाई की गई थी।

15 किलो सोना, 671 किलो चांदी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के सराफा कारोबारियों पर छापामार कार्रवाई कर म्यांमार और बांग्लादेश से अवैध सोना लाने वाले रैकेट को पकड़ा है। उनके पास से तीन किलो 800 ग्राम सोना, 12 किलो सोने के आभूषण, 671 किलो चांदी और एक करोड़ 41 लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं। तीन दिनों तक चली जांच के बाद ईडी ने पाया कि कारोबारियों ने अवैध तरीके से बांग्लादेश से सोने की तस्करी की। राजनांदगांव के सराफा कारोबारी विजय कुमार बैद (विक्की) पर डायरेक्टर आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस की कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बालोद के सराफा कारोबारियों के 21 ठिकानों पर ईडी की टीम ने पांच अगस्त को कार्रवाई की थी। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि सोना तस्करों ने पहले म्यांमार से सोना को बांग्लादेश पहुंचाया। वहां से सोना कोलकाता पहुंचा, जहां से सड़क और रेलमार्ग से रायपुर लाया गया। कारोबारियों ने हवाला के माध्यम से पैसे का भुगतान किया। अधिकारियों के मुताबिक विदेशी सोना की तस्करी के रैकेट का संचालन छत्तीसगढ़़ और पड़ोसी राज्य से किया जा रहा था। ईडी की टीम ने झारखंड में एक स्थान पर छापामार कार्रवाई की थी। ईडी के अधिकारियों को कुछ डिजिटल उपकरण भी मिले हैं, जिनमें कारोबारियों के लेन-देन के रिकार्ड हैं। उन्हें भी जब्त कर लिया गया है। ईडी ने कारोबारियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

छत्तीसगढ़ में गोल्ड स्मगलिंग, जल्द ही आरोपियों की होगी गिरफ्तारी

प्रवर्तन निदेशालय राज्य में एक्टिव मोड पर है। ईडी ने पहले तो म्यांमार से बांग्लादेश-कोलकाता तक सोने-चांदी की तस्करी पर अपना शिकंजा कसा जिसके बाद अब छत्तीसगढ़ में भी ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। ईड़ी ने छत्तीसगढ़ में बड़े स्तर पर चल रहे सराफा कारोबार में सोने-चांदी की तस्करी का पर्दाफाश किया है। श्वष्ठ ने छत्तीसगढ़ और झारखंड के कारोबारियों और उनसे संबंधित लोगों के पास से करीब 16 किलो 655.63 ग्राम सोना और 671.77 किलोग्राम चांदी और एक करोड़ 41 लाख रुपए नगदी जब्त किया है। बता दें कि यह कार्रवाई ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग कानून के तहत की है। जिसपर जांच अब भी जारी है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय-श्वष्ठ ने पिछले हफ्ते ही छत्तीसगढ़ और झारखंड के 22 ठिकानों पर एकसाथ छापा डाला था। यह कार्रवाई ईडी द्वारा 5, 6 और 7 अगस्त को दोनों ही राज्यों में की गई थी। यह तलाशी अभियान तस्करी के एक रूट का पीछा करते हुए चला था। ईडी ने कार्रवाई में की गई जब्ती के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि गहने और रकम बांग्लादेश से कोलकाता होते हुए रायपुर के फैले अवैध चैनलों से जब्त किए गए हैं। पिछले सप्ताह ईडी ने तीन दिनों तक छत्तीसगढ़ के कई शहरों में अभियान चलाया था। रायपुर के पंडरी, सराफा बाजार, हलवाई लाइन, सिविल लाइंस स्थित कई समूहों से जड़े घरों-प्रतिष्ठानों में तलाशी ली गई थी। दुर्ग में भी टीम पहुंची थी। जानकारी के मुताबिक ईडी को पिछले छापेमारी के दौरान इस बात का इनपुट मिला था कि यहां के सराफा कारोबारी म्यांमार से सोना-चांदी की तस्करी कर रहे हैं और इसके पीछे हवाला का एक पूरा नेटवर्क बना हुआ है। तो सबसे पहले ईडी ने बांग्लादेश से रायपुर तक का पूरा कनेक्शन जोड़ा और फिर इससे जुड़े सभी कारोबारियों पर अपना शिकंजा कसा। अब संभावना यह भी जताई जा रही है कि मामले में जल्द ही एजेंसी गिरफ्तारी भी करेगी।

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