नीर भवन, पीडब्ल्यूडी, वन पर्यावरण, विकास भवन, पर्यावास भवन व जीएसटी जैसे विभागों में वसूलीबाज घूमते हुए पाए गये हैं...
अधिकारियों में रोष, अधिवेशन के बाद शिकायत की तैयारी
रायपुर (जसेरि)। भारतीय जनता पार्टी के नेताओ ने कांग्रेस सरकार के संरक्षण में कांग्रेसी नेताओं द्वारा भ्रष्टाचार व अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस का महाधिवेशन रायपुर में होना इनके लिए अवैध वसूली का अवसर मिलना जैसे हो गया है। महाधिवेशन के नाम पर जमकर उगाही कर रहे हैं। और कांग्रेस पार्टी की छवि को धूमिल कर रहे हैं। वसूलीबाज छुटभैये नेता लोगों के पास जाकर बड़ी जिम्मेदारी मिलने की बात कहकर अनाप शनाप पैसा वसूल कर अपनी जेबें भर रहे हैं। इनके लिए कहा 15 साल बाद मिली सत्ता के नशे में चूर कांग्रेसी नेता अराजक हो चुके हैं। बड़े से लेकर छुटभैये कांग्रेसी नेता तक सरकारी संस्थाओं से अवैध वसूली के कृत्य में लगे हुए हैं। शराब दुकान के मैनेजरों से और व्यापारी संघठनो से चंदे के रूप में लाखो रूपये अवैध रूप से वसूल रहे है नहीं देने वालो को सरकार हमारी होने का धौंस भी दिखा रहे हैं। एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बड़े नेताओ का करीबी बताकर छुटभैये नेता सिर्फ वसूली पर लगे है हैं जिसकी शिकायत पार्टी संगठन में भी की गई है तथा संगठन के नेताओ को भी इसकी जानकारी लग चुकी है लेकिन
सम्मलेन होने के कारन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। सम्मलेन निपट जाने के बाद कार्रवाई किये जाने की चर्चा हो रही है।
इस सम्बन्ध में कांग्रेस नेताओ से बात करने पर उन्होंने बताया की जिन्हे जिम्मेदारी मिली है वे दिन रात अधिवेशन को सफल बनाने के लिए मेहनत में लगे हुए हैं तथा धमकाने और अवैध वसूली के आरोप से इंकार कर रहे हैं। देखा जा तरह है कि अवैध वसूली का खेल ऊपर से लेकर नीचे तक फैला हुआ है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि कांग्रेसी सरकार में सरकारी तंत्र को भी भ्रष्ट बनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कांग्रेस के छात्र संगठन के नेता हो या यूथ कांग्रेस के छुटभैये नेता जो कि भविष्य के कांग्रेस नेतृत्वकर्ता हो सकते हैं, वो अभी से इस प्रकार के अवैध वसूली के कृत्य में लगे हुए हैं तो आगे किस प्रकार का आचरण करेंगे, ये जनता के लिए विचार करने वाली बात है। भाजपा के उक्त नेता ने कहा पूरा छत्तीसगढ़ अराजकता की भेंट चढ़ चुका है। सरकार के सरंक्षण में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। वसूली की चर्चा प्रशासनिक स्तर पर भी हो रही है इससे अधिकारियों में नाराजगी है। पीडब्ल्यूडी, पर्यावरण, वन जीएसटी श्रम, जैसे कई विभागों में वसूली के लिए घुमते देखे गए हैं। अधिकारी अधिवेशन के बाद इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने वाले हैं।