चलती ट्रेन में यात्री को होने लगी सांस लेने में दिक्कत, RPF की सतर्कता से बची जान
बिलासपुर। दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस में एक बुजुर्ग यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। जब इसकी जानकारी मिली तो स्टेशन मास्टर व आरपीएफ दोनों मदद के लिए जुट गए। यात्री के पहुंचने से पहले स्टेशन में एंबुलेंस की व्यवस्था की गई। ट्रेन से उन्हें उतारकर सीधे अपोलो अस्पताल में लेकर गए। साथ ही में आरपीएफ के एक आरक्षक को भेजा गया। ताकि स्वजन को किसी तरह की दिक्कत न हो।
सूचना बिलासपुर रेलवे स्टेशन मास्टर को मिली थी। उन्हें बताया गया कि 15160 सारनाथ एक्सप्रेस मे एक यात्री को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। ट्रेन रात 12:58 बजे बिलासपुर स्टेशन पहुंचने पर पहुंची। आन ड्यूटी स्टेशन मास्टर और रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट बिलासपुर से उप निरीक्षक कुलदीप सिंह और आरक्षक सूरज चंद रजवाड़े द्वारा उक्त यात्री को अटेंड किया गया। यात्री के साथ यात्रा कर रहे उनके पोते अनुराग गर्ग से यात्री का नाम पूछने पर नाम और पता रामहेतु गर्ग निवासी वार्ड नंबर 23 सनातम धर्म मंदिर के पीछे संग्राम कालोनी सतना मध्य प्रदेश बताया।
वह इस ट्रेन में रायपुर से सतना के लिए सफर कर रहे थे। यात्रा के दौरान बुजुर्ग यात्री को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इससे साथ में चल रहे पोते घबरा गए, उन्होंने मदद मांगी। उन्हें सहयोग भी मिल गया। आरक्षक सूरज चंद रजवाड़े को उक्त यात्री के साथ अपोलो हस्पिटल भेजा गया। रात 01:30 बजे अपोलो अपातकालीन वार्ड मे भर्ती किया गया है। वहां आरपीएफ को चिकित्सकों ने यात्री को अभी तीन से चार दिन और यहां अपातकालीन वार्ड में रखना होगा। यह बात पोते को भी बताई गई। ताकि वह स्वजन को इसकी जानकारी दे सके। वे सतना मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। इसलिए बिलासपुर उनके लिए नई जगह है। जिसे देखते हुए ही उन्हें कहा गया कि कोई मदद लगती है तो आरपीएफ करेगी।