पार्षदों व सीएमओ के बीच मारपीट मामले में पुलिस ने किया अपराध दर्ज, पढ़े पूरी खबर...
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बलरामपुर। बलरामपुर नगर पालिका में अध्यक्ष व पार्षदों के द्वारा सीएमओ के साथ हुई मारपीट की घटना में पुलिस ने विवेचना के बाद लूट व हमला करने का भी धारा जोड़ दिया है। गत 22 सितंबर को सीएमओ बलरामपुर ने पुलिस से लिखित शिकायत की थी। जिसमें उल्लेख था कि पार्षदों व अध्यक्ष ने मिलकर मारपीट करते हुए गाली दिए तथा शासकीय दस्तावेज इधर-उधर करने तथा आगजनी की धमकी दिए थे।
सीएमओ की शिकायत पर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षदों सहित 20 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया था। जिनके ऊपर एफआईआर दर्ज किया गया था, उनमें अध्यक्ष गोविंद राम, उपाध्यक्ष नवीन गुप्ता, प्रवीण गुप्ता, संजीत सिंह, विनय यादव, राकेश सिंह, अमित गुप्ता, शंकर पासी, रोशन चौरसिया, दिलीप सोनी, अजय गुप्ता, जितेंद्र श्रीवास्तव, बसंत सिंह, रिकी गुप्ता, का नाम शामिल था।
गौरतलब है कि 20 सितंबर को नगर पालिका बलरामपुर में नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं पार्षदों ने सीएमओ के विरुद्ध पीआईसी की बैठक अध्यक्ष व पार्षदों के बार-बार निवेदन के पश्चात भी न कराने के कारण विकास कार्य रुका होने का आरोप लगाते हुए एक लिखित ज्ञापन कलेक्टर बलरामपुर, तहसीलदार बलरामपुर, अनुविभागीय दंडाधिकारी, कोतवाली थाना बलरामपुर, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर, को नगर पालिका में तालाबंदी व आंदोलन के लिए दिए थे।
21 सितंबर को अध्यक्ष व पार्षदों ने 11.30 बजे तालाबंदी का कार्यक्रम किए और शाम को करीब 5.45 बजे तक पंडाल लगाकर मांग करते रहे कि बैठक हो। एसडीएम बलरामपुर ने समझाइश देकर सभी को शांत कराया व बैठक कर सभी को समझाइश देते हुए कहा कि अगले दिन बैठक होगी। इसी आश्वासन के पश्चात विवाद शांत हो गया था, लेकिन शाम 8 बजे की दरमियान पुन: सीएमओ व पार्षदों के बीच विवाद हो गया था। सीएमओ बलरामपुर सुमित कुमार गुप्ता ने 22 सितंबर को लिखित शिकायत आवेदन देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराया गया था। जिसके बाद पुलिस ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षदों सहित 20 लोगों के विरुद्ध एफ आईआरदर्ज किया था, घटना में शामिल अभी सभी लोग फरार चल रहे हैं।
पार्षद पत्नी ने कहा- पति घर में थे उसके बाद भी उनका नाम जोड़ा गया
बलरामपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 15 के पार्षद की पत्नी आशा तिवारी ने बताया कि मेरे पति सुदेश्वर तिवारी जो घटना दिनांक 21 सितंबर को शाम 7.15 बजे से रात भर घर में ही रहे, जिसका प्रमाण मेरे निवास में लगे सीसीटीवी कैमरे में देख सकते हैं, लेकिन उनके ऊपर भी अनावश्यक परेशान करने के उद्देश्य से बाद में नाम जोड़ा गया है। श्रीमती तिवारी ने कहा कि मैं सीसीटीवी का फुटेज निकलवा कर सीडी व अन्य माध्यमों से शासन प्रशासन को अवगत कराउंगी।