छत्तीसगढ़

राजधानी में 2020 में अपराध के 4316 मामले दर्ज हुए

Admin2
29 Dec 2020 5:54 AM GMT
राजधानी में 2020 में अपराध के 4316 मामले दर्ज हुए
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2018-2019 के बजाय इस साल अपराध घटे

जसेरि रिपोर्टर। राजधानी में इस वर्ष अपराध के रेसियो घटने के बावजूद आंकड़े चौकाने वाले हैं। 2020 में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट, चोरी-बलवा व दुष्कर्म जैसे 4000 से ज्यादा मामले घटित हुए। पिछले कुछ वर्षों से छत्तीसगढ़ में अपराध बढ़े हैं। अपराधों में कानून और पुलिस का खौफ कम हुआ है। पिछले कुछ सालों में मारपीट, चाकूबाजी से लेकर रेप, और हत्या जैसे मामले बड़े पैमाने पर बढ़े। हालांकि पुलिस इससे इत्तेफाक नहीं रखती, पुलिस का कहना है कि अपराध और वारदात होने के साथ ही अपराधियों की धरपकड़ और कार्रवाई भी तत्परता से हो रही है। और मामलों को पुलिस ने कम समय में ही सुलझाया है जिससे आरोपी जेल की सलाखों तक पहुंचे है। बीते 3 सालों में हत्या (302) के 180 मामले, हत्या के प्रयास (307) के 234 मामले, बलात्कार (376) के 704 मामले, धोखाधड़ी (420) के 993 मामले, मारपीट गाली गुफ़्तार (323, 326, 506) के 7779 मामले, आम्र्स एक्ट (25, 27) के 1329 मामले, नरकोटिकस एक्ट (27) के 260 मामले, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु (304 ए) के 1247 मामले सामने आए है। हालाकि अपराध का रेश्यो बहुत कम हुआ है फिर भी अपराधों की संख्या को देखते हुए इसे सही नहीं कहा जा सकता। आंकड़ों को देखते हुए प्रदेश में पुलिस को और सख्त होने की जरुरत है।

2018 में इतने अपराध हुए : राजधानी में साल 2018 में हत्या के 56, हत्या के प्रयास 68, आम्र्स एक्ट के 428, बलात्कार के 214, धोखाधड़ी के 394, मारपीट गाली गुफ़्तार के 2272, नरकोटिकस एक्ट के 54, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 410 मामले सामने आए है।

2019 में इतने अपराध हुए : राजधानी में साल 2019 में हत्या के 65, हत्या के प्रयास 78, आम्र्स एक्ट के 555, बलात्कार के 258, धोखाधड़ी के 352, मारपीट गाली गुफ़्तार के 2678, नरकोटिकस एक्ट के 101, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 409 मामले सामने आए है।

2020 में इतने अपराध हुए : राजधानी में साल 2020 में हत्या के 59, हत्या के प्रयास 88, आम्र्स एक्ट के 346, बलात्कार के 214, धोखाधड़ी के 247, मारपीट गाली गुफ़्तार के 2829, नरकोटिकस एक्ट के 105, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 428 मामले सामने आए है।

राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने की मुहिम में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिली है। 2018 में हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी व सड़क दुर्घटना आदि की घटनाओं के कुल 3896 मामले दर्ज किए गए। उस समय भी पुलिस अपने स्तर में कार्रवाई कर रही थी। साल 2018 में रायपुर पुलिस हर अपराध में अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा देती थी। मगर कुछ कारणों से आरोपियों को जमानत भी मिल जाती है।

राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने की मुहिम में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिली है। 2019 में हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी व सड़क दुर्घटना आदि की घटनाओं के कुल 4496 मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने इस साल भी अपराधों को कम करने का प्रयास किया था मगर आकड़ों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि अपराध कम हो रहे है। राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने की मुहिम में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिल रही है। 2020 में हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी व सड़क दुर्घटना आदि की घटनाओं के कुल 4316 मामले दर्ज किए गए।

2019 में जहां मामले ज्यादा हुए वही पुलिस की सख्ती की वजह से 2020 में अपराध कुछ कम हुए है।

पिछले 5 महीने में 112 गुंडे बदमाशों पर कार्रवाई

राजधानी की पुलिस ने माह जुलाई से अब तक अपराधिक गतिविधियों में लगातार संलिप्त कुल 67 व्यक्तियों की गुण्डा सूची और 29 व्यक्तियों का निगरानी सूची खोली है। 14 व्यक्ति के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई और 2 व्यक्तियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन जिला दंडाधिकारी रायपुर (कलेक्टर) को भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक अपराधिक/असमाजिक तत्वों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार रहेगा जारी। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार यादव के निर्देशन में रायपुर पुलिस ने कार्रवाई की है। अड्डेबाजों, गुटबाजी करने वालों, संदिग्ध व्यक्तियों सहित अपराधिक तत्वों की लगातार ताबड़तोड़ चेकिंग की गई। अपराधिक गतिविधियों में लगातार संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 5 माह जुलाई से नवंबर तक 44 व्यक्तियों की गुण्डा सूची और 26 व्यक्तियों का निगरानी सूची खोली गई। साथ ही 1 व्यक्ति के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की गई। इसी तारतम्य में रायपुर पुलिस ने ऐसे अपराधिक तत्वों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते हुए 25 दिसंबर से 28 दिसंबर तक 23 व्यक्तियों की गुण्डा सूची, 3 व्यक्तियों का निगरानी सूची खोली है। 2 व्यक्ति जो थाना कोतवाली क्षेत्र के गुंडा बदमाश है, जिसमें एक व्यक्ति नशीली पदार्थ का कारोबारी है।

और एक व्यक्ति का गुंडागर्दी करते विडियो वायरल हुआ था। दोनों के विरुद्ध एनएसए की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन जिला दंडाधिकारी रायपुर की भेजा गया है। जुलाई से अब तक कुल 112 असमाजिक/अपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

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