छत्तीसगढ़

Ambikapur में चोरी के जेवरात बैंकों में रखते थे गिरवी, गिरोह गिरफ्तार

Shantanu Roy
5 Jun 2024 7:06 PM GMT
Ambikapur में चोरी के जेवरात बैंकों में रखते थे गिरवी, गिरोह गिरफ्तार
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Ambikapur: अंबिकापुर शहर के तकिया रोड स्थित समर प्रसाद जायसवाल के घर लाखों की चोरी के आरोप पर पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। चोरी के जेवरात stolen jewelery को बैंक में रख कर आरोपितों ने नकदी रकम हासिल किया था। इस रकम को आरोपितों ने आपस में बांट लिया था। लगभग 200 से अधिक सीसी कैमरों की जांच के बाद पुलिस ने आरोपितों की पहचान सुनिश्चित की। घटना में शामिल दीपक देवास (22) बड़ी बाजार टिकरापारा चिरमिरी, रिजवान् रहमान (21) बड़ी बाजार चिरमिरी,बादल कुशवाहा (21) छोटी बाजार चिरमिरी,रामकुमार साहू उर्फ़ अनमोल (32) कटकोना थाना पटना जिला कोरिया तथा अमित कुमार जायसवाल (36) सलका डेडरी जिला सूरजपुर वर्तमान निवास केनाबांध को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 47000 रुपये नकद, पांच नग मोबाइल, सोने का अंगूठी चार नग, एक नग लॉकेट, दो कंगन, चार नग दाना, एक सोने का हार औजार एवं घटना मे प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल बरामद किया गया है। स्थानीय आरोपित अमित जायसवाल द्वारा रेकी के बाद अन्य आरोपितों को चोरी के लिए बुलाया गया था। सोने को बिलासपुर बैंक मे गिरवी रखकर लगभग चार लाख रुपये प्राप्त किया गया था। कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक अखिलेश सिंह,सहायक उप निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव, सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह, सहायक उप निरीक्षक अभिषेक पाण्डेय, सहायक उप निरीक्षक अभिषेक दुबे, सहायक उप निरीक्षक विवेक पाण्डेय शामिल रहे।
तकिया रोड निवासी समर प्रसाद जायसवाल बीते 23 अप्रैल 2024 को घर में ताला बंद कर परिवार के साथ अपने गृहग्राम धंधापुर चला गया था। बीते 17 मई को तकिया रोड़ स्थित निवास पहुंचने पर मकान का ताला टूटने की जानकारी मिली । यहां से चोरों ने 30 हजार रुपये नकद, सोने -चांदी का गहना चोरी कर लिया था घटना में किसी जानकार के शामिल होने का संदेह जताया जा रहा था। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। घटनास्थल का निरीक्षण कर आस पास के सीसीटीवी फूटेज का अवलोकन किया गया। 200 से अधिक सीसी फूटेज का अवलोकन करने पर कुछ संदिग्ध नजर आए ।इन संदिग्धों के संबंध में पुलिस ने जानकारी जुटाई। पता चला कि ये सभी चिरमिरी क्षेत्र के रहने वाले है। आरोपियों की पहचान सुनिश्चित होने के बाद पुलिस ने धर पकड़ अभियान शुरू किया था। आरोपितों की पहचान सुनिश्चित होने के बाद संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना पटना पुलिस एवं थाना चिरमिरी पुलिस की सहायता से दीपक देवास, रिजवान् रहमान व बादल कुशवाहा को पकड़ा गया। इन्होंने रामकुमार साहू कटकोना के साथ मिलकर चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने रामकुमार साहू को पकड़ कर पूछताछ शुरू की तो अमित जायसवाल नामक पांचवें आरोपित का पता चला जिसने रामकुमार साहू के सहयोग से चिरमिरी से आरोपितों को बुलाकर चोरी की घटना कारित कराई थी।
अंबिकापुर में रहने वाले आरोपित अमित जायसवाल ने बताया कि आरोपित रामकुमार साहू से जानपहचान था।दोनों एक दूसरे से मिलते थे। इसी दौरान रामकुमार साहू और अंबिकापुर निवासी अमित जायसवाल द्वारा मिलकर सूने मकान मे चोरी करने की योजना बनाई गई। अमित जायसवाल द्वारा तकिया रोड़ स्थित मकान की तलाश कर रामकुमार साहू को सूचित किया गया। आरोपित रामकुमार साहू द्वारा चोरी की घटना कारित करने हेतु चिरमिरी के दीपक देवास, रिजवान् रहमान एवं बादल कुशवाहा कान्छी को बुलाया गया था। दीपक देवास के साथ सभी आरोपितो को रामकुमार ने शहर भेजा। स्थानीय आरोपित अमित जायसवाल ने अन्य आरोपी दीपक देवास को अपने दोपहिया वाहन मे बैठाकर घटनास्थल की रेकी कराया, रेकी करने बाद अमित जायसवाल अपने घर चला गया और आरोपियों के सम्पर्क मे बना हुआ था। पुलिस ने बताया कि घटना दिवस 15 अप्रैल 2024 को दीपक देवास अपने अन्य दोनों साथी रिजवान् रहमान एवं बादल कुशवाहा कान्छी के साथ मिलकर तकिया रोड स्थित मकान का ताला तोड़कर नकदी, जेवरातों की चोरी की। घटना पश्चात सभी अलग अलग फरार होकर रेलवे स्टेशन के पास पहुचे, बाद मे आरोपी रामकुमार साहू अपने मोटरसायकल से अंबिकापुर आकर दीपक देवास एवं अन्य साथियो से मकान से चोरी किया गया सोना चांदी एवं नकद रकम लेकर चला गया एवं सभी आरोपी मौक़े से फरार हो गए। आरोपित रामकुमार साहू ने बिलासपुर आईसीआईसीआई बैंक जाकर सोने के गहनो को गिरवी रखकर लगभग 04 लाख रुपये नकद प्राप्त किया था और चांदी को 17 हजार रुपये में बेच दिया था। प्राप्त रकम में से एक लाख पांच हजार रुपये अमित जायसवाल को, आरोपित दीपक को एक लाख व अपने पास 30 हजार रुपये रखा था। शेष रकम खाने पीने एवं सट्टा में खर्च कर दिया था। दीपक देवास द्वारा रिजवान् को 15000 रुपये एवं अन्य साथी बादल को 25000 रुपये दिया गया था।
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