छत्तीसगढ़

मुंगेली जिले में विकास की असीम संभावनाएं - कृषि मंत्री रविंद्र चौबे

Shantanu Roy
9 Jun 2022 6:04 PM GMT
मुंगेली जिले में विकास की असीम संभावनाएं - कृषि मंत्री रविंद्र चौबे
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मुंगेली। प्रदेश के संसदीय कार्य, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन एवं आयाकट मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर उनके काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मुंगेली जिले में विकास की असीम संभावनाएं है। यहां की जलवायु, मिट्टी, पानी तथा मानव श्रम यहां के विकास के लिए अनूकुल है। इस हेतु उन्होंने जिले के समुचित विकास के लिए व्यापक और विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुंगेली विधान सभा क्षेत्र के विधायक पुन्नूलाल मोहले, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष राम कुमार पटेल, लोरमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक धर्मजीत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चन्द्राकर, नगर पालिका अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजीत बनर्जी, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति प्राधिकरण के सदस्य सुश्री रत्नावली कौशल, कृषि उत्पादन आयुक्त एवं सचिव डाॅ. कमलप्रीत सिंह, विशेष सचिव कृषि अयाज फकीर भाई तम्बोली, कलेक्टर डा. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह, संचालक कृषि श्री यशवंत कुमार, उद्यानिकी विभाग के संचालक मातेश्वरम, मत्स्य विभाग के संचालक नारायण सिंह, पशु पालन विभाग के संचालक श्रीमति संजय चंदन त्रिपाठी, कृषि विभाग के उपसचिव तुलिका प्रजापति, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अजय सोमावार, अधीक्षण अभियंता पी. आनंद, वनमण्डलाधिकारी गणेश राजन, अपर कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी. एस. राजपूत सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

कृषि मंत्री श्री चौबे ने कहा कि राज्य शासन द्वारा कृषि को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस हेतु किसानों के लिए डबल लाॅक और सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज की भण्डारण किया गया है। उन्होने किसानों को भण्डारित खाद बीज का वितरण यथा शीघ्र करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि धान के अलावा केला, पपीता, मिर्च, हल्दी, टमाटर जैसे अन्य उद्यानिकी फसलों से अधिक आय प्राप्त होती है। इस हेतु उन्होंने किसानों को उद्यानिकी फसल लेने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने विकासखण्डवार जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित करने, किसानों को उद्यानिकी फसलांे के संबंध में प्रशिक्षित करने के साथ शासकीय योजनाओं की जानकारी देने और जिले में स्थापित नर्सरी में क्षमता के अनुरूप पौध विकसित करने के निर्देश दिये।
बैठक में मंत्री श्री चौबे ने शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत् जिले के सक्रिय गौठानों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि गौठानों को मल्टीएक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने सक्रिय गौठानों में गोबर क्रय एवं वर्मी कम्पोस्ट के अलावा मुर्गीपालन, मछलीपालन, बकरीपालन, सब्जी उत्पादन, प्रोसेसिंग यूनिट जैसे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधि संचालित करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने सक्रिय गौठानों में नियमित रूप से गोबर की खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन तथा विक्रय तथा पशुपालाकों एवं समूह की महिलाओं को समय-समय पर किये जा रहे भुगतान के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। बैठक में उन्होने कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि महाविद्यालय को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करने और नजदीक के ग्रामों के विकास के लिए ग्रामों को गोद लेने के निर्देश दिये। इसी तरह उन्होने अधिक आय प्राप्त करने के लिए मत्स्य पालन के कार्य को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिये। इसी क्रम में उन्होने सिंचाई विभाग की भी समीक्षा की और जिला मुख्यालय में आगर नदी की नियमित साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण के लिए आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में विधायक द्वय पुन्नूलाल मोहले एवं धर्मजीत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्राकर एवं उपाध्यक्ष श्री बनर्जी द्वारा भी किसानों की समृद्धि के लिए सुझाव दिये। इस अवसर पर कलेक्टर डाॅ. सिह ने कृषि एवं कृषि से संबंधित विभागों द्वारा किसानों के विकास के लिए बनाये गये कार्य योजना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। तत्पश्चात् जिला प्रशासन द्वारा मंत्री श्री चौबे को जैविक कृषि उत्पाद प्रदान कर सम्मानित किया गया।
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