< न्यूज वेबसाइट का एक और काला कारनामा
< जनता से रिश्ता की खबर सच साबित हुई
रायपुर (जसेरि)। माना पुलिस ने अवैध वसूली के मामले में नेशनल टीवी चैनल आज तक के रिपोर्टर रहे सुनील नामदेव को गिरफ्तार किया है। इस मामले में माना थाना प्रभारी दुर्गेश रावटे ने जनता से रिश्ता को बताया कि न्यूज टुडे वेबसाइट के कर्ता-धर्ता सुनील नामदेव और नेशन अपडेट वेबसाइट के रिपोर्टर शहबाज किसी व्यक्ति से ब्लैकमेलिंग कर रहे थे. जिस पर पीडि़त ने थाने में आकर शिकायत दर्ज कराई। जिसके आधार पर पुलिस ने एफआईआर की धारा 384, 294 और 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. जिसमें सुनील नामदेव और साजिद हाशमी को पुलिस रिमांड में लिया गया है. और शहबाज फरार है। राजघानी सहित पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में फर्जी पत्रकारों की फौज सक्रिय हैं, जो पत्रकारिता के नाम पर बट्टा लगा रहा है।
पूरे प्रदेश में फर्जी पत्रकारों का गिरोह सक्रिय है, जो सरकारी अधिकारियों और कारोबारियों को धमकी, चमकी देकर अवैध वसूली में संलग्न है। जनता से रिश्ता हमेशा से ही जनसरोकार का मिशन चला रही है । जिसमें आए दिन हो रहे आनलाइन ठगी, प्यार मोहब्बत के नाम पर ठगी, साइबर क्राइम, बैंक खाते केवासी जमा करने के नाम पर ठगी जैसे मामले में जनता को सावधान और आगाह करते रहती है। जमीन, मकान खरीदी बिक्री के नाम पर फजीवाड़ा करने वालों, फर्जी जमानतदारों से सावधान रहने की जनता से रिश्ता लगातार सजग प्रहरी के रूप में जनता को सजग करने की अभियान चलाते रहती है। इसलिए सावधान, सजग और सतर्क रहे, किसी भी अनजान व्यक्ति या फोन काल को प्राथमिकता न दे। अंजान काल की सूचना पुलिस को दे।
जब गिरफ्तारी के लिए गयी रायपुर पुलिस घर को रिसोर्ट समझ कर वापस लौटने लगी : पत्रकार सुनील नामदेव के पाप का घड़ा आज आखिरकार भर ही गया जब रायपुर पुलिस ने उसको फिरौती के मामले में धर दबोचा। पत्रकारिता की आड़ में फिरौती का गोरखधंधा चलाने वाले सुनील नामदेव को आखिरकार आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सुनील के फिरौती के तरीको को लेकर विगत कई महीनों से शिकायतें आ रही थी लेकिन उसकी गिरफ्तारी तब ही संभव हो पायी जब एक रेस्टोरेंट चलाने वाले की लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने उस पर कार्रवाई की। गौरतलब है की सुनील पर रायपुर के वीआईपी रोड पर स्थित एक रेस्टोरेंट मालिक से अवैध वसूली के सन्दर्भ में उसकी गिरफ्तारी हुई है। लेकिन पुलिस के लिए हास्यास्पद स्तिथि तब पैदा हो गयी जब वो छापा मारने के लिए सुनील के घर पर पहुंची। 4 एकड़ में बना इस पत्रकार का घर इतना आलीशान था की सही जगह पर भी पहुंच कर पुलिस टीम को यही लगा की वो गलत पते पर आ गए है क्योकि मकान की रुपरेखा एक रिसोर्ट जैसी थी। पुलिस की टीम इस बात पर भरोसा नहीं कर पायी की पत्रकार का घर इतना आलीशान हो सकता है जो वर्तमान में किसी चैनल या पोर्टल में काम भी नही करता और जिसे आज से कुछ समय पूर्व वसूली करने के कारण ही देश के एक नामी मीडिया चैनल ने अपने यहां से काम से निकाल दिया था। घर पर छापे के दौरान अंदर डिस्कोथेक, स्विमिंग पूल जैसे सारी सुविधाएं मिली। जिससे देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पत्रकार ने जो की छत्तीसगढ़ का रहने वाला भी नही है कैसे वसूली और भयादोहन से करोड़ों की संपत्ति जमा कर रखी है।
ऐसे ही तथाकथित पत्रकार ही पत्रकारिता जैसे सूचित प्रॉफेशन को बदनाम करने में लगे हुए है। बहरहाल सुनील की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ के पत्रकार समुदाय ने एक तरह से राहत की सांस ली है और कइयों का मानना है की इस बदनाम पत्रकार की गिरफ्तारी की के बाद छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता में जिस तरह की कालिख लग गयी थी वो अब दूर हो जाएगी।