बलरामपुर। जिले के धमनी वन परिक्षेत्र के ग्राम सिलाजू में संरक्षित वृक्ष खैर की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। यहां निजी भूमि में सैकड़ो पेड़ों को राजस्व और वन विभाग के बिना परमिशन के ही काट दिया गया और काटे गए पेड़ों की सप्लाई झारखंड में की जा रही है।
दरअसल, पूरा मामला जिले के धमनी वन परिक्षेत्र के सिलाजु गांव का है जहाँ पर निजी भूमि से सैकड़ो संरक्षित बृक्ष खैर की लकड़ी की कटाई कर दी है और उसकी तस्करी भी पड़ोसी राज्य झारखंड में की गई। जबकि निजी भूमि से वृक्षों की कटाई के लिए एसड़ीएम का परिमिशन लेना आवश्यक होता है। इसके बाद ही हितग्राही अपने निजी भूमि से पेड़ो की कटाई करवा सकता है, लेकिन सिलाजु गांव में पिछले एक हप्ते से खैर की लकड़ियों को काटकर तस्करी की जा रही थी, जिसकी भनक जिम्मेदार अधिकारियों को क्यो नहीं लगी ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है।
लकडी कटाई का मामला सामने आने के बाद अब डीएफओ का कहना है कि कटी हुई लकड़ियों को जप्त कर लिया गया है। आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में संरक्षित खैर की लकड़ी की कटाई बिना परमिशन के हो गई और जिम्मेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी ये समझ से परे है।