छत्तीसगढ़

अवैध उगाही: फर्जी पत्रकार-आरटीआई एक्टिविस्ट गिरफ्तार

Admin2
7 Nov 2020 5:54 AM GMT
अवैध उगाही: फर्जी पत्रकार-आरटीआई एक्टिविस्ट गिरफ्तार
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गैंग का भंडाफोड़, बर्खास्त एसआई और निलंबित एएसआई भी हिरासत में

हाऊसिंग बोर्ड-क्रेडा में भी सोशल एक्टीविस्ट व फर्जी पत्रकार के नाम पर दलाल सक्रिय, अधिकारियों से सांठगांठ, जल्द होगा खुलासा

रायपुर। ईओडब्ल्यू अफसर बनकर अलग-अलग विभागों में पदस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों से अवैध उगाही का मामला फूटा है. शिकायत सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है. वहीं एक आरोपी फरार बताया जा रहा है. इसका खुलासा ईओडब्ल्यू चीफ आरिफ शेख ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया। ओडब्ल्यू चीफ ने बताया कि दो-तीन महीनों से लगातार यह शिकायत मिल रही थी कि ईओडब्ल्यू के नाम पर कुछ लोग लगातार अलग-अलग विभागों में कार्यरत लोगों को फोन कर पैसों की मांग कर रहे हैं. पूर्व में दर्ज केसेज को बंद करने को लेकर अवैध उगाही का खेल चल रहा है. इस मामले में चार लोगों के गिरोह के सक्रिय होने की बात सामने आई थी।

इस मामले में बर्खास्त एसआई सत्येंद्र सिंह वर्मा, खुद को पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट बताने वाले राकेथ तराटे और निलंबित एएसआई विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने अब तक 25 लाख रूपए से अधिक की ठगी की है. वर्मा ईओडब्ल्यू का निलंबित कर्मचारी है. गंभीर शिकायतों के बाद उसे निलंबित किया गया था. वहीं सत्येंद्र सिंह पहले भी रिश्वत मांगने के आरोप में जेल जा चुका है. इस गिरोह से जुड़ा

पुलिस विभाग का बर्खास्त कर्मचारी अभी फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उक्त जानकारी ईओडब्ल्यू चीफ आरिफ शेख ने प्रेस कांफ्रेंस में दी है।

एएसआई गिरफ्तार,डराकर पटवारी से 10 लाख मांगी थी रिश्वत : एएसआई सत्येंद्र सिंह वर्मा को रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। भाटापारा में एएसआई ने खुद को एसीबी/ईओडब्ल्यू का अधिकारी बताकर पटवारी से 10 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। बता दें एएसआई सत्येंद सिंह वर्मा रिश्वत मांगने के आरोप में पहले से ही बर्खास्त है। भाटापारा पुलिस ने ये कार्रवाई की है।

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