यहां इलाज कराने पहुंचे तो निकलेंगी अर्थी, ये हाल है स्वास्थ्य सेवा की
गरियाबंद। जिले के देवभोग ब्लॉक का दीवानमुड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों बीमार पड़ गया है। लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने वाला यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जिम्मेदारों के उदासीन रवैये के चलते अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। एक समय अपने कार्यों के चलते दीवानमुड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी। आज कर्मचारियों की कमी के चलते यह केंद्र नाम भर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकर रह गया है। स्थिति यह हो गई है कि प्रसव के लिए पहुंचने वाली महिलाएं भी अब ओडिशा जाकर प्रसव करवाने को मजबूर हो गई है।
तीन महीने से कर्मचारियों की कमी के चलते दीवानमुड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो गई है। कई बार जिम्मेदार अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों को मामले से अवगत करवाने के बाद भी जब व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुआ तो अब ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ने लगा है। नाराज ग्रामीणों ने जिले के कलेक्टर के नाम आवेदन तैयार कर लिया है। गांव के बाबूलाल बघेल, महेश यादव और ईश्वर पुजारी ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 16 कर्मचारियों का पद स्वीकृत है। इसमें मात्र एक ही कर्मचारी कार्यरत है। बाकी 15 पद रिक्त है। ग्रामीणों ने आवेदन में जिक्र किया है कि महिलाओं को प्रसव और अन्य समस्याओं की जाँच के लिए बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।