श्री मारुति महायज्ञ में यजमान सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने डाली आहुति
महासमुंद। शहर के दादाबाड़ा में आयोजित श्री मारूति महायज्ञ में यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व श्रीमती निर्मला चंद्राकर सहित सैकड़ों श्रद्धालूओं ने आहूति डाली। श्री मारूति महायज्ञ के यज्ञाचार्य पं पंकज महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ कराया। श्री मारूति महायज्ञ के दूसरे दिन आज शुक्रवार की सुबह यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व निर्मला चंद्राकर ने वैदिक पूजन करते हुए यज्ञ मंडप में स्थापित सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। मुख्य हवन कुंड में अग्नि स्थापना के लिए प्राकृतिक तरीके से सूर्यदेव के माध्यम से अग्नि प्रज्वलित किया गया। यहां यज्ञ के लिए 21 कुंड बनाए गए हैं। जिसमें सौ से अधिक जोड़े ने सुंदर कांड के 60 दोहे पर आहुति डाली। यज्ञ का सिलसिला करीब दो घंटे चला।
श्री मारूति महायज्ञ के दूसरे दिन दोपहर दो बजे से भजन कीर्तन का कार्यक्रम हुआ। भजन कीर्तन में उपस्थित श्रद्धालु झूम उठे। हरिकेश मंगलम बागबाहरा की मंडलियों ने श्रीराम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में... सहित कई गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी। जिससे माहौल भक्तिमय रहा।
छह अप्रैल से दस अप्रैल तक दादाबाड़ा में आयोजित श्री मारूति महायज्ञ के दौरान भंडारे का आयोजन किया गया है। महायज्ञ के दूसरे दिन भंडारे में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके अलावा प्रसादी का भी वितरण किया गया। भंडारे में क्षेत्रवासियों का सहयोग मिल रहा है। श्री मारुति महायज्ञ के प्रवचनकर्ता बालयोगी पं विष्णु अरोड़ा आज शुक्रवार को महासमुन्द पहुंचे। श्री अरोड़ा का सर्वप्रथम त्रिमूर्ति कॉलोनी के पास स्वागत किया गया। बाद इसके यज्ञस्थल पहुंचने पर अरोड़ा का यजमान विनोद सेवनलाल चंद्राकर व निर्मला चंद्राकर सहित समिति के सदस्यों ने स्वागत किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।