छत्तीसगढ़

भूपेश की सैकड़ों शिकायतें, धृतराष्ट्र बना आलाकमान

Nilmani Pal
3 April 2024 6:13 AM GMT
भूपेश की सैकड़ों शिकायतें, धृतराष्ट्र बना आलाकमान
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टेसू मीडिया में कौन सा सुर्खाब का पर लगा था जो 6 करोड़ का था, रोज हो रहा अंतर्कलह

पार्टी में व्यक्तिगत पसंद ना पसंद ले डूबी कांग्रेस को, भूपेश ने कई नैनो वालों के नक्शे बदलकर अपनी तकदीर पर पोत ली कालिख

भूपेश कंपनी की तरह तथाकथित कांग्रेसी डायरेक्टरों के भरोसे चला रहे थे सरकार

सत्ता में रहते भूपेश जहां भी जाते थे, यही कहते थे फंड की कोई कमी नहीं

पांच साल तक कांग्रेस सरकार सट्टा जुआ, गांजा, शराब के कारोबार में शामिल रही, जिसकी जांच जारी है

आम कार्यकर्ता ठगा गया, खास दलाल मालामाल हुए और अवैध कारोबारों से हजारों करोड़ कमाएं, कुछ तो अदालत से जमानत पर बाहर है

भगोड़ा रामगोपाल और टुटेजा की डायरी का खुलेगा राज जिसमें देश के सभी बड़े कांग्रेस नेताओं के नाम हजारों करोड़ों के लेनदेन दर्ज

रायपुर (जसेरि)। टाटा नैनो में घूमने वाले भूपेश के संगी साथी अचानक बीएमडब्ल्यू में घूमने लगे तो असली कांग्रेेसियों को सिर घूम गया और उजागर करने की ठान ली। एक कार्यकर्ता अरुण सिसोदिया ने तो मय सबूत दस्तावेज पेश किया है। कांग्रेस है कमान को जिन बिन्दुओं पर उन्होंने जाँच की मांग की है उस पर जांच करना चाहिए था बल्कि उल्टा सिसोदिया पर की कार्रवाई कर दी। देखा जाये तो आंतरिक लोकतंत्र कांग्रेस के अंदर ही नहीं है तो इतने बड़े लोकतंत्र पर राज करने की कैसे सोच रहे हैं। सिसोदिया ने भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेशू मीडिया के खिलाफ जमकर हमला बोला है, उन्होंने कहा की जो काम तीन लाख रूपये प्रति माह के दर से छत्तीस लाख में हो जाता उस काम को पीपीसी चीफ के जानकारी के बगैर भूपेश बघेल, भगोड़ा रामगोपाल अग्रवाल और गिरीश देवांगन ने विनोद वर्मा के बेटे के फर्म को लगभग छह करोड़ रूपये दिलवाए। अगर यही बात कोई कांग्रेसी पूछने की हिम्मत करता है तो उसे कांग्रेस से निकालने की धमकी दी जाती है और जिसने पूछा उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अगर सच बात कोई कांग्रेसी पूछेगा तो उन्हें बाहर कर दिया जायेगा। तो एक दिन ऐसा भी आएगा जब कांग्रेस में भूपेश बघेल, गिरीश देवांगन,भगोड़ा रामगोपाल सहित भूपेश के इर्दगिर्द रहने वाले ही बच जायेंगे। इससे क्या कांग्रेस संगठन चल जायेगा। क्या ऐसे चाटुकार नेता मिलकर भाजपा को टक्क्रर दे पाएंगे। भूपेश के करीबी लोगों ने छत्तीसगढ़ को चारागाह समझ कर जमकर लूटा और जो शासन को चूना लगाने से बच गया, वह कांग्रेस पार्टी को चूना लगाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखा। टेसू मिडिया को छह करोड़ देना तो एक छोटा सा नमूना था अंदरखाने में और क्या क्या हुआ होगा सामान्य कार्यकर्ताओं को मालूम भी नहीं है। आईटी डिपार्टमेंट करे जाँच एक कांग्रेस नेता ने नाम नहीं छपने के शर्त पर बताया की आईटी डिपार्टमेंट को इसकी भी जाँच करनी चाहिए ताकि मात्र दस लाख के टार्न ओवर वाली कंपनी को अचानक छह करोड़ कैसे मिल गए, इससे जाहिर होता है कि फर्जी बिलिंग करके करोड़ों का वारे-न्यारे किया गया।

सलाहकारों ने डुबाया भूपेश को सलाहकारों की बात पर चलते हुए भूपेश बघेल किसी की सुन ही नहीं रहे थे जिसका परिणाम विधानसभा चुनाव में करारी हार का मिला। जिसने भाजपा को टक्कर देकर सत्ता से बाहर किया उनको दरकिनार कर सलाहकार को सर्वेसर्वा बनाकर सत्ता और कांग्रेस को लुटवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। लोस प्रत्याशी चयन में भी मनमानी, पैराशूट प्रत्याशियों की भरमार : देखा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा के टिकट वितरण में फिर से भूपेश बघेल की मनमानी उजागर हुई है। जिससे पिछले कई सालो से मेहनत कर रहे कांग्रेसियों में आक्रोश देखा जा रहा है। पार्टी से जुड़े लोगों ने बताया है कि पिछले पांच सालों में कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई थी। उनका काम तो दूर मिलते तक नहीं थे। उन्ही लोगों को लोकसभा में टिकट देकर पैराशूट प्रत्याशी बनाया गया। जो अधिकतर भूपेश बघेल के करीबी और मंत्री रहे हैं। उन पर सट्टा, जुआ, और नशा और अवैध शराब कारोबारियों को संरक्षण देने के आरोप भी पांच सालों में लगते रहे हैं। ये पांच सालों में आर्थिक रूप से मजबूत ही बने हैं, जिससे जमीनी स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। कांग्रेस को नकली खा गए : पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ लोगों में भी नाराजगी थी, किसी का कोई काम नहीं हो रहा था, बल्कि पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं का भी काम नहीं हो रहा था। कांग्रेस के कार्यकर्ता भरे मजमे में इनके ही खिलाफ बोल रहे हैं। और लगातार आलाकमान को शिकायतें भेजी जा रही है। लेकिन आलाकमान धृतराष्ट्र बना तमाशा देख रहा है।

भूपेश ने कार्यकर्ताओं को स्लीपर सेल कहकर अपमानित किया, भेजा मानहानि का नोटिस

पूर्व प्रदेश महासचिव संगठन, पीसीसी व एआईसीसी सदस्य अरुण सिसोदिया ने भूपेश बघेल को मानहानि का नोटिस अपने वकील सौरभ चौबे के माध्यम से भेजा है। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ मुख्य निर्वाचन आयोग रायपुर में भी शिकायत की है। अरुण सिसोदिया ने शिकायती पत्र में लिखा है कि भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं को स्लीपर सेल की उपाधि दी है जो की पूरी तरह से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में आता है। ठीक उसी तरह जिस तरह किसी को जातिगत गाली दी जाती है या उसे अपमानित करने के लिए कोई अपशब्द या असामाजिक शब्द कहा जाता है। इस तरह भूपेश बघेल ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को स्लीपर से कहा है जो कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।

महिला प्रदेश उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे है। इसी तर्ज पर पिथौरा की महिला जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष महिला कांग्रेस कमेटी उषा पटेल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उषा ने अपने त्याग पत्र में लिखा है कि उषा पटेल पिथौरा निर्वाचित अध्यक्ष महासमुंद जि़ला पंचायत हूँ 3 बार जि़ला पंचायत सदस्य निर्वाचित रही हूँ एवं वर्तमान मे छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव हूँ विगत 25वर्षों से कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य के बतौर काम करते आ रही हूँ। परन्तु इतने लम्बी सेवा देने के बावजूद लगातार संगठन के द्वारा मुझे और मेरे कामों की उपेक्षा की गई सगालार संगठन के नेताओं और शीर्ष नेताओं ने मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने का काम संगठन में महिलाओ के सम्मान को हमेशा नजर अंदाज किया गया पार्टी मे सम्मान की जगह अपमान मिला महिलाओ के सम्मान और आत्मसम्मान के लिए मे कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से त्याग पत्र देती हूँ।

भकिय मे महिलाओ के सम्मान और उनके हक़ अधिकारों के के लिए मे हमेशा लड़ाई लड़ती रहूंगी मुख्यमंत्री साय ने दिया था बड़ा बयान चरणदास महंत के कांग्रेस के हार की स्थिति वाले बयान पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस में भगदड़ मची है। उनके नेता पार्टी छोड़ के भाग रहे हैं और भाजपा में शामिल हो रहे हैं। भाजपा नेता जहां भी सभा या रैली में जा रहे हैं, वहां कांग्रेसियों की पार्टी में शामिल होने की होड़ मची है। जनता इस बार कांग्रेस को पूरी तरह से बाय-बाय करने को तैयार है। गौरतलब है कि आज ही नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का बयान आया है कि मेरी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, तत्कालीन मंत्रियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से उस समय गलती हुई है, जिसका खामियाजा हम आज भुगत रहे हैं कि हम आज सरकार में नहीं हैं और लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के पक्ष में अभी तक कोई वातावरण नहीं बना है। इसी विषय पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांकेर में पत्रकारों के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। पूरे 5 साल प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात किया। छत्तीस में से एक भी वादा ठीक से पूरा नहीं किया। प्रदेश को भ्रष्टाचार और अपराध का गढ़ बना दिया। ऐसी कांग्रेस को मजा चखाना है, उसको ऐसे हराना है कि कोई उसका नाम भी मत ले।

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