रायपुर। यूपी के आजमगढ़ जिले में दो दिन पहले अपहरण के एक मामले में पुलिस ने भिलाई और बालोद के पशु और दूध व्यापारियों समेत ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। इनमें चन्द्रमोहन राव निवासी हाउसिंग बोर्ड,जयप्रकाश यादव निवासी गोरखपुर, ,महेन्द्र यादव निवासी गोरखपुर,जितेन्द्र यादव निवासी गोरखपुर और मुचकुन्द शुक्ला निवासी अम्बेडकर नगर यूपी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों से दो कार भी जब्त की है। कार क्रमांक सीजी 07 बीजी 6600 के मालिक शशांक तिवारी निवासी डौंडी जिला बालोद के नाम से और सीजी सीडी 6649 वीरेंद्र यादव निवासी नंदिनी रोड पावर हाउस के नाम से रजिस्टर्ड है।
दोनों कार मालिक पशु खरीदने बेचने और दूध का व्यवसाय से जुड़े हैं। गिरफ्तार आरोपी दोनों कार मालिकों के रिश्तेदार है। सभी आरोपी मूलत: यूपी के आजमगढ़,अम्बेडकर नगर और गोरखपुर के रहने वाले है, लेकिन सभी अभी भिलाई में रहकर व्यवसाय करते है। यूपी पुलिस की पूछताछ में जालंधर पंजाब में एक चिकित्सक द्वारा इन बच्चों की खरीदी-बिक्री की भी बात सामने आई है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।
पुलिस के मुताबिक घटना वाले दिन आरोपियों को यूपी के महराजगंज के गांव देवारा कदीम हरनामपुरा के पास ग्रामीणों ने पकड़ा था। 12 वर्षीय सुनील अपने भाई सतीष के साथ स्कूल से दोपहर 2 बजे घर लौट रहा था। रास्ते में कार सवार आरोपी सुनील को मिले। आरोपियों ने बच्चे का अपहरण करने की कोशिश की। इस पर बच्चे ने शोर मचा दिया। जिसके बाद गांव में मौजूद ग्रामीण इकट्ठे हो गए। ग्रामीणों ने घेराबंदी करके कार सवार पांचों आरोपियों को पकड़ लिया। नाराज भीड़ ने दो लोगों की जमकर पिटाई की। पुलिस ने बच्चे के पिता छन्नूलाल यादव की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 363 और 511 के तहत केस दर्ज कर लिया। इसके बाद सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है।
शाल सोन, थाना प्रभारी का कहना है कि यूपी पुलिस से संपर्क करने से पता चला कि नाबालिग के अपहरण के मामले में भिलाई के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह भी पता चला है कि बच्चों का अपहरण करके गिरोह पंजाब के जालंधर में मानव तस्करी कर रहा है। गिरोह बच्चों के अंगों की तस्करी कर रहे है। डॉक्टर बच्चों के अंगों के 1 लाख रुपए तक दे रहे हैं। मानव तस्करी और अंगों को खरीद फरोख्त को ध्यान में रखकर जांच शुरु की गई। आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।