छत्तीसगढ़

आँखों के तनाव को कैसे करे ठीक

Apurva Srivastav
9 April 2023 5:44 PM GMT
आँखों के तनाव को  कैसे करे ठीक
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नेत्र तनाव को प्रबंधित करने के तरीके
जीवनशैली में कुछ बदलाव करके भी नेत्र तनाव को दूर किया जा सकता है। इसलिए आप जिस गतिविधि को कर रहे उसके आधार पर उचित आई गियर पहनना चाहिए। साथ ही, दृष्टि को बनाए रखने और सुधारने के लिए गतिविधियों के बीच छोटा सा ब्रेक लेना आवश्यक होता है। नेत्र तनाव को प्रबंधित करने के लिए नीचे कुछ सरल सुझाव दिए गए है जिनका पालन करना चाहिए:
1. गतिविधि के अनुसार रोशनी की जाँच करना
रोशनी के कारण भी नेत्र तनाव के लक्षण हो सकते है। गतिविधि के आधार पर ही रोशनी कम या ज्यादा होती है। पढ़ते समय या फिर ऐसी गतिविधि जिसके लिए गहन एकाग्रता की आवश्यकता होती है तब रोशनी आपके पीछे से आनी चाहिए। टीवी देखते समय रोशनी को कम करने से नेत्र तनाव के लक्षण कम होते है।
आपके द्वारा उपयोग की जा रही स्क्रीन पर रोशनी की जाँच करनी चाहिए। आवश्यकतानुसार रोशनी को सही रखना चाहिए। डिजिटल डिवाइस पर चमक को कम करने के लिए विंडो या फिल्टर को ढक कर देखना चाहिए क्योंकि इस चमक से आंखों पर जोर पड़ता है।
2. मल्टीटास्किंग के दौरान ध्यान रखें
कभी-कभी जब आप कंप्यूटर पर काम कर रहे होते हैं, तो नोट्स लेने के लिए आपको विभिन्न डॉक्यूमेंटस को देखना पड़ता है। आंखों और गर्दन के बार-बार हिलने-डुलने से बचने के लिए डाक्यूमेंट्स को सही जगह पर रखना बहुत ज़रूरी होता है। डॉक्यूमेंट होल्डर का उपयोग करके सुविधा के अनुसार डाक्यूमेंट्स को सही तरह से रखा जा सकता है।
3. वायु गुणवत्ता में सुधार
खराब वायु गुणवत्ता वाली जगह पर अधिक समय बिताने से नेत्र तनाव होता है। यदि आपके कार्यस्थल पर ताजी हवा की कमी है और पंखे, हीटर या एयर कंडीशनर होते हैं, तो नेत्र तनाव होने की पूरी संभावना होती है। आप कुछ हद तक इस थकान से बच सकते हैं:
● कार्यस्थल में एयर ह्यूमिडिफायर को रखना
● पंखे, हीटर या एयर कंडीशनर को बंद करना।
● या स्वस्थ जगह पर शिफ्ट होना
4. आई ड्रॉप्स का प्रयोग करना
जब आप कठिन ध्यान केंद्रित करने वाले काम करते हैं खासकर जब आप स्क्रीन पर देखते हैं, तो प्रत्येक मिनट में आपके पलक झपकने की संख्या काफी कम होती है। पलकें कम झपकने से आंखों में रूखापन और जलन हो सकती है। कृत्रिम आंसू या अन्य आई ड्रॉप इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। इस स्थिति से बचने के लिए स्क्रीन पर देखते समय अधिक बार पलक झपकाने का प्रयास करना चाहिए।
5. फोकस को बार–बार शिफ्ट करना
जब आप बिना ब्रेक लिए एक समय के लिए एक गतिविधि पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो इससे अक्सर नेत्र तनाव होता है। हर 20 मिनट में अपना ध्यान काम से हटाकर किसी अन्य चीज़ पर लगाना चाहिए। आपको कम से कम 20 फ़ीट की दूरी पर और एक बार में कम से कम 20 सेकंड के लिए किसी भी चीज़ पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यहां 20-20-20 वाला नियम लगता है।
इसके अलावा हर 20 मिनट में दूर से देखना चाहिए और जब भी संभव हो दिन में कई घंटों के लिए गहन गतिविधि से बचने की कोशिश करनी चाहिए। यदि ड्राइविंग करते समय या स्क्रीन पर काम करने के लिए आपको कई घंटे बिताने पड़ते हैं तो इन गतिविधियों को दूसरों के साथ बांटकर करे इन कार्यो के लिए दुसरो की मदद लेना सही होता है। यदि आप लंबे समय से कंप्यूटर पर काम करते हैं, तो बीच में ब्रेक लेकर प्राकृतिक रोशनी में टहलना चाहिए।
6. स्क्रीन की स्थिति को समायोजित करना
अपने डिजिटल गैजेट से उपयुक्त दूरी बनाकर रखनी चाहिए। आपकी आंखें स्क्रीन से कुछ फुट या हाथ की दूरी पर होनी चाहिए। स्क्रीन को आंखों के स्तर से थोड़ा नीचे होना चाहिए। आपको आंखों के स्तर से नीचे हैंडहेल्ड डिजिटल डिवाइस से भी पढ़ना चाहिए।
डिजिटल डिवाइस का उपयोग करने के लिए एक और तकनीक होती है जैसे अपने हिसाब से स्क्रीन पर फ़ॉन्ट के आकार को बढ़ा सकते है। सबसे अच्छी बात यह है की डिवाइस पर सेटिंग्स आपको टेक्स्ट के आकार को बदलने की अनुमति भी देती हैं।
7. उचित आई गियर का प्रयोग करना
नेत्र तनाव को कम करने के लिए डॉक्टर से परामर्श करके विशेष चश्मे की आवश्यकता का निर्धारण करना चाहिए। ऐसी गतिविधि जो नेत्र तनाव का कारण बनती है उसके लिए विशेष चश्मे, उपकरण या नेत्र चिकित्सा की भी आवश्यकता हो सकती है। लेंस के लिए कुछ विशेष कोटिंग्स और टिंट्स से आंखों को फायदा हो सकता है। और आपको यह पता चल सकता है कि आंखों को आराम देने के लिए कॉन्टैक्ट्स पहनने के समय को कम करने की आवश्यकता है।
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