छत्तीसगढ़

होटल, स्पा बने देह व्यापार के केंद्र

Nilmani Pal
21 April 2023 5:45 AM GMT
होटल, स्पा बने देह व्यापार के केंद्र
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सफेदपोश संचालकों को मीडिया व नेताओं का संरक्षण

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी सहित छत्तीसगढ़ के हर बड़े शहर में स्पा और मसाज पार्लर के नाम पर कई जगह सेक्स परोसने का धंधा खुलेआम चल रहा है। पॉश एरिया में तो मसाज पार्लर के नाम पर यह धंधा लगातार अपने पैर पसार रहा है। यहा के मेगा हाइवे की कई होटलों समेत शहर के मसाज पार्लर और कैफे में देह व्यापार हो रहा है। युवतियां पार्लरों में मसाज की आड़ में देह का व्यापार कर रही है। वहीं होटलों में युवक-युवतियां बिना पहचान बताए कमरे में ठहर रहे हैं। दूसरे राज्यों से यहां मसाज पार्लर और होटलों में रहकर युवतियां जिस्म फरोशी कर रही है। शहर की कई होटलों में दूसरे राज्यों की लड़कियां रहती है, जो होटल में आने वाले युवाओं के साथ संबंध बनाती है। जबकि नियमानुसार बगैर पहचान दस्तावेजों के होटल में कमरे की बुकिंग नहीं की जा सकती। मसाज पार्लर में भारतीय ही नहीं, विदेशी लड़कियां भी काम करते मिल जाएंगी। आलम यह है कि गूगल पर आप एरिया का नाम डालकर मसाज पार्लर सर्च करें तो एक-दो नहीं दर्जनों मसाज पार्लर के नाम मोबाइल नंबर के साथ सामने आ आएंगे।

मीडिया और राजनेताओं का संरक्षण

स्पा और होटलों में सेक्स रैकेट चलाने वालों को राजनेताओं के अलावा मीडिया वालों का संरक्षण मिलता है। इस काले के धंधे के पीछे भी आमतौर पर तथाकथित सफेद पोश लोग ही होते हैं। जिनका समाज और राजनीतिक हस्तियों के बीच उठना बैठना होता है। मीडिया में इनके कारोबारों के बड़े-बड़े विज्ञापन छपते हैं। जिसके उपकृत मीडिया संस्थाने ऐसे सफेद पोशों को एक्सलेंसी अवार्ड देकर मंत्रियों और दूसरी बड़ी हस्तियों से पुरस्कृत कराते हैं। इनके काले धंधों को राजनेता संरक्षण देते हैं जिससे पुलिस भी इनके काले धंधों को बंद कराने से बचती रहती है और कोई कार्रवाई नहीं करती। यही कारण है कि स्पा और मसाज पार्लर जैसे सेंटर अब देह व्यापार के लिए सबसे सुरक्षित कारोबार बन गया है। राजधानी में संचालित स्पा सेंटर्स में तो लोगों को सेक्स के साथ वह सबकुछ मिल रहा है जिसके लिए लोग बैंकाक-पटाया और गोवा जाना पसंद करते थे। अब इसका उलट लोग इन जगहों पर जाना छोड़कर राजधानी में ही अपना शौक पूरा कर रहे हैं। इतना ही नहीं राजधानी के स्पा और मसाज सेंटर देश के दूसरे शहरों के लोग के लिए भी पसंदिदा सेंटर्स बन गए हैं।

जिस्मफरोशी के लिए महफूज

देश के हर छोटे-बड़े शहर में जिस्मफरोशी का धंधा अब बदनाम गलियों से निकल कर पॉश इलाकों और आलीशान बाजारों में पहुंच चुका है। पुलिस की आंख में धूल झोकने के लिए इस धंधे के दलालों ने अपना तरीका हाईटेक कर लिया है। कुछ साल पहले तक धंधेबाज आर्केस्ट्रा और म्यूजिकल ग्रुप की आड़ लेते थे या फिर मॉडलिंग एजेंसी, पांच सितारा होटलों में एस्कार्ट सर्विस देकर अथवा पॉश इलाकों की कोठियों से लड़कियों को जिस्मफरोशी के लिए भेजते थे। लेकिन ये सभी तरीके जब पुलिस की नजर में चढ़ गए तो धंधेबाजों ने स्पा और बॉडी मसाज को अपने धंधे की आड़ बना लिया। भारत में करीब पांच साल पहले स्पा और बॉडी मसाज के पार्लर या तो पांच सितारा होटलों में होते थे या फिर महानगरों के बेहद पॉश मर्केट में। बाद में रिसॉर्ट चलाने वाली कंपनियों ने पर्यटकों को लुभाने के लिए इस कारोबार को अपनाया। उस समय तक स्पा और बॉडी मसाज का धंधा बेहद साथ सुथरा और सम्मानित माना जाता था। हर कोई इस सुख का आनंद भी नहीं ले सकता था क्योंकि स्पा के पैकेज बेहद महंगे होते थे। स्पा और बॉडी मसाज करवाना स्टेटस सिंबल माना जाता था। पढ़े-लिखे और उच्च वर्गीय परिवारों के युवक-युवतियां स्पा और बॉडी मसाज क्लिनिकों और पार्लरों में नौकरी को बतौर करियर अपनाते थे। कई बड़ी देसी और विदेशी सौन्दर्य प्रसाधन कंपिनयां इस कारोबार से जुड़ी थी। लेकिन करीब दो साल पहले स्पा पार्लरों और बॉडी मसाज के कारोबार को जिस्मफरोशी के सौदागरों की काली नजर लग गई। जब दूसरे धंधों की आड़ बंद हो गई तो कॉलगर्ल संचालकों ने स्पा और बॉडी मसाज खोलने शुरू कर दिए। देश के हर छोटे-बड़े शहर में पिछले दो साल में कुकुरमुत्तों की तरह स्पा और बॉडी मसाज के पार्लर खुल गए। हर उस शहर में जहां अमीर लोग रहते हैं और पर्यटकों की आवाजाही होती है वहां के मॉल, पॉश मार्केट, कॉलोनियों में भव्य और सुसज्जित स्पा और बॉडी मसाज के सेंटर खुल गए। इन स्पा सेंटरों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक शाइन बोर्ड लगवा लिए, अपनी बेवसाइट बनवा ली और समाचार पत्र-पत्रिकाओं में उनके आकर्षक विज्ञापन छपने लगे। पिछले डेढ़ साल में यह धंधा पूरी तरह परवान चढ़ गया।

बाहर से कुछ, भीतर से कुछ

देश के किसी भी शहर के वे तमाम स्पा और मसाज सेंटर जो जिस्मफरोशी के धंधे में लगे हैं उनमें कुछ बातें समान हैं। मसलन, वे बिना किसी लाइसेंस और अनुमति के चलते हैं। जिस्म परोसने वाले स्पा और मसाज सेंटर का एक समान तरीका होता है उनकी भव्यता और साज सज्जा। किसी मॉल या कॉमर्शियल जगह पर बड़ी जगह में बने इन सेंटरों के रिसेप्शन इतने भव्य होते हैं कि पहली ही नजर में किसी आयुर्वेदिक मेडिटेशन सेंटर का दृश्य आंखों के सामने तैरने लगता है। पहली नजर पडऩे के बाद आप अंदाज नहीं लगा सकते कि भीतर कोई गंदा धंधा भी होता होगा। यहां आने वाले ग्राहकों को अलग-अलग स्पा और मसाज के पैकेज बताए जाते हैं। कुछ स्पा के प्रबंधक क्रासजेंडर मसाजर से शारीरिक सुख लेने की बात खुद कर लेते हैं तो कुछ लडकियों पर छोड़ देते हैं कि एक्स्ट्रा सर्विस की बात लडक़ी से ग्राहक खुद तय करें। ऐसी जगहों पर बाद में लडक़ी एक्स्ट्रा डील होने पर अतिरिक्त पैसे में से कुछ रकम या पहले से तय शर्त के मुताबिक रकम संचालकों को देती है।'

विदेशी और पहाड़ी लड़कियों का आकर्षण

स्पा व मसाज के पेशे में ज्यादातर पूर्वोत्तर के ही लडक़े-लडकियां काम करते हैं। दरअसल, देश के अधिकांश स्पा ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट पूर्वोत्तर के राज्यों में ही हैं। दूसरा, अरुणाचल, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर, मेघालय और असम की लड़कियां गोरी होने के साथ खूबसूरत और अंग्रेजी बोलने में दक्ष होती हैं। उनकी आधुनिक वेशभूषा भी जल्द ही ग्राहकों को आकर्षित कर लेती हैं। इसलिए स्पा की आड़ में जिस्मफरोशी कराने वाले सेंटर मोटी पगार देकर इस क्षेत्र की लड़कियों को नौकरी पर रख लेते हैं। इतना ही नहीं विदेशी लड़कियों से भी सर्विस ली जाती है। जिनमें रशियन लड़कियां ज्यादा होती हैं।

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