नए डीजीपी से उम्मीद, कानून व्यवस्था के साथ अपराध पर कसेंगे नकेल
जनता से रिश्ता के माध्यम से लोग डीजीपी से कर रहे मांग
नए डीजीपी से जनता को उम्मीद ऐसे लोगो के खिलाफ सख्ती बरतेंगे।
छत्तीसगढ़ राजधानी के होटलों में जुआ-सट्टा के साथ देह का कारोबार भी धड़ल्ले से
जुआरी और सटोरिये निजी मुचलके पर थाने से ही छूट जा रहे हैं
हर सप्ताह सज रही है होटलों में जुआरियों की महफिल
महादेव एप एवं अन्य जुआ सट्टा एप का पैसा सेटिंगबाज नेता और पत्रकारों के खाते में जा रहा है। इसका पुख्ता सबूत जनता से रिश्ता के पास मौजूद है
रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश में जुआ सट्टा और नशे का कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश की जनता को नवनियुक्त डीजीपी से काफी उम्मीदें हैं। प्रदेश की जनता चाहती है कि इन सब सामाजिक बुराइयों से सख्ती से निपटा जाये। साथ ही होटलों में एक नया गेम शुरू हो गया है और वो है देह व्यापार का । होटल वाले फड़ जमाने के साथ शराब और सिगरेट-बिड़ी पान गुटखा का तो सप्लाई करते ही है जहां वेटर के बजाय कमसिन लड़कियों को जुआरियों की फड़ तक पानी चाय नाश्ता लेकर भेजा जाता है इसी दौरान किसी दिलफेंक जुआरी का दिल किसी बाला पर आ जाए तो रूम भी प्रोवाइट कर दिया जाता है। इस सुविधा के बदले होटल वाले मुंह मांगा चार्ज लेते है और शौकीनों से बड़ी कीमत वसूलते हैं। पिछले दिनों अंबिकापुर में पुलिस ने आनलाइन सट्टा लगाने वाले चार सटोरियों को पकड़ा था, प्रदेश के आखिरी छोर में जब सट्टा जमकर चल सकता है तो राजधानी सहित आसपास तो फलफूल ही रहा है अनुमान लगाया जा सकता है। नए नए नाम से चल रहा खेल होटलों में जुआ के खिलाफ पुलिस की बढ़ती सख्ती के बाद जुआरियों और होटल संचालकों मे जुआ खेलने वाले बड़े खिलाडिय़ों ने राजधानी में एक सिंडिकेट बना रखा है। अब जुआ खेलने के लिए किसी फॉर्म हाउस, मैदान या खुली जगह के बजाय महंगे होटलों के कमरे बुक किए जा रहे हैं। ताकि पुलिस को कोई शक भी न हो और लाखों का खेल चलता रहे। जुआ खेलने के लिए कमरा होटल के मैनेजर या वहां के पुराने कर्मचारी की मदद से लिया जा रहा है। इसके लिए कमरे का किराया लगभग दोगुना दिया जा रहा है। होटलों में जुआरी पहले से बताते हैं कि कमरे में 10-15 लोग रहेंगे। आमतौर पर रातभर के लिए ही कमरा बुक किया जाता है, लेकिन इसकी इंट्री रजिस्टर में नहीं की जाती है। बताया जा रहा है कि कई बार होटल संचालक के फोन पर कमरा बुक होता है। क्योंकि रसूखदारों की सीधे भी उनसे पहचान होती है।
कारोबार पर नकेल कसेगा छत्तीसगढ़ में पिछले सरकार ने नया कानून बनाकर जुआ-सट्टा को गैरजमानती अपराध के श्रेणी में लाया था। जिसके तहत एक से 7 साल तक सजा का प्रावधान भी था ताकि सख्त कानून बनने से अवैध कारोबार पर नकेल कसेगा लेकिन बंद होना तो दूर कम भी नहीं हो रहा है। इस कानून के तहत ऑनलाइन जुआ के लिए खाता उपलब्ध कराना भी होगा दंडनीय अपराध माना जाने वाला था लेकिन अभी भी धड़ल्ले से खाता उपलब्ध कराकर पैड्स कमाया जा रहा है। इसमें जुआ से संबंधित विज्ञापन भी प्रतिबंधित किया गया था जिसके उल्लंघन पर तीन साल के कारावास का प्रावधान भी था। जुर्माने का प्रावधान ऑनलाइन जुआ-सट्टा खेलने और खिलाने वालों पर कड़ी नजऱ रखी जा रही है उसके बावजूद ये बंद नहीं हो रहा है। ऐसा करने वालों को अब एक साल से सात साल तक की जेल हो सकती है। वहीं 10 लाख रुपए तक का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने पिछले साल ऑनलाइन सट्टा कारोबार के कई रैकेट का खुलासा किया था। कई गिरफ्तारियां हुईं, लेकिन आरोपियों को थाने से जमानत मिल जाने से भी रुकने का नाम नहीं ले रही है। जुआ के उपकरण की परिभाषा मे ऑनलाइन जुआ से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल एप, इलेक्ट्रोनिक ट्रांसफर ऑफ फन्डस शब्द भी जोड़े गये हैं। उसके बावजूद जुआड़ी कोई न कोई तरीका ढूंढ के अपना काम जारी रखते हैं। नए डीजीपी से शहरवाले उम्मीद रखते हैं कि इस पर कड़ाई से कोई कानून बने और प्रदेश की जनता को इसका फायदा मिले। पुराने कानून में ऑनलाइन जुआ के लिए दण्ड का कोई प्रावधान नहीं था। वर्तमान मे ऑनलाइन जुआ के लिए अलग से दण्ड का प्रावधान किया गया है।
जिसमे एक से तीन वर्ष के कारावास एवं पचास हजार से पांच लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है किया गया है। दूसरी बार ऐसे अपराध में पकड़े जाने पर दो वर्ष से सात वर्ष तक जेल और एक लाख से दस लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध विधेयक-2022 में जुआरियों के लिए छ: महीने तक की सजा एवं तीन हजार से दस हजार रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। पुराने कानून में इसके लिए चार महीने की जेल और 100 रुपए जुर्माने का प्रावधान था। जो व्यक्ति जुआ घर में पाया जाएगा उसके लिए पुराने कानून में 500 रुपए तक के जुर्माने अथवा चार महीने की जेल का प्रावधान था।अब ऐसे लोगों को छह महीने की जेल और 10 हजार रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन जुआ खेलने के लिए खाता उपलब्ध कराने पर भी सजा का प्रावधान हो गया है। देखा गया है कि तथाकथित पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्त्ता भी सट्टे वालों को ऑनलाइन खाता उपलब्ध करवाकर पैसा ट्रांसफर करवा रहे हैं।
आबकारी विभाग ने निकाय चुनाव के बीच पकड़ी 20 लाख की शराब, तस्कर गिरफ्तार
आबकारी विभाग और कवर्धा पुलिस की संयुक्त टीम को शराब तस्करी मामले में बड़ी सफलता मिली है. 20 लाख रुपए से अधिक की शराब के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. मध्यप्रदेश से बड़ी मात्रा में शराब ट्रक में भरकर आ रही थी. जिसे नगरीय निकाय चुनाव में खपाए जाने की आशंका जताई जा रही है. यह मामला चिल्फी थाना क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक, मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक ट्रक में बड़ी संख्या में शराब भरकर छत्तीसगढ़ की ओर आ रही है. आबकारी विभाग की टीम ने मंगलवार देर रात नाकेबंदी कर शराब तस्कर को पकड़ा. पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम राजेश जमरे और इंदौर का रहने वाला बताया. ट्रक पर रूक्क0९त्र॥5531 नंबर लिखा हुआ था. पुलिस को चेकिंग में ट्रक में से 393 पेटी देसी शराब और 100 पेटी अंग्रेजी शराब मिली. आरोपी राजेश जामरे को धारा 34(1)क, 34(2) 36,59 (क) के तहत गिरफ्तार किया गया है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।