"सिविल सेवाएं: यात्रा, प्रतिस्पर्धा और सफलता पर विचार-विमर्श" तथा "सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का प्रवेश द्वार: तैयारी और अभ्यास" विषय पर पैनल परिचर्चा
रायपुर। एच एन एल यू द्वारा संचालित करियर डेवलपमेंट कॉन्क्लेव 2022 के पांचवें और छठे पैनल परिचर्चा श्रृंखला का "सिविल सेवा: यात्रा, प्रतिस्पर्धा और सफलता पर विचार-विमर्श" तथा "सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का प्रवेश द्वार: तैयारी एवं अभ्यास" के विषयों पर सफलतापूर्वक आयोजन 21 अगस्त, 2022 को किया गया । 5वें पैनल के लिए मुख्य भाषण केयर्न ऑयल एंड गैस के मुख्य विधि परामर्शदाता श्री आशीष मुखर्जी के द्वारा दिया गया । उन्होंने पीएसयू में काम करने के लाभों पर प्रकाश डाला ये उद्यम अपने कर्मचारियों को विभिन्न भत्तों, विशाल बुनियादी ढांचे और सुविधाएं आदि प्रदान करते हैं । क्लैट-एलएलएम और क्लैट-पीएसयू की तैयारी के मध्य अंतर के संबंध में, श्री विवेक सिंह, प्रबंधक (विधि) - ऑयल इंडिया लिमिटेड ने कहा कि दोनों के सिलेबस में ऐसा कोई अंतर नहीं है। हालाँकि, तैयारी में लगाई गई कड़ी मेहनत और धैर्य ही अंतर निर्धारित करता है । विधि अधिकारी के पेशे में निहित जोखिमों के सम्बन्ध में बात करते हुए श्री सौरभ मिश्रा, ओएनजीसी में सहायक विधि सलाहकार ने क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा कमी के बारे विचार प्रस्तुत किये । स्नातक होने के तुरंत बाद सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में शामिल होने के संबंध में, श्री गोविंदा यादव, उप प्रबंधक (कानून) - पावर ग्रिड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया इसके पक्ष अपना विचार रखे । कॉलेजों में पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लेने की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया क्योंकि यह एक व्यक्ति को कई कार्यों के प्रबंधन में कुशल बनाता है।
सिविल सेवाओं पर छठे पैनल के उद्घाटन टिप्पणी प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन, कुलपति, एचएनएलयू रायपुर द्वारा दिया गया। उन्होंने अपने दिनों में एक सिविल सेवा परीक्षाओं की महत्वकांक्षा और अंततः शिक्षा क्षेत्र को चुनने को याद किया। सभा को संबोधित करते हुए, आईपीएस श्री संतोष कुमार सिंह ने इन सेवाओं में शामिल होने के बाद मिलने वाले विभिन्न लाभ और संतुष्टि के बारे में बताकर सिविल सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला। एक सहायक प्रोफेसर से एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपने परिवर्तन के संबंध में, उन्होंने सेवाओं में शामिल होने के बाद मिलने वाले अवसरों और चुनौतियों के बारे में बात की। सिविल सेवा परीक्षा की यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए, सुश्री रीना जमील ने पाठ्यक्रम, प्रारंभिक परीक्षा में सीसैट के महत्व और अपनी तैयारी शुरू करने के लिए आदर्श समय के बारे में बताया।
एक अपरिचित स्थिति का सामना करने के बारे में बात करते हुए, उन्होंने सीमित संसाधनों का उपयोग करके समाधान खोजने और संवेगात्मक बुद्धि के साथ-साथ रचनात्मकता के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। सिविल सेवा को चुनने की प्रेरणा के बारे में बोलते हुए, उप-एसपी, श्री सिद्धांत तिवारी, जो एचएनएलयू रायपुर के पूर्व छात्र हैं, ने अच्छी पुलिसिंग के माध्यम से समाज में बदलाव लाने की इच्छा व्यक्त की। एचएनएलयू के एक अन्य युवा पूर्व छात्र, श्री गौरब अग्रवाल, जिन्होंने यूपीएससी-सीएसई 2021 को एआईआर 86 के साथ पास किया, अपनी तैयारी की रणनीति जिसका उन्होंने पालन किया था पर चर्चा की । उन्होंने परीक्षा की तैयारी के दौरान एक उम्मीदवार के सामने आने वाली अनिश्चितता और असफलता के बारे में चर्चा की। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) उदय शंकर ने छात्रों का मार्गदर्शन करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए पैनलिस्टों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
कॉन्क्लेव की पैनल चर्चा का अगला सेट 27 और 28 अगस्त, 2022 को उद्यमियों, स्टार्ट-अप्स और सार्वजनिक नीति के खंडों पर है। आगामी पैनल उद्योग विशेषज्ञों की मेजबानी करेंगे जो छात्रों को उनके समृद्ध और उपयोगी अनुभव से अवगत कराएंगे।