छत्तीसगढ़

नशीली दवा मामले में हिमाचल की कंपनी से होगी पूछताछ...

Nilmani Pal
21 Feb 2023 5:06 AM GMT
नशीली दवा मामले में हिमाचल की कंपनी से होगी पूछताछ...
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वी-केयर कंपनी के संचालक ने कई डमी कंपनी भी बनाया

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। विरल मुकेश ने हिमाचल प्रदेश के सलोन जिले में स्थित सीबी हेल्थ केयर नामक कंपनी को फार्मूला देकर गोलियां और सिरप का उत्पादन करवाता था और वहीं से उनकी आपूर्ति अलग-अलग राज्यों में करवाता था। पुलिस ने कंपनी के संचालक को नोटिस जारी कर पूरी जानकारी मांगी है। पुलिस को कई और बड़े राजफाश होने की उम्मीद है। एडिशनल एसपी पश्चिम देवचरण पटेल ने बताया किवी-केयर कंपनी के संचालक विरल मुकेश के नेटवर्क से जुड़े लोगों की हिस्ट्री खंगाल रहे हैं। पता चला है कि उसने डमी के रूप में दो और कंपनियां बना रखी थीं। इनके संचालकों की तलाश की जाएगी। हिमाचल प्रदेश के सलोन जिले में स्थित सीबी हेल्थ केयर कंपनी के संचालक से भी पूछताछ करेंगे। नशे के रूप में इस्तेमाल की जा रहीं गोलियों और सिरप की बड़ी खेप की छत्तीसगढ़ में लंबे समय से आपूर्ति कर रहे गुजरात की वी-केयर कंपनी के संचालक विरल मुकेश के पकड़े जाने के बाद पुलिस अब उसके अन्य राज्यों में फैले नेटवर्क को खंगाल रही है। बताया जाता है कि विरल मुकेश ने अपने नीचे डमी के तौर दो और कथित कंपनियां बना रखी हैं। इन कंपनियों के संचालक उसके खास गुर्गे बताए जा रहे हैं। पुलिस अब उनकी तलाश कर रही है।

वी-केयर के नेटवर्क खंगाल रही पुलिस : पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि विरल मुकेश ने कंपनी का दफ्तर कागजों में मेहसाणा, गुजरात में दर्शा रखा था लेकिन वह देशभर में नशे में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की आपूर्ति हिमाचल प्रदेश से करता था। अब तक जांच में पता चला है कि उसकी कथित कंपनियों से कई अन्य दवा निर्माता कंपनियों के लिंक जुड़े हुए निकले हैं। वह दवा निर्माता कंपनियों को अपना फार्मूला देकर गोलियां और सिरप का उत्पादन करवाने के बाद कारोबारियों की मांग के अनुसार अलग-अलग राज्यों में निर्माता कंपनियों से ही सीधे दवाओं की आपूर्ति करवाता था। पुलिस उन दवा कंपनियों को नोटिस जारी करने जा रही है। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि विरल मुकेश ने दोनों कंपनियां डमी के तौर पर इसलिए बनाई गई हैं ताकि उनके नाम का इस्तेमाल कर वह नशे में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की खेप अलग-अलग राज्यों में खपा सके। दोनों कंपनियों के दफ्तर गुजरात में ही हैं। पुलिस जब इनके दफ्तरों में पहुंची तो वहां ताला लगा था। इनके संचालकों का नाम-पता पुलिस ने हासिल कर लिया है। पुलिस टीम जल्द ही दोबारा गुजरात जाकर कंपनियों के संचालकों को घेरे में लेने की योजना बना रही है।

कई जिलों में नशीला सिरप की तस्करी करने वाले गिरफ्तार

महासमुंद में कई जिलों में नशीला सिरप की तस्करी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक़ पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह को सूचना मिली कि महासमुन्द क्षेत्र में भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली ड्रग्स कैप्सूल व सिरप का अवैध व्यापार किया जा रहा हैै। कप सिरप व नशीले कैप्सूल, दवाईयां अन्य राज्यों से लाकर भारी मात्रा में महासमुंद जिला एवं आस पास के जिलों में खपाया जा रहा है। जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा सूचना को गंभीरता से लेते हूुये समस्त थाना/चौकी प्रभारियों व सायबर सेल टीम को ऐसे लोगो को पहचान करने व इस गोरख धंधे में संलिप्त आरोपियों पर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया था। सायबर सेल की टीम एवं थाना सिटी कोतवाली की टीम के द्वारा मुखबीर लगाकर अवैध नशीले पदार्थ कप सिरप व नशीला कैप्सूल परिवहन करने वाले लोगो का पता तलाश कर रही थी। इस दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि थाना महासमुन्द क्षेत्र में बस स्टैण्ड यात्री प्रतिक्षालय के पास भारी मात्रा में कप सिरप व नशीली टैबलेट बिक्री करने हेतु रखा है। जिसे मुखबीर के निशानदेही पर मौका पहुच कर बस स्टैण्ड में जाकर पुलिस की टीम के द्वारा घेराबंदी कर 02 व्यक्ति को पकडा गया। जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम 01. नवीन पटेल पिता नामेशंकर पटेल उम्र 32 वर्ष सा. कुकडाहाड थाना कांटाबाजी जिला बंलागीर ओडिशा तथा दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम 02. रोशन राय पिता राजेश्वर राय उम्र 22 वर्ष सा. वार्ड नं. 09 नयापारा थाना व जिला महासमुन्द का निवासी होना बताये। तलाशी लेने पर पास रखे एक भूरे रंग के कार्टुन के अंदर 70 नग प्लास्टिक शीशी 100-100 एमएल वाली में भरी हुई प्रतिबंधित कफ़ सीरप जब्त की गई है।

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