सरकार और संगठन को कमजोर करने वाली ताकतों पर सीधे एक्शन के मूड में हाईकमान
पार्टी विरोधी षडयंत्रकारियों को किसी भी परिस्थिति में नहीं बख्शने की जन्मजात कांग्रेसियों की सिफारिश
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रायपुर। कांग्रेस हाईकमान प्रदेश की सत्ता में काबिज कांग्रेस सरकार और संगठन को कमजोर करने वाली ताकतों पर सीधे एक्शन के मूड में दिखाई दे रही है। पार्टी के खिलाफ सिर उठाने वाले किसी भी नेता को कांग्रेस पार्टी चुनावी साल में बर्दाश्त नहीं करेगी, यह संकेत दो नेताओं अरविंद नेताम और अमरजीत चावला को नोटिस देकर दे दी है। ताजा मामला कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले अरविंद नेताम अरविंद नेताम ने बस्तर में भानुप्रतापपुर उपचुनाव में सर्व आदिवासी समाज की आड़ लेकर पार्टी के साथ खुलाघात करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी है। नेताम ने खुलकर भानुप्रतापपुर के उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने के साथ चुनावी सभा में भी कांग्रेस को आदिवासी विरोधी जताने की भी कोशिक की । अब कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने नेताम की कारगुजारियों पर संज्ञान लेकर नेताम और अमरजीत के मंसूबों के इशारों के मायने निकालते हुए नोटिस जारी कर 7 दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा है। चुनावी साल में कांग्रेस फूंक-फूंक कर कदम रखने जा रही है।
इसलिए कहा नहीं कहा जा सकता कि कांग्रेस पार्टी विघ्नसंतोषियों को माफ नहीं करेगी। उच्चपदस्थ सूत्रों कि माने तो कांग्रेस पार्टी सीधा एक्शन लेकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर निष्कासित भी कर सकती है । वहीं दूसरी ओर अमरजीत चावला के मामले में पार्टी के आला पदाधिकारियों के पास एक वीडियो 6 ऑडियो क्लीपिंग के पुख्ता सबूत पहुंच चुकी है। जिस तरह नेताम ने आदिवासियों को बरगलाने का काम किया वैसे ही अमरजीत चावला ने पिछड़ा वर्ग समाज के लिए अनर्गल असम्मानजनक भाषा शैली का प्रयोग किया। जो आलाकमान की संज्ञान में है । पूर्व में भी अमरजीत के द्वारा ओबीसी समाज के विशेष वर्ग को 2017-18 में अपशब्दों का प्रयोग किया गया था जिसका बहुत विरोध हुआ था जिसमें पुलिस कार्रवाई भी हुई थी। लेकिन उस समय मामले को ज्यादा तुल ने देते हुए पार्टी ने सुधरने का मौका दिया । उस समय नरमी बरतकर अमरजीत को कांग्रेस में प्रवेश फिर से दिया गया था । अब अमरजीत के खिलाफ इतने पुख्ता सबूत है जिसमें सरकार और संगठन विरोधी बयान के साथ भूपेश सरकार के खिलाफ षडयंत्र रचने जैसे आरोपों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और येन चुनाव से पहले इस तरह की गतिविधियों को टाला भी नहीं जा सकता।
इसलिए अमरजीत चावला के पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता पर संज्ञान लेकर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। राजनीतिक सूत्र बताते है दोनों नेताओं के जवाब देने के उपरांत भी उन्हें पार्टी से बेदखल करने की संभावना व्यक्त की जा रही है। राजनीतिक हलको में यह भी चर्चा है कि सरकार और संगठन के खिलाफ षडयंत्र करने वालों की सूची तैयार हो चुकी है। अरविंद नेताम और अमरजीत चावला पर एक्शन के बाद उन नेताओं को भी बोरिया बिस्तर लपेटने कहा जा सकता है। कांग्रेस पार्टी सत्ता और संगठन के खिलाफ काम करने वालों को संदेश देना चाहती है कि कोई भी बड़े से बड़ा छोटे से छोटा नेता हो चाहे किसी का भी समर्थक हो सरकार और संगठन के विरोध में काम करते पाया गया तो वह मान कर चले कि उनका पार्टी से विदाई तय है । जो भी नेता पार्टी में रहकर ही विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है उन नेताओं के लिए यह सबक होगा । आने वाले दिनों देखना है कि पार्टी लाइन में रहकर पार्टी के निष्ठावान नेताओं का विरोध करने वाले स्वयंभू नेता कैसे बचते है।