छत्तीसगढ़

'इधर कांग्रेस के आदिवासी नेता गिरफ्तार हो रहे थे, उधर भूपेश...' , सीएम के मीडिया सलाहकार ने एक्स पर लिखा

jantaserishta.com
16 Jan 2025 6:33 AM GMT
इधर कांग्रेस के आदिवासी नेता गिरफ्तार हो रहे थे, उधर भूपेश... , सीएम के मीडिया सलाहकार ने एक्स पर लिखा
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फोटो: पंकज कुमार झा ट्विटर 

रायपुर: पूर्व मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी को लेकर ईडी के उस खुलासे पर जिसमें कहा गया कि शराब घोटाले के पैसे से सुकमा के कांग्रेस कार्यालय का निर्माण हुआ है, इस सीएम विष्णु देव साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सुकमा के कांग्रेस कार्यालय ही क्यों, क्या कांग्रेस के कल उद्घाटित हुए दिल्ली के नए 'इंदिरा भवन' के निर्माण में नहीं लगा होगा एटीएम का पैसा?
पंकज कुमार झा ने लिखा कि
प्रकृति हमेशा संयोगों के माध्यम से भी कुछ संदेश या संकेत देने का प्रयत्न करती है। यह हमारी चेतना पर है कि हम उसे ग्रहण कर पाते हैं या नहीं।
छत्तीसगढ़ में जब जनजाति समाज से आने वाले एक अत्यल्प शिक्षित नेता की शराब घोटाले में गिरफ्तारी हो रही थी, लगभग उसी समय दिल्ली में भव्यतम @INCIndia मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन भी हो रहा था। जहां कार्यकर्ताओं ने ‘मनमोहन भवन’ का पोस्टर लगवाया हुआ था। अस्तु!
तनिक विचार कीजिए। चित्र में दिख रहे कवासीजी को तब @INCChhattisgarhने आबकारी और उद्योग मंत्री बनाया था। शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आने के बाद शराब से ही पैसे बनाने के लिए एक ऐसे नेता को मंत्री बनाना तो समझ में आता है जो बिना कोई विरोध किए आलाकमान के कहने पर सब कुछ करता रहे, पर छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में उद्योग मंत्री जैसा दायित्व भी ऐसे नेता को देना जो अत्यधिक कठिनता के साथ हस्ताक्षर भी कर पाते हों, क्या भावना रही होगी इसके पीछे? विचार कीजियेगा।
हालांकि यहां प्रश्न अलग है। @dir_ed की पड़ताल में यह आया है कि अन्य कार्यों के अलावा भ्रष्टाचार के पैसे से ही बस्तर के सुकमा का कांग्रेस कार्यालय बना था, उसी घोटाले के पैसे से, जिसके आरोप में कवासीजी गिरफ्तार हुए हैं। अब इस तथ्य के आलोक में दिल्ली के नये ‘इंदिरा भवन’ पर विचार कीजिये।
विपक्ष में रहने के दौरान @BJP4CGStateलगातार यह कहती रही थी कि कांग्रेस आलाकमान के लिये छत्तीसगढ़ ‘एटीएम’ बना हुआ था। ढाई साल बाद भी मुख्यमंत्री बने रहने देने का मूल्य छत्तीसगढ़ इसी तरह चुका रहा था।
तो प्रश्न यह है कि जिस घोटाले के पैसे से सुकमा कार्यालय बना, वह पैसा क्या कांग्रेस के कल उद्घाटित हुए भव्यतम् मुख्यालय में नहीं लगा होगा? इस आशंका के आधार तो है ही। आगे शायद जांच एजेंसियों की विवेचना में हालांकि विस्तार से पता चल पाये।
इधर घोटाले के आरोप में कांग्रेस के आदिवासी नेता गिरफ्तार हो रहे थे, उधर पूर्व मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel समेत तमाम नेताओं की उपस्थिति में भव्यतम कार्यालय का उद्घाटन समारोह दिल्ली में चल रहा था। वहीं ‘इंडियन स्टेट’ से लड़ने का आह्वान भी हो रहा था।
तो सुकमा हो या कोटला रोड, दिल्ली… हर जगह पैसे भी आपके ही जायेंगे और जेल भी आप ही जायेंगे, इस विडंबना से आजादी मिलना भी आवश्यक है।
हां, अलबत्ता आपका एटीएम न केवल पैसे उगलेगा आलाकमान के लिए बल्कि राज्यसभा की सीटें भी उन्हीं के लिए जायेगी। तब तमाम ‘वाद’ समाप्त हो जायेंगे, बस नाम रहेगा शुक्ला, रंजन, तुलसियों का। कांग्रेस को वोट देते हुए हमेशा ये तथ्य ध्यान में रखें कृपया।
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