जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में लगातार अपराध हो रहे हैं, हत्या, लूट, दुष्क र्म से लेकर मार-पीट, चाकूबाजी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। फिर भी पुलिस अपराध कम होने का दावा कर रही है। गुरुवार को अपराध के सालाना आंकड़े पेश करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने बताया कि महिलाओं और बालिकाओं पर हो रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने के लिए राजधानी पुलिस हर स्क्वाड टीम का गठन करेगी। इस साल पुलिस के निशाने पर मनचले होंगे, जो राजधानी के पार्क, मरीन ड्राइव और स्कूल कालेजों के बाहर खड़े रहते हैं और हरकतों को अंजाम देते हैं। मनचलों को अच्छे भले बनाने के लिए पहले तो समझाया जाएगा, लेकिन जब वे नहीं मानेंगे तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हर स्क्वाड टीम में महिला अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहेंगी। टीम बालिकाओं को जागरूक करने का भी काम करेगी। पुलिस विभाग जल्द ही हर स्क्वाड टीम का गठन कर इसका हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी। हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने गुरुवार को पुलिस विभाग ने साल भर के अपराधों के आंकड़े जारी किए। लाकडाउन के चलते इस साल पुलिस के आंकड़ों में कमी आई है। राजधानी में इस साल 246 बलात्कार, 183 छेड़छाड़ और 39 यौन उत्पीडऩ के मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए पुलिस ने हर स्क्वाड टीम के गठन का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि रायपुर जिले में पार्क बढ़ रहे हैं, पिकनिक स्पाट, स्कूल, महिला कालेज के बाहर और भीड़भाड़ वाले इलाके में मनचले खड़े रहते हैं। हर स्क्वाड टीम प्रतिदिन स्कूल कालेजों के खुलने एवं बंद होने के समय स्कूल के बाहर अनावश्यक रूप से खड़े रहने वाले लड़कों की चेकिंग करेंगे और तदानुसार वैधानिक कार्यवाही करेंगे, साथ ही आवश्यकता होने पर
संबंधित लड़कों के अभिभावकों को भी समक्ष में बुलाकर समझाने का काम किया जाएगा।
स्कूलों में चलाएंगे जनजागरूकता अभियान : हर स्क्वायड टीम के सदस्य स्कूल में जाकर लड़कियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निदान करेंगे । यदि कोई व्यक्तिगत समस्या, परेशानी हो तो रूबरू होकर निराकरण का समुचित पहल करेंगे। साथ ही रायपुर जिले के गल्र्स स्कूल-कालेजों में महिलाओं से संबंधित अपराध की रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान एवं विभिन्ना वार्डों में घरेलू हिंसा के संबंध में महिलाओं को कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी जाएगी। पुलिस हर स्क्वाड टीम में महिला आरक्षक सहित महिला अधिकारियों को टीम में नियुक्त किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने गुरुवार को पुलिस विभाग का सालाना आंकड़ा जारी कर स्वयं ही अपनी पीठ थपथपा ली है, जबकि कोरोना के चलते नाम मात्र की इस साल आंकड़ों में कमी आई है। हम बात करें हत्या की तो वर्ष 2019 में 76 हत्या की घटनाएं हुईं, वहीं वर्ष 2020 में 75 हुईं। ठीक इसी तरह बलात्कार के मामले में वर्ष 2019 में जहां 283 थे तो वर्ष 2020 में 246 हुए। नकबजनी मामले में वर्ष 2019 में जहां 583 था तो वर्ष 2020 में 483 मामले दर्ज हुए हैं। उसके बाद भी पुलिस वाहवाही लूट रही है।
कांग्रेस सरकार का ऐसा असर की पुलिस भी वाहवाही लूट रही: बीजेपी
पूर्व मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने राजधानी पुलिस द्वारा जारी आपराधिक आकड़ो को कांग्रेस सरकार के रंग में रंगा और कांग्रेस सरकार की ही तरह सरकार के दबाव में वाहवाही लूटने वाले करार दिया हैं। श्री मूणत ने कहा कि प्रदेश सरकार की लापरवाही और पुलिस विभाग में तबादला उद्योग के चलते छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया हैं और राजधानी रायपुर अपराध की राजधानी ऐसे में सरकार के दबाव में काम कर रहे कानून के रखवालों के हाथ आंकड़े जारी करते वक्त कहीं ना कहीं बंधे मालूम पड़ते हैं। पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि अपराध की राजधानी बन चुकी रायपुर की ही यदि हम बात कर ले तो हत्या, लुट, चोरी, बलात्कार, छेडख़ानी,नशा, ड्रग्स तस्करी, गंजा तस्करी, शराब तस्करी, प्रतिबंधित दवा तस्करी, शराब का अवैध कारोबार, जुआ-सट्टा, फिरौती जैसे अपराध कांग्रेस की सरकार आने के बाद आम हो चुके हैं। कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी हैं। राजधानी में लॉकडाउन के दरमियान दूसरे जिले के लोग गोली चला देते हैं, पार्टी करते हैं, राजधानी पुलिस और मुख्यमंत्री बघेल व ग्रहमंत्री के गृह जिले की पुलिस की पेट्रोलिंग बेरिकेटिंग एवं चौकसी की पोल खोलते हैं ऐसे में जब राजधानी पुलिस वाहवाही वाले आंकड़े जारी करे तो समझा जा सकता हैं कि छत्तीसगढ़ में कानून के हाथ सत्ताधारी दल के हाथों बंध चुके हैं।