छत्तीसगढ़

नहीं रुक रही गांजा-शराब की तस्करी

Nilmani Pal
3 Dec 2021 6:14 AM GMT
नहीं रुक रही गांजा-शराब की तस्करी
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  1. राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अवैध कारोबार चरम पर
  2. पुलिस को चकमा देने तस्करों ने महिलाओं को उतारा मैदान में
  3. रवि ,मुनाब और आशिफ गैंग का कारोबार कब बंद होगा साहब

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। जनता से रिश्ता विगत कई सालों से सट्टा, नशा और हुक्काबारों के खिलाफ समाचार प्रकाशित कर जनता और पुलिस प्रशासन को आगाह करते रहा है। जनता से रिश्ता की खबर को संज्ञान में लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिया कि किसी भी सूरत में नशे के कारोबार पर अंकुश लगना ही चाहिए। लेकिन राजधानी में आये दिन नशे का कारोबार रोजाना तेजी से बढ़ते जा रहा है जिस वजह से युवा नशे की दलदल में फंसते जा रहे है। रायपुर में भांग बेचने वाले लोगों ने अब अपना ही एक नया कारोबार शुरू कर दिया है। भांग दुकान में भगवान के नाम पर गांजा बेचा जा रहा है। शहर के अंदर गंजेडिय़ों ने अपना धंधा चलाने के लिए ये सबसे नया तरीका अपना लिया है। पुलिस भी इस प्रकार के गांजा बेचने वालों पर कार्रवाई नहीं कर पा रही है।

गांजा तस्करी के लिए रायपुर सेंटर प्वाइंट

रायपुर में भांग का कारोबार करने के नाम पर अब नशे के सौदागरों ने गांजे का व्यापार शुरू कर दिया है। देखा जा रहा है कि ग्राहक को भांग के नाम पर गांजे की सप्लाई की जा रही है। उड़ीसा के जंगली इलाकों में बड़े पैमाने पर गांजे की खेती होती है। यहां पैदा होने वाले गांजे को पूरे देश में तस्करी के माध्यम से युवाओं में खपाया जा रहा है। इस गांजे को देश के दूसरे राज्यों तक सप्लाई करने के लिए तस्करों ने रायपुर को सेंटर प्वाइंट बनाया है। रायपुर के रास्ते ही तस्कर गांजा खपा रहे है, ओडिशा सबसे ज्यादा गांजा पैदा करने वाला राज्य है। यहां हर साल बड़े पैमाने पर गांजे की खेती की होती है। इस खेती की जानकारी ओडि़शा पुलिस के अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस को भी है, तस्करों ने खेती के लिए नक्सल प्रभावित इलाकों का चयन किया जहां पुलिस खेती करने वालों तक पहुंच कर सीधी कार्रवाई नहीं कर पा रही है।

नशे के कारोबारियों के किया नए तरीके का इजाद: नशे के कारोबारियों द्वारा हमेशा नए-नए तरीके से गांजा और नशीले पदार्थ की सप्लाई करते है। कभी चावल के बोरी के नीचे तो कभी आलू के बीच में तो कभी सब्जी के बीच में गांजा छुपकर अवैध रूप से परिवहन हो रहा है। पिछले दिनों सीमावर्ती राज्यों के जिलों में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर फल, सब्जी, आलू, कटहल, कद्दू के बीच गांजा रखकर तस्करी की सूचना पर पुलिस ने लगातार कार्रवाई की। देखने में यह भी आया है कि तस्करों ने दूध सप्लाई के नाम पर गांजा सप्लाई कर रहे हैं। दूध के डिब्बे में नीचे गांजा भर कर ऊपर केमिकल युक्त पानी जो बिलकुल दूध के समान दिखाई देता है, उसे भरकर ट्रेन के रास्ते सप्लाई कर रहे हैं।

गांजा परिवहन का सरल मार्ग: ओडिशा में खेती के बाद इसे देश भर के तस्करों तक पहुंचाने के लिए गांजे की बड़ी खेप ओडिशा के मलकानगिरी से तस्करी के रास्ते रायपुर शहर तक पहुंचाते है। देश के अलग-अलग राज्यों में तस्करों का मुखिया अपने गुर्गों के माध्यम से गांजा की डिलीवरी करता है। इसके बाद तस्करी के रास्ते रायपुर से बस्तर होते हुए मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र, यूपी-बिहार ले जाते हैं। वहीं मलकानगिरी में मिलने वाले गांजे को सुकमा होते हुए दरभा की ओर से जगदलपुर लाते है। यहां से गांजे को देश के अलग-अलग राज्यों में पहुंचाया जाता है। बाहरी राज्यों से रायपुर पहुंच रहे तस्कर सड़क मार्ग से ओडिशा से गांजा लाकर पूरे देश में तस्करी के जरिए पहंचा रहे है, सबसे ज्यादा यूपी, बिहार और मध्यप्रदेश से तस्कर आते हैं। अब तक पुलिस ने सबसे ज्यादा तस्कर मध्यप्रदेश और यूपी के ही पकड़े हैं। तस्कर पहले गांजे की तस्करी के लिए लग्जरी गाड़ी का उपयोग करते थे, अब पुलिस ने कार्रवाई की शुरूआत होते ही ट्रेन रूट से गांजा तस्करी करनेो में सक्रिय हो गए है। पुलिस ने तस्करों पर अंकुश लगाने की कार्रवाई शुरू की तो तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए अब इस धंधे में महिलाओं को मैदान में उतार दिया है। जिससे चलते अब महिलाएं तस्करी को बेखौफ अंजाम दे रहे है।

सीमेंट की बोरियों में छिपा कर गांजे की तस्करी, 61 लाख का गांजा जब्त

महासमुंद पुलिस ने सीमेंट की बोरियों के नीचे 305 किलो गांजा छिपाकर ओडिशा से यूपी ले जा रहे दो तस्करों को पकड़ा है। तस्करों ने इस बार ऐसा तरीका अपनाया था, जिससे टेमरी चेकपोस्ट में तैनात जवान चकमा खा गए, लेकिन जिले से बाहर निकलने से पहले ही बागबाहरा में पकड़े गए। बागबाहरा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एनएच-53 पिथौरा चौक के पास ट्रक को रोका और तलाशी ली। इस दौरान ट्रक से पुलिस को सीमेंट की 105 बोरियों के नीचे से 3 क्विंटल 5 किलो गांजा मिला। जब्त गांजा की कीमत 61 लाख रुपए आंकी गई है, वहीं दो आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। ये दोनों आरोपी उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। बागबाहरा थाना प्रभारी दीपेश जायसवाल ने बताया कि ट्रक क्रमांक यूपी 80 सीटी 7176 में गांजा तस्कर करते हुए ग्राम पथवरिया थाना सिटी कोतवाली जिला इटावा यूपी निवासी आमिर खान (36 साल) पिता शाहिद खान व ग्राम हैदराबाद थाना रौनापार जिला आजमगढ़ यूपी निवासी जितेन्द्र कुमार (31 साल) पिता सतनू यादव को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि ओडिशा से गांजा लेकर वे अपने गांव में खपाने के लिए ले जा रहे थे।

आरोपियों के पास से ये सामान हुए जब्त: पुलिस ने आरोपियों से दो नग सोने की लाकेट कीमत 2 हजार रुपए, दो मोबाइल कीमत 10 हजार, नगदी रकम साढ़े तीन हजार, 305 किलोग्राम गांजा कीमत 61 लाख, 105 बोरी अल्ट्राटेक कंपनी का सीमेंट 31 हजार 500 व परिवहन में प्रयुक्त ट्रक कीमत 12 लाख को जब्त किया है। तस्करों के पास से जब्त कुल सामानों की कीमत पुलिस ने लगभग 74 लाख रुपए आंकी है।

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