रायपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनसुईया उइके ने आज 'कोविड-19' के खिलाफ लड़ाई और निकट भविष्य में युवाओं की भूमिका'' पर मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित किया। इस वर्चुअल कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि कोविड की वजह से देश ही नहीं पूरा विश्व जूझ रहा है। अभी तक ठोस इलाज और दवा नहीं है। ऐसे में हमारा दृढ़ संकल्प, आत्मबल और सकारात्मक सोच इस बीमारी से विजय प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कोविड से सभी वर्ग प्रभावित हुए हैं। इस महामारी के दौर में हम सभी का यह सामूहिक दायित्व और कर्तव्य है कि हम सभी एकजुट होकर इस संकट से उबरने में सहयोग करें। इस संकट से प्रभावित समाज के जरूरतमंद लोगों तक राहत और सुविधाएं पहुंचाने में सामाजिक संस्थाएँ, राजनीतिक दल शासन-प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करे। यह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मानव जीवन को बचाने का प्रयास का समय है। वास्तव में यही मानवता और इंसानियत की परीक्षा की असली घड़ी है। महामारी से बचाव हेतु आज टीकाकरण के लिये लोगों को जागरूक करने की महत्ती आवश्यकता है और इसमें विश्वविद्यालय के छात्र, शिक्षक, प्राध्यापक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
राज्यपाल उइके ने कहा कि कोविड काल में विश्वविद्यालय प्रबंधन और छात्र-छात्राएं सराहनीय कार्य कर रहे हैं। जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी करने की भी आवश्यकता है। विश्वविद्यालय और सामाजिक संस्थाएं हेल्पलाइन नंबर के साथ और भी बेहतर ढंग से लोगों की सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस संकट से पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है। हर वर्ग इस महामारी से प्रभावित हुआ है। सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, वाणिज्यिक, औद्योगिक हर क्षेत्र महामारी से प्रभावित है और संकट के इस काल में आवश्यकता है सही समय पर सही निर्णय लेने की और यह जागरूकता से संभव है। उन्होंने कहा कि कोरोना को पूर्णरूपेण समाप्त करने के लिये हर व्यक्ति यह संकल्प ले कि वह अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करेगा, बार-बार हाथ साफ करेगा, स्वच्छता रखेगा व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेगा। इसके साथ ही पात्र व्यक्ति वैक्सीन लगाकर इस महामारी से उबरने में सहयोग प्रदान करेंगे। वे स्वयं के साथ अपने परिवार, समाज, राज्य व राष्ट्र को सुरक्षित रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंपाल सुश्री उइके ने कहा कि अब वैक्सीन के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं और भ्रम भी दूर हो रहा है। प्रतिदिन लाखों लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है और वैक्सीन सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सबसे बड़ी उपलब्धि है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से टीका लगाने वाला देश भी बन गया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद भी हमें पूरी सावधानी रखनी आवश्यक है। हम लोगों को यह भी बताएं कि कोरोना के लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द टेस्ट कराएँ और जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नही आ जाती, तब तक स्वयं को आइसोलेट रखें और रिपोर्ट आने के बाद इलाज प्रारंभ करें। राज्यपाल सुश्री उइके ने विश्वविद्यालय के ब्रोशर का विमोचन भी किया।
राज्यपाल उइके ने मैट्स विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर, स्लोगन, आडियो-वीडियो ग्राफिक्स के माध्यम से लोगों को महामारी के प्रति लोगों को जागरुक करने पर बधाई देते हुए उनके कार्याें की सराहना की। वेबिनार में मैट्स विवि के श्री गजराज पगारिया ने वेबिनार को सम्बोधित करते हुए कोविड काल में ऑनलाइन क्लास, वेबिनार आदि के माध्यम से किए गए कार्याें की जानकारी दी। इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के उपकुलपति सहित सहायक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं वेबिनार के माध्यम से शामिल हुए।