गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज गौरेला पेंड्रा मरवाही के दौरे पर रहे। वे सबसे पहले डांडजमड़ी जाने वाले थे लेकिन यहाँ उनका हेलीकॉप्टर लैंड नहीं हो पाया, जिसके बाद हेलीकॉप्टर कि लैंडिंग पेंड्रा में कराई गई। इसके बाद सीएम सड़क मार्ग से डांडजमड़ी रवाना हुए।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौरेला- पेंड्रा-मरवाही ज़िलेवासियों को लगभग 45 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौग़ात दी. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अब जीपीएम जिला बन गया है। इस शहर का बहुत पुराना इतिहास रहा है। यहां से 1900 में छत्तीसगढ़ मित्र का प्रकाशन आरंभ हुआ। पहली कहानी यहीं लिखी गई। इससे स्पष्ट है कि इस मिट्टी में पत्रकारिता और साहित्य रचे बसे हैं। यह अरपा ही नहीं, पत्रकारिता और साहित्य का उद्गम स्थल भी है। मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मेरे कार्यकाल में इस जिले का निर्माण हुआ। हमारी सरकार बनने से केवल इसी क्षेत्र के लोगों की ही मांग पूरी नहीं हुई, बल्कि राज्य में इसके समेत 6 नये जिले बने। जिलों के साथ-साथ 19 नये अनुविभाग और 83 नयी तहसीलें भी बनाई गईं। हमने जो नये जिले बनाए हैं, उनमें से लगभग सभी जिले ऐसे हैं जहां पर वंचित समुदाय के लोग बहुतायत में निवास करते हैं। ये वे लोग हैं जो वर्षों से अपने अधिकारों से वंचित रहे, और जिन्हें वर्षों से न्याय की प्रतीक्षा थी। नये जिलों के गठन का उद्देश्य इन्हीं समुदायों तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित करना है।