मुंगेली जिले के आंशिक भूभागों में किया जा रहा है हेलिकॉप्टर वाहित भूभौतिकीय सर्वेक्षण
मुंगेली। खनिज अन्चेषण के लिए अधोस्थलीय भू-वैज्ञानिक संरचनाओं के अध्ययन के लिए आंकड़ों को संग्रहित करने के उद्देश्य से परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार के लिए मेसर्स जियोटेक लिमिटेड, कनाडा द्वारा छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के आंशिक भूभागों में हेलिकॉप्टर वाहित भू-भौतिकीय सर्वेक्षण किया जा रहा है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने आज यहां बताया कि हेलिकॉप्टर वाहित भू-भौतिकीय सर्वेक्षण में विद्युत-चुम्बकीय, चुम्बकीय एवं गामाकिरण स्पैक्ट्रोमीटर उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इसमें एक उपकरण 26 मीटर व्यास लूप हेलिकॉप्टर से नीचे लटकता है तथा इस सर्वेक्षण में हेलिकॉप्टर भूतल से 60-80 मीटर की ऊँचाई पर उड़ता है।
इस प्रकार के सर्वेक्षण देश के विभिन्न भूभागों में नियमित रुप से किये जाते है, जो आम जनता के लिए हानिकारक नहीं हैं। हेलिकॉप्टर से नीचे लटकते हुए लूप से आम जन को भ्रमित होने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह उपकरण वैज्ञानिक दृष्टि से डिजाइन किया गया है जिसे नागर विमानन महानिदेशालय, भारत सरकार द्वारा उपयोग करने के लिए स्वीकृति दी गयी है। यह एक सुरक्षित एवं संरक्षित उपकरण है जिसका संचालन दक्षता प्राप्त एवं अनुभवी पेशेवर व्यक्तियों द्वारा किया जाता है।