छत्तीसगढ़

सरसिंवा हेलीपैड में सीएम भूपेश बघेल का आत्मीय स्वागत

Nilmani Pal
20 Dec 2022 9:44 AM GMT
सरसिंवा हेलीपैड में सीएम भूपेश बघेल का आत्मीय स्वागत
x

रायपुर। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल भेंट-मुलाकात के लिए नवगठित जिला सारंगढ़–बिलाईगढ़ के बिलाईगढ़ विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत सरसिंवा हेलीपैड पहुंचे स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया. ग्रामवासियों में प्रदेश के मुखिया के स्वागत में जोरदार उत्साह दिखा। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल बिलाईगढ़ विधानसभा के ग्राम सरसींवा में भोजन पश्चात आम जनता से भेंट-मुलाकात करेंगे।

इससे पहले उन्होंने शहीद वीरनारायण सिंह इको टूरिज्म सर्किट का लोकार्पण किया

भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बलौदाबाजार जिले के बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थित ग्राम सोनाखान पहुंचे, जहां पर उन्होंने छत्तीसगढ़ के शहीद वीरनारायण सिंह की स्मृति में बनाए गए इको टूरिज्म सर्किट एवं म्यूजियम का शुभारम्भ किया। सोनाखान के कुर्रूपाठ के घने जंगलों में प्रकृति के बीच इस कलाकृति को आकार दिया गया है। यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला ऐसा म्यूज़ियम है, जहां ऑडियो- विजुअल सेटअप और एक विशेष धातु कॉर्टेन स्टील के माध्यम से शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी को प्रदर्शित किया गया है।

सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले शहीद वीरनारायण सिंह की गौरव गाथा को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष तरह के कॉर्टेन स्टील का प्रयोग किया गया है। बताया गया कि कॉर्टेन स्टील एक तरह का ऐसा मेटल है, जिसमें पहले से जंग की एक परत लगी हुई होती है। खास बात यह है कि यह धातु प्रकृति को हानि नहीं पहुँचाती। कुर्रूपाठ पहाड़ की हरियाली के बीच इसकी नयनाभिराम सुंदरता देखते ही बनती है।

कॉर्टेन स्टील के बने लम्बे और सुंदर पैनल्स पर शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी उकेरी गई है, जिसका अवलोकन दिन के उजाले के साथ ही रात में भी देखा जा सकता है। लाइट के अद्भुत सेटअप इसे खास और अलग बनाते हैं। सभी पैनल एक ऑडियो सेटअप के साथ है जहां सोनाखान के पराक्रमी शहीद वीर नारायण सिंह के जन्म से लेकर क्रांति और बलिदान को सुना जा सकता है। यह ऑडियो हिंदी, अंग्रेज़ी और छत्तीसगढ़ी भाषा में उपलब्ध है। पर्यटक अपनी पसंद मुताबिक ऑडियो की भाषा का चयन कर सकता है। देश में कॉर्टेन स्टील का उपयोग विभिन्न महान परियोजनाओं में कलाकृतियां बनाने के लिए किया जा चुका है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, बिहार म्यूज़ियम और कई देशों के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट में इसका उपयोग किया गया है। इस नवाचार से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोज़गार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।

Next Story