राजनांदगांव। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के स्टॉफ नर्सो के कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के सामूहिक हड़ताल में शामिल होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर अब प्रतिकूल असर पड़ता दिख रहा है। एकमुश्त 42 स्टाफ नर्स के हड़ताल में चले जाने से स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है। हड़ताल का सर्वाधिक असर नवजात शिशुओं पर पड़ा है। वही प्रसूति महिलाओं के लिए भी परेशानी खड़ी हो गई है।
हड़ताल का रूख करने के बाद बुधवार को दर्जनभर नवजात शिशुओं में से कुछ को रायपुर रिफर करना पड़ा। बाकी बच्चों को जिला अस्पताल में रिफर किया गया। जिला अस्पताल में व्यवस्था नही होने के बाद नवजातों को रायपुर भेजा गया। मेडिकल कॉलेज में मंगलवार-बुधवार की दर यानी रात को करीब 11 बच्चे पैदा हुए थे।
एकाएक नर्सो के हड़ताल में जाने के बाद स्थिति को संभालना प्रबंधन के लिए मुश्किल हो गया। प्रबंधन ने नर्सो के हड़ताल में जाने से वैकल्पिक रूप से प्रशिक्षु नर्सो को वार्डो में तैनात किया है। लेकिन इससे व्यवस्था में सुधरी नही है। प्रशिक्षु नर्स महज दवाई वितरण और छुटपुट कार्य कर रही है।