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कोटा। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के कोटा के प्राथमिक शाला में बच्चे अचानक उल्टी करने लगे। इससे टीचर के हाथ पांव फूल गए। दरअसल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मंगलवार को प्राथमिक शाला के पहली से पांचवी तक के करीब 75 बच्चों को आयरन और फोलिक एसिड की दवा खिलाई गई थी। दवा खिलाने के 15 से 20 मिनट बाद अचानक 16 बच्चे सर और पेट दर्द की शिकायत करने लगे। इसके बाद तुरंत 112 की मदद से पीड़ित बच्चों को रतनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां प्रारंभिक उपचार के बाद बच्चों को खतरे से बाहर बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, बिलासपुर के रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सीलदहा स्थित प्राथमिक शाला में बच्चे उल्टी करने लगे थे। बताया जा रहा है कि, शरीर में रक्ताल्पता और विटामिन की कमी को दूर करने के लिए आरयन और फोलिक एसिड की दवा दी जाती है।
इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता। हैरानी की बात है कि आखिर इस दवा से बच्चों को परेशानी क्यों हुई? क्या दवाएं एक्सपायरी डेट की थी या फिर दवा नकली या मिलावटी थी? इसकी जांच जरूरी है, क्योंकि इस तरह के मामले सामने आने से स्कूलों में जारी स्वास्थ्य गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ता है। ग्रामीण दवा की खुराक लेने से लेकर टीका लेने से भी परहेज करने लगते हैं, इसलिए इस मामले की जांच जरूरी है। चिकित्सक के अनुसार फिलहाल सभी बच्चे सामान्य और खतरे से बाहर है, जिनका मानना है कि हर दवा के कुछ साइड इफेक्ट होते हैं जो कुछ लोगों में नजर आता है। वही डॉक्टर का मानना है कि इन दवाओं के उपयोग से पेट में कई बार गैस बनने की भी शिकायत आती है। पेट और सर दर्द की वजह पेट में बना गैस भी हो सकता है। वही अधिक बच्चों में इसका प्रभाव मास हिस्टीरिया का भी प्रभाव हो सकता है।
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