खुज्जी विधायक के जन्मदिन पार्टी का विवाद गहराया
विधायक की जन्मदिन पार्टी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी हुई तेज
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। प्रदेश कोरोना के भीषण सकंट के गंभीर दौर में गुजर रहा है लोग अपनी सुरक्षा को लेकर दहशत में है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों मे व्यस्था चरमराई हुई है, अधिकतर सरकारी अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं है। रोज हो रहे मौतों से मातम की स्थिति बनी हुई है। निजी अस्पताल वाले लूट मचाए हुए हैं सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में जगह नहीं है।छत्तीसगढ़ सरकार के सबसे काबिल माने जाने वाले स्वास्थय मंत्री जो कोरोना महामारी को लेकर लाकडाऊन की बात करते है और उसी दिन राजनादगांव जिले के खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू के जन्मदिन मे उनके ग्राम पैरी मे कोरोना गाइडलाइन और महामारी आपदा में लगे धारा 144 की धज्जियां उड़ाते हैं। इन विधायक के बारे में कहा जाता है कि जिन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में जिला चिकित्सालय से स्टेडियम चौक तक एंबुलेंस नहीं होने का प्रचार कर ठेले पर शव को खींचा था, आज उनकी संवेदनशीलता कहां चली गई। जहां राज्य के लोगों को एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध ना होने के कठिनाइयां से गुजर रहे हैं वही जिले के लोगों को एक निजी हेलीकॉप्टर से जन्मदिन पार्टी मनाने पहुंचकर उन्हें चिढ़ाने में लगे हैं जो शर्मनाक बात है। इस सम्बन्ध में विपक्ष को बैठे बिठाये एक मुद्दा मिल गया है। विपक्षी पार्टी के नेता इस कृत्य को संवेदनहीनता की पराकास्ठा बता रहे हैं। सोचनीय बात ये है कि प्रदेश में धरा 144 लगा हुआ है हुए ऐसे समय में एक विधायक के जन्मदिन पार्टी में लोगो की भीड़ इक_ा कर जनता को क्या सन्देश देना चाहते हैं ये तो मंत्री और विधायक श्रीमती छन्नी साहू ही बता सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, राजनांदगाव के सांसद सतोष पाडे भाजपा के राजनांदगाव जिला अध्यक्ष मदुसूदन यादव, छुरिया नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रोमी भाटिया,भाजपा नेता जीतेन्द्र वर्मा सहित भाजपाइयों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की जमकर आलोचना की है। नेताओ ने आरोप लगाया कि उक्त जन्मदिन के कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी व अधिकारी कर्मचारी स्वयं नियम और प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते रहे प्रशासन मूकदर्शक बनकर देखता रहा। खुज्जी के कांग्रेस विधायक जो किसानों और गरीबों का हमदर्द होने का ढोंग करते हैं, और ऐसे हालातों में मंत्रियों को बुला कर सिर्फ अधिकारियों में धौस जमाना है। उन्होंने आगे कहा कि ये काग्रेसी अवैध उतखन्न व शराब सट्टा के कारोबारीयो से चन्दा कर ऐसे आयोजन मे पैसा उड़ाने की जितनी निन्दा की जाए कम है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिनरात मेहनत कर समाज के बुद्धिजीवियों, समाज प्रमुखों, व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों एवं पत्रकारों से चर्चा कर सुझाव एवं सहयोग मांग रहे हैं वहीँ दूसरी और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जन्मदिन पार्टी मनाने में मशगूल हैं। प्रदेश मे एक तरफ कोरोना की महामारी से लोगो मे हाहाकार मचा हुआ है प्रदेश इस वक्त संकट के दौर से गुजर रहा है वहीं दूसरी ओर नक्सल हमले में 22 जवानों की शहादत हो जाती है और शहीदों में एक जवान इस जिले से है। ऐसी विकट घड़ी में नैतिकता को भूलकर खुशियां मनाना, केक काटना, भोज कराना, भीड़ इक_ी करना इनसानियत को शर्मसार करने वाला आयोजन मान रहे हैं। भाजपा नेताओं ने आगे कहा कि शहीदों की चिताओं और कोरोना पीडि़तों का मजाक बनाते हुए जन्मदिन का जश्न मनाना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
राजनितिक पंडित इसे भूपेश सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाला कृत्य कह रहे हैं। टी एस सिंहदेव जो स्वयं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं उनको इन सब आयोजनों से परहेज करना था। कोरोना के खिलाफ भूपेश सरकार द्वारा लड़ी जा रही जंग को खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पलीता लगाया जाना और उनके व खुज्जी विधायक के इस प्रकार काम को गैर जिम्मेदाराना माना जा रहा है। इस प्रकार की पार्टी से जनता में सरकार की छवि नकारात्मक बनती है। अभी वक्त पार्टी या आयोजनों का नहीं है बल्कि सरकारी अस्पतालों में पूर्ण व्यवस्था करने का है, सुविधाओं की कमी पूरी करने का है साथ ही निजी अस्पतालों द्वारा छत्तीसगढ़ की गरीब जनता से मचा रहे लूटमार पर नकेल कसना है। राजनीती से जुड़े लोग इसे भूपेश बघेल के मेहनत पर पानी फेरने वाला काम बता रहे हैं। उनका ये भी कहना है कि भूपेश बघेल को ढाई साल मुकम्मल करने में सिर्फ कुछ दिन ही बाकी रह गए हैं। कहीं विधायकों को अपने पाले में करने की मुहीम तो नहीं है। सरकार के इन वरिष्ठ मंत्री को प्रदेश का सत्ता प्रमुख बनने की लोलुपता तो नहीं है। ये सब बात तो भविष्य के गर्भ में है कि ढाई साल बाद क्या मुख्यमंत्री बदलने वाले हैं , कहीं उसी की कवायद तो नहीं। हालांकि इसके पूर्व स्वयं सिंहदेव बयान दे चुके हैं कि वे मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं रखते और भूपेश बघेल पूरे पांच साल राज्य के मुख्यमंत्री रहेंगे। वैसे भी खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू को टिकट कैसे मिली थी जग जाहिर है। भूपेश बघेल के कट्टर प्रतिद्वंदी ने एड़ीचोटी जोर लगाया था तब जाकर टिकट हासिल हुई थी।
सरकार के विधायक ही अपना जन्मदिन मनाने सरकारी गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ा रहे फिर बाकी से क्या अपेक्षा करें।
- डॉ. रमन सिंह