लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज रायपुर के दंत चिकित्सा महाविद्यालय में प्रोस्थेटिक आसपेक्ट ऑफ इम्प्लांटोलॉजी, इम्प्लांट ट्राइ-इंटिग्रेशन विषय पर आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ किया। विद्यार्थियों को इम्प्लांटोलॉजी की बारीकियां सिखाने महाविद्यालय के ओरल एंड मैक्सिलोफेसियल प्रोस्थोडोन्टिक्स एंड इम्प्लांटोलॉजी (Oral and Maxillofacial Prosthodontics and Implantology) विभाग द्वारा दो दिवसीय इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ एवं मेंटर के रूप देश के मशहूर इम्प्लांटोलॉजिस्ट, मैक्सिलोफेसियल प्रोस्थोडोन्टिस्ट और एनाप्लास्टोलॉजिस्ट डॉ. श्रीनिवास राव को आमंत्रित किया गया है। महाविद्यालय के विद्यार्थी एवं प्राध्यापकगण उनके मार्गदर्शन में क्लिनिकल सेंकंड स्टेज सर्जरी, इम्प्लांट इम्प्रेशन टेक्निक एवं प्रोस्थेसिस इंसर्टशन एंड ऑक्लुसल एडजस्टमेंट की सैद्धांतिक, व्यावहारिक एवं प्रायोगिक जानकारी प्राप्त करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए उम्मीद जताई कि यहां अध्ययनरत दंत चिकित्सक कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों से अधिक से अधिक कौशल और ज्ञान अर्जित करेंगे जिससे उन्हें यहां इलाज के लिए आने वाले लोगों को बेहतर व उच्च गुणवत्ता की सेवा प्रदान करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थी नए कौशल हासिल कर निपुण होंगे और मरीजों को उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएंगे। श्री सिंहदेव ने कहा कि राज्य शासन सभी चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में अध्ययन-अध्यापन, इलाज और नागरिकों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए गंभीरता से काम कर रही है।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. आर.के. सिंह ने कहा कि अपने विषय का अच्छा ज्ञान और पारंगत होने से संस्थान द्वारा सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन कुशलता से किया जा सकता है। चिकित्सक के रूप में लोगों की सेवा करने का सुअवसर आप लोगों को मिला है। यह कार्यशाला आप लोगों के ज्ञान और कौशल के विस्तार में बहुत मददगार होगा। दंत चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बिश्वजीत मिश्रा ने उद्घाटन सत्र में कार्यशाला के उद्देश्य, विषयवस्तु एवं विभिन्न सत्रों की जानकारी दी। इस दौरान प्रोस्थोडोन्टिक्स विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेश कुमार गुप्ता और पेरियोडोन्टिक्स विभागाध्यक्ष डॉ. विनीता गुप्ता सहित महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापक और कार्यशाला में हिस्सा ले रहे छात्र-छात्राएं भी मौजूद थे।