सांकेतिक तस्वीर
रायपुर। रंगों का पर्व होली दो साल बाद बिना पाबंदी के मनाई जा रही है। लोग उत्साह से सराबोर नजर आ रहे हैं। लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर बधाई दे रहे हैं। इससे पहले होलिका दहन का मुहूर्त रात एक बजे होने के कारण आधी रात शहर में होलिका दहन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जगह-जगह पर एकत्रित होकर होलिका दहन किया। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को बधाई देकर रंग उत्सव का आनंद लिया। शहर के 800 से अधिक जगहों में होलिका दहन किया गया, जहां लोगों ने प्रेम के रंग में रंग गए। इधर शहर में देर रात शुभ मुहूर्त में कई जगहों में होलिका दहन करके लोग अपनी बुराइयां भी जलाईं। कोरोना की बंदिशों के कारण दो साल तक यहां लोगों को कोरोना प्रोटोकाल के तहत होली मनानी पड़ी थी। इस बार यह बंदिश नहीं है।
गौरतलब है कि राजधानी में दो साल के बाद होली त्योहार में खूब अबीर गुलाल उड़ाया जा रहा है। कोरोना महामारी के कारण प्रशासन ने दो साल तक कुछ शर्तों में होली मनाने की अपील की थी, लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ। इसी कारण शहर में जगह-जगह होलिका दहन करके लोगों ने खूब मस्ती की। इधर राजधानी में पुरानी बस्ती, कालीबाड़ी, गुढ़ियारी, सुंदर नगर टिकरापारा, संतोषी नगर, भाठागांव, प्रोफेसर कालोनी, मोवा, पंडरी, तेलीबांधा, कुकुरबेड़ा, रामनगर आदि मोहल्लों में होलिका की प्रतिमा बनाई गई। होलिका की गोद में बिठाने के लिए भक्त प्रहलाद की सुंदर प्रतिमा भक्तों को काफी आकर्षित कर रही थी। इस मौके पर लोग पूजा-पाठ परिक्रमा करके भक्त प्रहलाद और भगवान नृसिंह की पूजा करके होली खेलने की परंपरा निभाई।