छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में आधी-अधूरी बंदिशें, 50 फीसदी उपस्थिति के साथ जश्न की छूट

Nilmani Pal
25 Dec 2021 5:06 AM GMT
छत्तीसगढ़ में आधी-अधूरी बंदिशें, 50 फीसदी उपस्थिति के साथ जश्न की छूट
x

क्रिसमस-न्यू ईयर पर ओमिक्रॉन का साया, देश के आधे राज्यों में पार्टी-आयोजनों पर रोक

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। कोरोना संक्रमण पर केंद्र सरकार की चेतावनी ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है। नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए अब तक 10 राज्य क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले पाबंदियां घोषित कर चुके हैं। सख्ती बरतते हुए मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों ने नाइट कफ्र्यू लागू कर दिया है। दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और ओडिशा में क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी गई है। तेलंगाना के एक गांव ने ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए खुद ही 10 दिन का लॉकडाउन लगा दिया है। इधर छत्तीसगढ़ में सरकार ने पचास फीसदी उपस्थिति के साथ आयोजनों की छूट दे दी है। पड़ोसी राज्यों में नए वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए आने वाले दिनों में यह छूट राज्य के लोगों पर भारी पड़ सकती है। हालात को देखते हुए राज्य में भी नाइट कफ्र्यू लगाने और पार्टी व आयोजनों पर रोक लगाने की जरूरत महसूस की जा रही थी लेकिन आधी-अधूरी प्रतिबंध के साथ सरकार ने आयोजनों की छूट दे दी है।

नए साल का जश्न, सभी रिसार्ट बुक

छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों पर कोरोना महामारी के दो साल बाद सैलानियों से गुलजार रहेंगे, जहां पर्यटन स्थलों के विभिन्ना जगहों में स्थित रिसोर्ट पहले से बुकिंग हो चुकी है। सैलानी यहां एक दो नहीं, बल्कि चार दिन तक बुकिंग कराया है।

उल्लेखनीय है कि नए साल में ठंड के खुशनुमा में प्रदेश के विभिन्ना पर्यटन स्थल सैलानियों को अपनी ओर खींच लेता है। यही कारण है कि सबसे ज्यादा पसंदीदा जगहों की बात करें को बस्तर के चित्रकोट जलप्रपात है, जहां इस साल हजारों की संख्या में सैलानी पहुंचेंगे। इसके अलावा मैनपाट (सरगुजा), भोरमदेव, चिल्फी घाटी, रविशंकर शुक्ल जलाशय (गंगरेल), बारनवापारा, राजिम है।

नवा रायपुर भी रहेगा गुलजार

इधर नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन, जंगल सफारी सैलानियों से गुलजार रहेंगे। बता दें कि मुक्तांगन और सफारी में हर साल 10,000 हजार से अधिक सैलानी रायपुर के अलावा आसपास के जिले से पहुंचे हंै। यहां सुबह से देर रात तक सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है।

होटलों में डीजे की धुन पर थिरकेंगे लोग

माल्स में भी ग्राहकों के लिए आफर व कार्यक्रम होंगे, बाहर से कोई सेलिब्रिटी नहीं बुला रहे हैं कारोबारी। साल 2021 अब केवल सात दिन शेष रह गया है। नया साल, 2022 का स्वागत करने के लिए आम लोगों के साथ होटल, माल के साथ ही पूरा बाजार तैयार है। होटलों में लोग जहां डीजे की धुन पर थिरकने के साथ लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे, वहीं माल्स में भी खरीदारी पर आकर्षक आफर दिए जाएंगे और कार्यक्रम भी होंगे।

होटल कारोबारियों से मिली जानकारी के अनुसार अभी भी कोरोना के खतरे को देखते हुए बाहर से कोई सेलिब्रिटी नहीं बुलाए जा रहे हैं, लेकिन नए साल के जश्न के लिए लोगों को लजीज व्यंजनों के साथ डीजे की धुन पर थिरकने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही कुछ होटलों में म्यूजिक के साथ कैंडल नाइट डिनर की व्यवस्था रखी जा रही है। होटलों को नए साल के लिए बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया जाएगा। इसके साथ ही शनिवार 25 दिसंबर को क्रिसमस पर भी होटलों में कैंडल नाइट डिनर रखा गया है।

सरकार ने जारी की गाइडलाइन क्षमता से आधे लोग ही जुट सकेंगे

शुक्रवार शाम क्रिसमस और नए साल को ध्यान में रखकर एक नई गाइडलाइन जारी की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन में साफ तौर पर लिखा गया है कि धार्मिक त्योहार और नए साल के मौके पर कार्यक्रम स्थलों पर 50त्न लोग ही जमा हो सकेंगे। यानी कि अगर किसी जगह पर 100 लोगों के इक_ा होने की क्षमता है तो वहां सिर्फ 50 लोग ही मौजूद रह सकेंगे।

राज्य सरकार की तरफ से जारी किए गए आदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंता भी जाहिर की गई है। आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि कोविड-19 के नए वैरिएंट के संक्रमण और इसके नियंत्रण को ध्यान में रखकर यह गाइडलाइन लागू की जा रही है।

राज्य सरकार की तरफ से यह आदेश प्रदेश के सभी जिलों के संभाग आयुक्त आईजी, कलेक्टर और एसपी को जारी किए गए हैं। अब इसके बाद जिला प्रशासन स्तर पर टीमें क्रिसमस और न्यू ईयर की पार्टी पर खास ध्यान देंगी और आयोजन स्थल पर 50त्न से अधिक लोग ना जा सके इसका ध्यान रखा जाएगा।

बिना वीडियो रिकार्डिंग के नहीं होगी पार्टी, पुलिस का फरमान

नए साल जश्न के लिए राजधानी के सात बड़े होटलों ने पार्टी आयोजित करने के लिए आवेदन लगाए है। वहीं जिला प्रशासन ने होटलों की क्षमता के अनुरूप पार्टी का आयोजन करने की अनिवार्यता लागू की है। जिला प्रशासन ने अब तक जो तैयारी की है उसके आधार पर बिना अनुमति कोई भी आयोजन नहीं होंगे। सभी आयोजनों पर सख्त निगरानी होगी। सीसीटीवी कैमरे वाली जगहों पर निगरानी तो होगी ही लेकिन जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं है,वहां आयोजनों की वीडियो रिकार्डिंग होगी। ये अनुमति की अनिवार्य शर्तों में शामिल किया जाएगा। अगर कोई आयोजक इस शर्त को मानने से इनकार करता है तो उसे आयोजन की अनुमति नहीं होगी। अगर शर्त मानने के बाद भी इसकी अवहेलना होती है तो फिर आयोजकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। होटलों सहित सार्वजनिक आयोजनों पर मैन्युअल निगरानी भी होगी। संबंधित थाने को इसका जिम्मा दिया जाएगा। सभी न्यू ईयर सलिब्रेशन के दिन बड़ी संख्या में शहर के अलग-अलग स्थानों में कार्यक्रम आयोजित होंगे। होटलों,रेस्टारेंट और फार्महाउस के अलावा रिजार्ट में भी आयोजन होंगे। ऐसे में आयोजन स्थल से संबंधित थाने की टीम मैन्युअल निगरानी करेगी। तेलीबांधा थाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा आयोजन होते है। ऐसे में वहां दीपावली और होली की तरह अतिरिक्त पेट्रोलिंग टीम भी थाने में होगी। जो सभी आयोजन स्थलों में जाकर भीड़ पर नजर रखेगी। पुलिस लाइन से क्यूआरटी और अतिरिक्त बल भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।

इन छह राज्यों में सेलिब्रेशन पर रोक

दिल्ली में क्रिसमस-न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर फुल स्टॉप

यहां क्रिसमस और न्यू ईयर पर होने वाले पब्लिक सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी गई है। ष्ठष्ठरू्र के आदेश के मुताबिक, अगले आदेश तक किसी भी होटल, बार या रेस्टोरेंट में 50 फीसदी सिटिंग कैपेसिटी की ही मंजूरी होगी।

महाराष्ट्र में स्कूल बंद, सेलिब्रेशन पर नई गाइडलाइंस

राज्य सरकार ने दोबारा स्कूल बंद करने का फैसला लिया है। मुंबई नगर निगम ने क्रिसमस और न्यू ईयर के पब्लिक सेलिब्रेशन की नई गाइडलाइंस जारी की हैं। यहां अब आयोजन स्थल की 50त्न क्षमता तक ही लोग इकट्?ठा हो पाएंगे। नासिक में वैक्सीनेशन नहीं कराने वाले लोगों के मॉल्स और सरकारी ऑफिसों में घुसने पर रोक लगा दी गई है।

तेलंगाना के गांव में 10 दिन का लॉकडाउन

यहां नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन के 38 केस मिले हैं। इस बीच राज्य के गडेम नाम के गांव में एक ओमिक्रॉन संक्रमित मिलने पर सबकी सहमति से 10 दिन के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है।

कर्नाटक में न्यू ईयर के जश्न पर रोक

राज्य में 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक लगातार दूसरे साल नए साल का जश्न मनाने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, क्रिसमस के जश्न पर रोक नहीं है, लेकिन चर्चों में बड़े पैमाने पर भीड़ जमा होने पर पाबंदी लगा दी गई है।

तमिलनाडु में सेलिब्रेशन के लिए वैक्सीनेशन जरूरी

राज्य सरकार ने न्यू ईयर और क्रिसमस सेलिब्रेशन को लेकर कोई बड़ी पाबंदी नहीं लगाई है, लेकिन होटलों-क्लबों में केवल कोरोना वैक्सीनेशन कराने वालों को ही एंट्री दिए जाने की अनिवार्यता घोषित कर दी है। चेन्नई के समुद्री बीच पर भी सीमित संख्या में ही लोग न्यू ईयर सेलिब्रेट कर पाएंगे।

ओडिशा में भी न्यू ईयर पार्टियों पर रोक

राज्य में न्यू ईयर को लेकर होने वाली पार्टियों के आयोजन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। राज्य के होटल्स, रेस्टोरेंट्स और पब्लिक प्लेसेज पर यह रोक 31 दिसंबर और 1 जनवरी को लागू रहेगी।


इन 4 राज्यों में नाइट कफ्र्यू

मध्यप्रदेश में 37 दिन बाद फिर सख्ती

राज्य में 37 दिन बाद गुरुवार को फिर नाइट कफ्र्यू लगाया गया है। राज्य में रात 11 से सुबह 5 बजे तक आवाजाही पर सख्ती रहेगी। सरकार ने कहा है कि जिम, कोचिंग, थिएटर, सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल में वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही एंट्री मिलेगी।

राजस्थान में दूसरी लहर से ही नाइट कफ्र्यू

प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ही नाइट कफ्र्यू लागू है। हालांकि केस कम होने के बाद सख्ती थोड़ी कम हो गई थी, लेकिन ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सरकार फिर अलर्ट मोड में आ गई है। गहलोत सरकार ने भी गाइडलाइन के बारे में सोचना शुरू कर दिया है। इस पर आज बैठक भी होने वाली है।

गुजरात के 8 शहरों में बढ़ी पाबंदियां

यहां 8 प्रमुख शहरों में 31 दिसंबर तक नाइट कफ्र्यू लागू है। पाबंदी वाले शहरों में अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, वडोदरा, जामनगर, भावनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ शामिल हैं। नाइट कफ्र्यू की टाइमिंग रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगी। मौजूदा नाइट कफ्र्यू की पाबंदियों के तहत रेस्टोरेंट आधी रात तक 75त्न लोगों के साथ खुले रह सकते हैं। आधी रात तक होम डिलीवरी और टेक-अवे सेवाओं की भी अनुमति है।

क्क के नोएडा-लखनऊ में धारा-144 लागू

राज्य में शुक्रवार को नाइट कफ्र्यू के आदेश जारी हो गए हैं। सरकार ने 25 दिसंबर रात से इसे लागू करने के आदेश दिए हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच उत्तर प्रदेश के नोएडा और लखनऊ में योगी सरकार ने 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू कर दी है।

मिड-डे अखबार जनता से रिश्ता में किसी खबर को छपवाने अथवा खबर को छपने से रूकवाने का अगर कोई व्यक्ति दावा करता है और इसके एवज में रकम वसूलता है तो इसकी तत्काल जानकारी अखबार प्रवंधन और पुलिस को देवें और प्रलोभन में आने से बचें। जनता से रिश्ता खबरों को लेकर कोई समझोता नहीं करता, हमारा टैग ही है-

जो दिखेगा, वो छपेगा...

Next Story