छत्तीसगढ़

अस्पताल में छापामार कार्रवाई: नोटिस के बावजूद किया जा रहा था संचालन, अब हुआ सील

Nilmani Pal
2 Jun 2022 2:42 AM GMT
अस्पताल में छापामार कार्रवाई: नोटिस के बावजूद किया जा रहा था संचालन, अब हुआ सील
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बिलासपुर। उसलापुर स्थित दयावती अस्पताल महज कंसलटेंट डाक्टर के भरोसे चल रहा था। जहां बकायदा मरीज भी भर्ती किए जा रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर बुधवार को सीएमएचओ डा. प्रमोद महाजन ने अपनी टीम के साथ अस्पताल में छापामार कार्रवाई की। जांच में यह पाया गया कि यह अस्पताल किराए के डाक्टरों से संचालित हो रहा है। इसे मरीजों के लिए खतरा मानते हुए तत्काल अस्पताल को सील कर दिया गया। उसलापुर में दयावती अस्पातल का संचालन किया जा रहा था। संचालक ने कुछ महीने पहले स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग होम एक्ट के तहत लाइसेंस के लिए आवेदन किया था।

ऐसे में अस्पताल की व्यवस्था जानने के लिए नर्सिंग होम एक्ट की टीम ने 10 जनवरी 2022 को अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्हें अस्पताल में ढेरों खामियां मिली थीं। जिन्हें अस्पताल का चिकित्सक दर्शाया गया था, वे दूसरे अस्पताल में स्थाई नौकरी करते थे। ऐसे में टीम ने रिपोर्ट तैयार कर स्थाई चिकित्सकों का नाम देने के निर्देश दिए थे। लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को जानकारी नहीं दी गई। बीते 20 मई को जिला समिति नर्सिंग होम एक्ट की बैठक हुई थी।

इसमें दयावती अस्पताल का मामला भी रखा गया है। रिपोर्ट के आधार में साफ हो गया कि अस्पताल का नर्सिंग होम एक्ट के अनुरूप संचालन नहीं हो रहा है। इसे किसी भी हालत में लाइसेंस नहीं दिया जा सकता। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 26 मई को संचालक को नोटिस जारी करते हुए अस्पताल बंद करने के निर्देश दिए। इसके बावजूद अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। ऐसे में सीएमएचओ डा. प्रमोद महाजन अपनी टीम के साथ कार्रवाई के लिए अस्पताल पहुंचे और अस्पताल को सील कर दिया। कार्रवाई में सीएमएचओ डा. प्रमोद महाजन के साथ डीएचओ डा. मनीष श्रीवास्तव, गिरीश दुबे और प्रवीण शर्मा मौजूद के साथ नर्सिंग होम एक्ट के अन्य अधिकारी शामिल रहे।


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