भिलाई। दिल के मरीज को बेहतर उपचार के लिए रायपुर के बड़े अस्पताल में रेफर करने का सुझाव दिया गया. इस पर देर रात को भिलाई से रायपुर के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को 45 मिनट में अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई गई. खैरागढ़ के रहने वाले प्रदीप श्रीवास की तबीयत पिछले सप्ताह खराब हुई थी, जिसके बाद 7 दिनों से पल्स अस्पताल नेहरू नगर में उपचार चल रहा था. हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. जयराम अय्यर व उनकी टीम ने अपने देखरेख में बेहतर उपचार किया और दो स्टंट डालकर एंजियोग्रॉफी की. शुरू के दिनों में सुधार नजर आया, लेकिन बाद में तकलीफ बढ़ने लगी. ऐसे में बेहतर उपचार के लिए रायपुर के बड़े अस्पताल में रेफर करने का सुझाव दिया गया.
मरीज को तय समय में अस्पताल पहुंचाना था, ऐसे में डॉ. अय्यर ने भिलाई नगर निगम के वरिष्ठ पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा से संपर्क किया. उन्होंने बिना देरी किए रायपुर को-ऑर्डिनेशन कर एंबुलेंस मंगवाया. इधर दुर्ग पुलिस के ट्रैफिक विभाग से संपर्क कर समन्वय बनाया. रात 9 बजे एंबुलेंस पहुंच गई और बिना कोई देरी किए रात 9.45 बजे रायपुर के अस्पताल पहुंचा दी. ग्रीन कॉरिडोर की वजह से तय समय से पहले मरीज अस्पताल पहुंच गए. समय रहते उपचार शुरू होने की वजह से मरीज की जान बच गई.