छत्तीसगढ़

सरकारी दामाद ने सड़क निर्माण में मचाई लूट...

HARRY
14 Aug 2021 5:16 AM GMT
सरकारी दामाद ने सड़क निर्माण में मचाई लूट...
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  1. उच्चाधिकारियों-ठेकेदारों से सांठगांठ कर की कमाई
  2. इन सड़कों में भी गड़बडिय़ों की शिकायत - गरियाबंद अनुविभाग के उरतूरी-गरियाबंद तक 31 किमी सड़क के निर्माण में मापदंडों और मानकों की अनदेखी कर गुणवत्ताहीन और घटिया सड़क का निर्माण किया गया है। जानकारी के अनुसार सड़क का निर्माण मेसर्स गुलाबचंद जैन पचपेड़ीनाका रायपुर द्वारा कराया गया है। ठेकेदार द्वारा सिर्फ जोवा पंचायत से ही शासकीय भूमि का एनओसी लिया गया है और पूरे 31 किमी की सड़क में अन्य किसी पंचायत से एनओसी नहीं लिया गया। वहीं मुरूम खोदाई का लीज खत्म होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा मुरूम खोदाई किया जा रहा है। सड़क के निर्माण में भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। इसी तरह दर्रापारा से रावनडिग्गी सड़क जो चिपरी तक जाती हैउसकी हालत भी खराब है। जगह जगह गड्ढे और रोड को बीच से काट दिया गया है। गांव में जहाँ पर टू व्हीलर ही चलती है फिर भी सड़क में गड्ढे पड़े हुये हैं । ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में बहुत ही गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है। सड़क निर्माण बोर्ड में सड़क का पांच साल तक मरम्मत का भी जिक्र रहता है बावजूद सड़क खराब होने पर भी मरम्मत का काम नही किया जाता।

रायपुर (जसेरि)। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में करोड़ों की लागत से बनी सड़क में अधिकारी, कर्मचारी, इंजीनियर, द्वारा निरीक्षण करने के बाद भी गुणवत्ताहीन सड़कों का निर्माण लगातार जारी है। सालों जमे अधिकारी सरकार और उच्चाधिकारियों की आंख में धूल झोंक कर खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं। अधिकारी सरकार को गुमराह करने के लिए सरकारी विभाग के माध्यम से चिकनी सड़कों की फोटो और गुणवत्ता पूर्ण सड़क निर्माण की कहानी गढ़कर वास्तविकता पर परदा डालने का काम करते हैं। दो दिन पहले ही गरियाबंद के अनुविभागीय अधिकारी के हवाले से सरकारी विभाग ने बेहतरीन सड़कों के निर्माण से लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलने की खबर मीडिया में प्रसारित किया था। उसी गरियाबंद अनुविभाग के प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत खराब सड़कों के निर्माण गड़बडियों की खबरें भी लगातार मीडिया में आ रही हैं।

पालिश लगाकर गड़बडिय़ां छुपाने की कोशिश : मीडिया में लगातार खराब सड़कों और भ्रष्टाचार की खबरें आने के बाद गरियाबंद अनुविभाग के अधिकारी ने इस पर परदा डालने का तरीका निकाला और सरकारी सूचना विभाग के माध्यम से उसने जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों की जाल बिछने तथा चार सौ से ज्यादा पहुंचविहिन बसाहटों के सड़क से जुडऩे का ढिंडोरा पिटा। प्रसारित खबर में बताया गया कि जिले के दूरस्थ एवं वनांचल क्षेत्र अंतर्गत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से नवीन सड़कों का निर्माण कर पहुंचविहीन बसाहटों को मुख्य मार्ग से जोडऩे का कार्य किया जा रहा है। खबर में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता पी.के. वर्मा के हवाले से बताया गया है कि जिला गरियाबंद अंतर्गत वर्ष सन् 2000 से वर्ष 2020-21 तक पीएमजीएसवाई- 1, 2, 3 के निर्माण कार्यों के माध्यम से जिला के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र एवं पहुंचविहीन ग्रामों को सड़क के माध्यम से जोड़कर ग्रामीण जीवन को मुख्यधारा में जोड़ा गया, जिससे ग्रामीणों एवं आम नागरिकों को सुलभ आवागमन के साथ समय की बचत हुई है।

पीएमजीएसवाई-1 अंतर्गत कुल 192 सड़कें जिसकी लंबाई 1087.39 किलोमीटर है, का कार्य पूर्ण किया गया है, जिससे गरियाबंद जिले के 445 बसाहटे आपस में सड़क के माध्यम से जुड़ी हुई है। वर्ष 2017-18 में उन्नयन कार्य के माध्यम से पीएमजीएसवाई-2 के 05 सड़क लंबाई 76.315 किलोमीटर का पूर्ण किया गया है। वर्तमान में वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में कुल 19 मार्ग पीएमजीएसवाई-3 अंतर्गत स्वीकृत है। जिसकी लंबाई 227.08 है। उक्त कार्य जिले के सड़कों का उन्नयन किया जा रहा है। वहीं अनुविभागीय अधिकारी आर.बी. पटेल के हवाले से बताया गया है कि विकासखंड मैनपुर अंतर्गत मार्ग सीनापाली से गोहरापदर एवं खरीपथरा से अमलीपदर सड़कों में डामरीकरण पूर्ण हो चुका है। जिसका लाभ ग्रामीणों को परोक्ष रूप से मिल रहा है। सड़क का चौड़ीकरण होने से दुर्घटनाएं कम हुई है। ग्राम घुमरापदर से खोखमा मार्ग में डब्ल्यू.एम.एम. का कार्य किया जा रहा है। सड़क के कार्य पूर्ण हो जाने पर लगभग 20 ग्राम के लगभग 50 हजार नागरिकों एवं आमजनता को परोक्ष रूप से आर्थिक एवं समय की बचत होगी। सभी प्रगतिरथ कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी विभाग द्वारा सतत रूप से की जा रही है। साथ-साथ कार्यों की गुणवत्ता का परीक्षण राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक, राज्य गुणवत्ता संरक्षक एवं विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा सतत् रूप से किया जा रहा है।

जनता से रिश्ता ने लगातार खबरों में बताया सच

सरकारी खबर में अनुविभागीय अधिकारी ने मैनपुर विकासखंड के जिन दो सड़कों सीनापाली से गोहरापदर और खरीपथरा से अमलीपदर का उल्लेख किया गया है उसमें हुई गड़बडिय़ों और घोटालों को जनता से रिश्ता ने ग्राउण्ड रिपोर्ट और ग्रामीणों से मिली शिकायतों के आधार पर लगातार प्रकाशित किया है। गरियाबंद जिले में अधिकारियों के संरक्षण में ठेकेदारों ने बड़े पैमाने पर मानकों की अनदेखी कर गुणवत्ताहीन सड़कों का निर्माण किया है। सरकारी खबरों में बड़ी संख्या में बसाहटों को सड़कों से जोडऩे की खबर और उसके साथ छपी चिकनी सड़क की तस्वीर महज गड़बडिय़ों पर परदा डालने की कोशिश मात्र है।

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