सरकारी कर्मचारी ने की 16 लाख की धोखाधड़ी, बेरोजगारों का पैसा लेकर हुआ फरार
बिलासपुर। सिरगिट्टी क्षेत्र में सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी के बेटे और रिश्तेदारों की नौकरी लगाने के नाम पर 16 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपित लोक स्वास्थ्य यांत्रिक विभाग में मानचित्रकार है। वह दो साल से ड्यूटी पर नहीं जा रहा है। पीड़ित की शिकायत पर सिरगिट्टी पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। सिरगिट्टी के अन्न्पूर्णा कालोनी में रहने वाले राधेलाल उइके सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी हैं। उनके साथ नत्थूलाल बालबोंदरे भी काम करते थे। नत्थूलाल के माध्यम से उनकी पहचान 2014 में राजेंद्र कुमार सोनकुंवर से हुई।
राजेंद्र कुमार मुंगेली जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिक विभाग में मानचित्रकार थे। उसने सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारियों को बताया कि रेलवे के अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है। इसके माध्यम से वह दोनों के रिश्तेदारों की नौकरी लगवा सकता है। इस पर राधेलाल और नत्थूलाल ने अपने छह रिश्तेदारों की नौकरी लगवाने के लिए बात की। राजेंद्र ने सभी की नौकरी लगवाने के लिए 26 लाख स्र्पये में सौदा तय कर लिया। इसके एवज में उसने एडवांस 15 लाख स्र्पये ले लिए।
इसके लिए राजेंद्र ने इकरारनामा भी लिखकर दिया था। नौकरी नहीं लगने पर दोनों सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने राजेंद्र से स्र्पये वापस मांगे। इस पर वह टालमटोल करने लगा। दबाव बनाने पर उसने गांव की जमीन बेचने के बाद स्र्पये देने की बात कही। इसके बाद वह बीते दो साल से गायब है। पीड़ितों ने मुंगेली जाकर उसके कार्यालय में पता किया। वहां जानकारी मिली कि राजेंद्र दो साल से बिना सूचना दिए ड्यूटी से गायब है। इस पर पीड़ित ने सिरगिट्टी थाने में मामले की शिकायत की। पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।