छत्तीसगढ़

गोंदिया आरओआर परियोजना: रेलवे यातायात में बड़ा बदलाव, ट्रेन समयपालन में होगा सुधार

Shantanu Roy
7 Feb 2025 4:25 PM GMT
गोंदिया आरओआर परियोजना: रेलवे यातायात में बड़ा बदलाव, ट्रेन समयपालन में होगा सुधार
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Bilaspur. बिलासपुर। भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी गोंदिया आरओआर (रेलवे ओवर रेल) परियोजना, जो राजनांदगांव-नागपुर तीसरी रेल लाइन परियोजना का हिस्सा है, जिस पर तीव्र गति से कार्य की जा रही है । इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य रेलवे संचालन को अधिक सुगम, प्रभावी और बाधारहित बनाना है। यह नई ब्रॉड गेज रेल लाइन गोंदिया और हिरदामाली स्टेशनों के बीच बनाई जा रही है, जिससे जबलपुर से बल्लारशाह तक ट्रेन परिचालन अधिक प्रत्यक्ष और निर्बाध हो जाएगा । इससे हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर ट्रेनों की भीड़भाड़ कम होगी और रेलवे यातायात अधिक संगठित एवं कुशल बनेगा। ₹230 करोड़ की लागत से निर्मित हो रही इस परियोजना से गोंदिया-हिरदामाली रेल खंड की मौजूदा 16 किमी लंबाई घटकर आधी हो जाएगी । इससे ट्रेन संचालन की गति बढ़ेगी और परिचालन समय में कमी आएगी। फिलहाल जबलपुर-बल्लारशाह रूट की ट्रेनों को गोंदिया स्टेशन यार्ड से होकर गुजरना पड़ता है।


जिससे हावड़ा-नागपुर मार्ग की ट्रेनों को भी क्रॉसिंग के दौरान रुकना पड़ता है। इससे ट्रेन संचालन में अनावश्यक विलंब होती है। आरओआर के शुरू होने से ट्रेनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित होगी, जिससे समयबद्धता (पंक्चुअलिटी) में बड़ा सुधार होगा । गोंदिया स्टेशन पर ट्रैफिक में कमी आएगी एवं ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी, जिससे यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों का संचालन अधिक कुशल हो जाएगा । साथ ही गोंदिया रेलवे यार्ड पर यातायात का दबाव घटेगा, जिससे रेलवे परिचालन अधिक सुव्यवस्थित और कुशल बनेगा। यह
परियोजना
शीघ्र ही पूरी होने वाली है, जिससे इस क्षेत्र में रेलवे यातायात को एक नई दिशा मिलेगी । यह भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को और अधिक मजबूत बनाएगी, यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगी और माल परिवहन में भी तेजी लाएगी । गोंदिया आरओआर परियोजना भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे ट्रेनों की रफ्तार, समयपालन और संचालन क्षमता में अभूतपूर्व सुधार होगा।
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