तीन महीने में दस मामले, बस ऑपरेटरों के संरक्षण में दंबगई कर रहे हैं अवैध टिकट एजेंट
राय़पुर । पंडरी से भाठागांव बस स्टैंड शिफ्टिंग से लेकर आज तक पुराने ढर्रे में चल रहा है। वहां होने वाले अपराध पर किसी का नियंत्रण नहीं है। पुलिस तो मात्र सायरन बजाते घूम कर अपनी कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है और बेचारे यात्री लुटते पिटते रहते हैं। शिकायत करने पर 12 घंटे के बाद अपराध दर्ज करती है। यह लुटेरों का अघोषित अड्डा बना हुआ है। बस यात्रा यात्रियों के लिए सजा साबित हो रहा है। गुंडागर्दी का आलम यह है कि आपको कहां जाना है आप तय नहीं कर सकते वहां के बुकिंग एजेंट तय करते है। यात्रियों को उनके गंतव्य की बस में नहीं बैठा कर दूसरे बस में बैठाकर एजेंट पैसा लेकर चलता बनता है। बाद में जब बस वहां से छूटती है तो कहानी दूसरी ही हो जाती है। यात्री को बताया जाता है कि यह बस वहां नहीं जा रही है जहां है कि आप टिकट लिए है वो फर्जी है आपको दूसरी टिकट लेनी होगी या फिर बस से उतरना होगा। हू-हूज्जत करते हुए यात्री को बस से उतार देते है या फिर से दोबारा पैसा लेकर बस में बैठाते है। इस तरह का खेल काफी समय से चल रहा है। पिछले तीन महीने में दस शिकायत दर्ज हो चुके है जिस पर कार्रवाई लंबित है। पुलिस कहती है लुटने वाले थाने में शिकायत दर्ज कराने आए। बसस्टैंड में चौकी है पर नहीं के समान वहां पुलिस वाले आराम फरमाने आते हैं। रिपोर्ट तो थाने में ही किया जाता है। 90 हजार की लूट को 3 हजार की लूट का रिपोर्ट दर्ज किया जाता है। ऐसे बहुत से मामले हंै जो पुलिस प्रशासन की कार्यशैली की चुगली करता है। इस तरह के मामले में कई पुलिस वाले निलंबित भी हो चुके है उसके बाद भी पुलिस का रवैया वैसे ही पूर्ववत ही है। कोई सुधार आज तक सामने नहीं आया कि लोगों को त्वरित न्याय नहीं मिल पा रहा है।
भाटागांव बस स्टैंड में पुलिसबल की कमी
राजधानी रायपुर के भाटागांव बस स्टैंड में मध्यप्रदेश का एक व्यापारी कल दिनदहाड़े लूट का शिकार हो गया। अवैध ट्रैवल्स एजेंटों ने दिनदहाड़े व्यापारी से बस स्टैंड के सुनसान इलाके पर ले जाकर मारपीट की। फिर उसके पास रखें 90 हजार कैश, मोबाइल और पर्स लेकर फरार हो गए। फरार होने से पहले बदमाशों ने उसे धमकी भी दी कि यदि वह पुलिस के पास जाएगा तो उसे गांजा केस में फंसा कर जेल भिजवा देंगे। ये पूरा मामला टिकरापारा थाना क्षेत्र का है। टिकरापारा थाना पुलिस की कार्वाई भी इस मामले लापरवाही पूर्ण दिखी। घटना सुबह हुई और शाम को एफआईआऱ हुआ । 90 हजार की लूट हुई लेकिन 3 हजार लूट के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया । अवैध ट्रैवल्स एजेंट यात्री को जबरन उससे ज्यादा कीमत पर टिकट बेचना चाहते थे। इस विवाद के बाद व्यापारी को कुछ बदमाशों ने घेर लिया और उसे सुनसान जगह पर ले जाकर जमकर मारपीट की। इस दौरान व्यापारी मदद की गुहार लगाते रहा लेकिन आसपास कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।
अवैध बुकिंग एजेंट का गिरोह लूट रहा यात्रियों को
टिकरापारा पुलिस किसी किसी न किसी मामले में सुर्खियों में रहता ही है। भाठागांव बस स्टौंड में कल सुबह मप्र के एक कारोबारी से ट्रैवल्स एजेंसी से जुड़े युवकों ने 90 हजार रूपए लूट लिए। हर में चल रहे अवैध निर्माण की बेदखली से जनता जनार्दन खुश है।भाठागांव के नागरिकों की मांग है कि जिस तरह से पूरे शहर में बुलडोजर चल रहा है उनका मुख भी नए बस स्टैंड की तरफ हो ताकि अवैध कब्जाधारियों से बस स्टैंड मुक्त हो सके। लाइसेंसी वेंडरों से कई गुना ज्यादा बिना लाइसेंस वाले अवैध वेंडर है जो आए दिन यात्रियों से मारपीट और लूटपाट करते है। पुलिस तो वहां तमाशबिन बनकर बैठे रहती है। पीड़ित यात्रियों की शिकायत पर थाने जाने की सलाह देते है। जो यात्रियों के लिए संभव नहीं है। कार्रवाई की जगह समझौता करने की सलाह तक दे देते है।
उठाईगिरी बेरोकटोक
जब से पंडरी से बस स्टैंड भाटागांव शिफ्ट हुआ है तब से उठाईगिरों, ठगों की निकल पड़ी है, रोज चांदी काट रहे है। उनका अड्डा बिना रोकटोक के संचालित हो रहा है। यात्रियों को नए बस स्टैंड से सुविधा की जगह परेशानी अधिक हुई है। हर रोज उठाईगिरी,छिनताई और अवैध वेंडरों के लूट के यात्री शिकार हुए है । पुलिस भी यात्रियों की सुनवाई नहीं करती थी, बल्कि पीड़ितों से उल्टा सीधा सवाल किया जाता था। इतना ही नहीं बस स्टैंड के आसपास की जमीनों में अवैधकब्जा कर पक्का निर्माण कर काले कारोबार का अड्डा चला रहे है। पुलिस और निगम में सैकड़ों शिकायतों के बाद भी पुलिस और नगर निगम जोन कमिश्नर के कानों तक पीड़ित जनता की आवाज नहीं पहुंची। भाठागांव में बस स्टैंण्ड में अवैध बुकिंग एजेंट डेरा डालकर बैठे हुए हैं। उनकी शिकायत कई बार बस मालिकों द्वारा कलेक्टर और एसपी से की गई है। इसके बाद भी टेबल-कुर्सी लगाकर वह अपना कारोबार चला रहे हैं। मना करने पर बस चालक परिचालक से मारपीट कर लूटपाट भी कर रहे हैं। बुकिंग एजेंट रोजाना यात्रियों से अवैध वसूली कर हजारों रुपए के जीएसटी की चोरी कर रहे हैं। बिना किसी लाइसेंस और पंजीयन कराए अपना कारोबार कर रहे हैं।ऑनलाइन टिकटों में वह इसका भुगतान करते है। लेकिन, अपनी रसीदों में उससे कई गुना ज्यादा वसूली करते हैं। कोई रेकॉर्ड और उल्लेख भी नहीं किया जाता। बता दें कि नियमानुसार एसी बसों की टिकटों पर 18 फीसदी जीएसटी लिया जाता है। बताया जाता है कि बुकिंग एजेंट अपने गुर्गों के जरिए यात्रियों को पकड़कर लाते हैं। साथ ही उनकी टिकट ऑनलाइन बुक करने के बाद बसों में ले जाकर बिठाते हैं। बस मालिकों का कहना है कि टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग के कारण यात्रियों का इंतजार करना पड़ता है। उनके आने के बाद ही बसों को रवाना करना पड़ता है। पिछले दिनों एक टे्रवल्स के चालक के साथ मारपीट कर 16000 रुपए नकद, मोबाइल फोन और हैडफोन लूटने की घटना हुई है। इसकी शिकायत करने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जीएसटी व परिवहन विभाग खामोश लंबी दूरी की बसों की टिकटों की ऑनलाइन बिक्री के चलते बुकिंग एजेंट चांदी काट रहे है। यात्रियों की टिकट बुक करने के बाद उन्हें वास्तविक किराए की जानकारी नहीं दी जाती। वह अपनी रसीदों पर टिकटों की बुकिंग करते है। बिना किसी लाइसेंस के अपने नाम की ट्रैवल्स एजेंसी खोलकर देशभर के सभी प्रमुख शहरों के लिए कागजों में बसों का संचालन किया जा रहा है। जबकि रायपुर बस स्टैण्ड से सीधी बस सेवा भी उपलब्ध नहीं है।
परिवहन विभाग करे कार्रवाई
अवैध एजेंट रसीदों से काटी जा रही टिकटों के जरिए टैक्स चोरी भी कर रहे हैं। यात्रा टिकट पर 18 फीसदी जीएसटी लगता है जो ये नहीं पटा रहे हैं। बावजूद जीएसटी और एक्साइज डिपार्टमेंट खामोश है। बस मालिकों की मजबूरी दूसरे राज्यों से आने वाली बस मालिकों को सर्वाधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रायपुर में अधिकृत दफ्तर नहीं होने के कारण स्थानीय ट्रैवल्स एजेंसियों के भरोसे रहना पड़ता है। इसके चलते बुकिंग एजेंट अपनी मनमानी करते हैं। उन्हें यात्रियों के आने तक इंतजार करना पड़ता है। जिला प्रशासन, पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके चलते उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक समूह का वर्चस्व लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि ये अवैध एजेंट बस स्टेंड में किसकी शह पर हुकूमत चला रहे हैं। जब बस आपरेटर अपने बुकिंग एजेंट नियुक्त नहीं किए हैं तो इन बुकिंग एजेंटों पर किसका नियंत्रण है क्या इनकी नियुक्ति जिला प्रशासन और निगम के माध्यम से हुआ है या फिर इन्हें कांटे्रक्ट दिया गया है। इन बुकिंग एजेन्टस द्वारा बस सेवा भी संचालित नहीं की जा रही है। बावजूद बस स्टैंड पर इनकी मोनोपल्ली और सिंडीकेट का संचालन कैसे हो रहा है। आखिर इसकी पीछे किसका हाथ है और जिला और पुलिस प्रशासन की खामोश क्यों है यह भी सोचने वाली बात है।
लूटपाट करने वाले 2 ट्रैवल एजेंट गिरफ्तार
पीडित रणवीर सिंह पिता पूरन सिंह निवासी तमरेर थाना कुम्हेर जिला डिग राजस्थान थाना टिकरापारा रायपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराया की दिनांक 10.08.2024 के सुबल लगभग 08:00 बजे नया बस स्टैण्ड भाठागांव के पीछे तालाब के पास साहिल खान एवं अकबर खान नाम के दो व्यक्ति एक्टीवा में आकर उनके जेब से एक नग मोबाईल व नगदी 3000/रु को लूट कर फरार हो गये की रिपोर्ट पर अपराध कमांक 633/24 धारा 309 (6) भा0न्याय0 संहिता के तहत अपराध पंजीबद्ध कर घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम दौलत राम पोर्ते, नगर पुलिस अधीक्षक पुरानीबस्ती राजेश देवांगन, तथा थाना प्रभारी टिकरापारा निरीक्षक मनोज कुमार साहू को दोनो फरार आरोपी का पता पता तलाश कर लूटे गये मशरूका के साथ जल्द से जल्द गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी टिकरापारा द्वारा संयुक्त टीम तैयार किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल पहुंचकर आसपास के लोगो से पूछताछ कर तकनीकी सहयोग से दोनो आरोपियों का नाम पता का पूर्ण जानकारी एकत्रित कर फरार आरोपियों का पता तलाश प्रारंभ किया गया। आरोपियों के सकूनत पर दबिस देने पर आरोपी सकूनत से फरार थे जिसे मुखबीरों के सहयोग से आरोपियों के छपने के संभावित स्थानों पर दबिस देकर दोनो आरोपी 01. साहिल खान पिता सब्बीर खान उम्र 23 साल निवासी संजय नगर मुस्लिम हाल के पास टिकरापारा रायपुर 02. अकबर खान पिता स्व0 ताज मोह0 खान उम्र 22 साल निवासी संजय नगर रजा अपार्टमेंट टिकरापारा रायपुर को गिरफ्तार कर पूछताछ कर उनके कब्जे से लूटे हुए प्रार्थी का मोबाईल 1 व नगदी 300/रु एवं प्रकरण में प्रयुक्त किये एक्टीवा को जप्त कर आरोपियों को अपराध कमांक 633/24 धारा 309 (6) भा0 न्याय0 संहिता के प्रकरण में गिरफ्तार कर आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय पेश किया गया है।