छत्तीसगढ़

गोधन न्याय योजना: गौठानों के मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था हो रही मजबूत

Nilmani Pal
5 Oct 2021 5:07 PM GMT
गोधन न्याय योजना: गौठानों के मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था हो रही मजबूत
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रायपुर। गोधन न्याय योजना अंतर्गत राज्य भर में गौठानों का विकास किया गया है, जिसका लाभ यहां के गांवों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से मिल रहा है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए उपलब्ध संसाधनों को आर्थिक गतिविधियांें से जोड़कर गौठानों को मल्टीएक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है जिससे अधिक से अधिक स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को आजीविका उपलब्ध कराकर उनका आर्थिक विकास किया जा सके। गौठानों में जहां गोबर खरीदी-बिक्री के माध्यम से समूह की महिलाओं को नियमित रूप से रोजगार मिल रहा है, साथ ही वे अच्छी आमदनी प्राप्त कर आत्मनिर्भर हो रही हैं।

राज्य के जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखण्ड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गिनाबहार के गौठान से जुड़े स्व-सहायता समूहों की महिलायें अपनी मेहनत एवं इच्छाशक्ति से स्वावलंबन की राह पर अग्रसर हो रही हैं। महिलाएं गौठानांें में जैविक खाद निर्माण, सुपर कम्पोस्ट, दोना पत्तल निर्माण, सब्जी उत्पादन, मछली पालन, मोमबत्ती, डिटर्जेंट निर्माण सहित अन्य आर्थिक गतिविधियां संचालित कर रही है। जिसके अंतर्गत गौठान से जुड़ी दुर्गा समूह की महिलाएं खाद निर्माण के साथ ही सब्जी उत्पादन का कार्य कर रही है। उनके द्वारा अब तक लगभग 25 क्ंिवटल से अधिक जैविक खाद का विक्रय किया जा चुका है। इसी प्रकार मोमबत्ती निर्माण का कार्य कर रही जागृति समूह की महिलाओं को लगभग 10 हजार से अधिक की आमदनी प्राप्त हुई है। डिटर्जेंट निर्माण कर रही चमेली समूह की महिलाओं को 8900 एवं दोना पत्तल उत्पादन का कार्य कर रही गुलाब समूह की महिलाओं को 12000 की आय प्राप्त हुई है। साथ ही गौठान क्षेत्र के अंतर्गत बने डबरी में एकता समूह की महिलाओं द्वारा इस वर्ष मछली पालन का कार्य भी किया गया है। इससे भी समूह की महिलाओं को अच्छी आमदनी होने की उम्मीद है।

इसके अलावा गौठान में आने वाले पशुओं के लिए हरे चारे की उपलब्धता हेतु चारागाह विकास कर नेपियर घास, मक्का, सहित अन्य फसलों की बुआई भी की गई है। ये सभी समूह की महिलाएं गौठान को मल्टी-एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करने में अपना पूरा योगदान दे रही हैं। जिला प्रशासन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के हेतु सतत प्रयासरत है। उनके द्वारा महिलाओं को गतिविधियों से जोड़ने के साथ ही उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। समूह की महिलाएं अपनी आयमूलक गतिविधियों से हो रहे लाभ से उत्साहित है, वे आर्थिक रूप से मजबूत भी हो रही हैं। साथ ही भविष्य में अपनी आजीविका संवर्धन गतिविधियों को विस्तारित करने तथा गौठान को आदर्श मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनाने में लगी हुई है।

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