बिलासपुर। बिजली सरप्लस राज्य छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी में शहर से लेकर गांव तक बिजली की अघोषित कटौती चल रही है, जिससे लोग हलाकान हैं। गांव में तो बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे है। वहीं, शहर में भी बुरा हाल है। बिलासपुर में बिजली आने और जाने का कोई टाइम नहीं है। हर साल बिजली विभाग में तकनीकी दिक्कत न आए इसके लिए तीन हजार करोड़ रुपए मेंटेनेंस के नाम पर खर्च किए जाते हैं। लेकिन, मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ पेड़ों की टहनियों की कटाई कर औपचारिकता निभाई जाती है।
बिजली गुल होने की इन तमाम समस्याओं से राहत मिल सके, इसके लिए विभाग की ओर से हर साल तीन हजार करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया जाता है। ताकि, आंधी-तूफान और तकनीकी समस्याओं को दूर किया जा सके। अफसरों का कहना है कि हर साल विभाग में काम करने की स्कीम रहती है, जिसके मुताबिक अलग-अलग काम किया जाता है। मई का महीना बीत जाने के बाद भी विभाग में मेंटनेंस का काम अधूरा है, जिसके चलते बिजली की समस्या दूर नहीं हो पा रही है।