रायपुर। एक अप्रैल से युवाओं को राज्य सरकार की ओर से बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. सरकार के इस कदम पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव के समय कुछ भी उलूल-जुलूल बात करना है. उनमें हिम्मत है तो, नैतिकता है तो, घोषणा पत्र पर भरोसा है तो, जो पंजीकृत हैं, उन सब को बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए. विधानसभा में उन्होंने जो कहा उन सभी को देना चाहिए.भाजपा के वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर ने बेरोजगारी भत्ते पर कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि बेरोजगारी भत्ता के पात्र नियम अभी जारी नहीं हुए हैं. पंजीयन चल रहा है, क्योंकि 2 साल देने भर की बात हुई है. उसके अतिरिक्त उसके घर में नौकरी मत हो, उसके घर में इतना खेत हो, उतना धान हो, इतना भी दोनों बात कर रहे हैं. 10 तरह की तो वह लोग बात कर रहे हैं. दरअसल, सरकार की मंशा बेरोजगारी भत्ता देने की नहीं है. दो-चार लोगों को देंगे. उंगली कटा कर शहीद बनने के चक्कर में है कि हम बेरोजगारी भत्ता दिए. यह कांग्रेस के पुराने हथकंडे हैं.
प्रदेश में होने वाले किसान सम्मेलन को लेकर कहा कि अजय चंद्राकर ने कहा कि बहुत अच्छी बात है. हम भी इसकी प्रशंसा करते हैं, स्वागत करते हैं, लेकिन भूपेश बघेल को यह बताना चाहिए कि कृषि उत्पादकता में धान कौन-कौन से जिले में 20 क्विटंल से ऊपर होता है, और यदि वह नहीं बताए तो इसका मतलब यह है तो वह धान तस्करी को बढ़ावा देंगे और कांग्रेस का एक नए स्टेटस शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि धमतरी जिले में 20 क्विंटल प्रति एकड़ से ज्यादा धान उत्पादन है, खुद पाटन में 20 क्विंटल से ज्यादा उत्पादन है, तो क्या सिर्फ भूपेश बघेल धमतरी जिले में पाटन में ऐसी जगह है. दुर्ग जिले के और विकासखंड है. 25 क्विंटल से ज्यादा खरीदेंगे क्या. जितना उत्पादन होगा उतना खरीदेंगे क्या. इसको स्पष्ट करना चाहिए. राहुल गांधी मामले को लेकर कांग्रेस के 35 जिलों में प्रेस वार्ता को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस ने देश में आजादी के बाद से आज तक जितना नाटक किया है, उस पर 2014 में पर्दा गिर चुका है. अब कांग्रेस को यूएसए, जर्मनी जैसे देशों में नाटक करना चाहिए, जिनसे वे मदद मांग रहे हैं. भारत में उनका नाटक नहीं चलने वाला है. पहली बार हो रहा है कि विदेशी मदद चाहिए. दिग्विजय सिंह ने उनको धन्यवाद कहा है.